झाबुआ

गादीया कॉलोनी के नाम से प्रख्यात , नेचरल ग्रीन पार्क कॉलोनी उलझनों में झाबुआ

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झाबुआ से नयन टवली की खबर ✍️

नेचुरल ग्रीन पार्क कॉलोनी मतलब गादीया कॉलोनी की उलझने समाप्त होने का नाम ही नही ले रही कॉलोनी के मालिक गादीया सेठ थांदला वाले के पुराने कर्म अब कॉलोनी में रहने वाले आम लोगो को भूकतना पड़ रहे है , न लाइट की व्यवस्था , न पानी की व्यवस्था , ओर न ही सफाई की व्यवस्था जब कॉलोनी काटी गई तब प्लाट लेवालो से बड़े बड़े वादे किए गए और जब सब प्लाट बिक गए तो अब इस कॉलोनी को अनाथ घोषित कर छोड़ दिया गया मतलब *हम तो जाते अपने गांव सबको राम राम राम* बोल कर सेठ निकल लिए ओर कॉलोनी को बदहाल अवस्था मे छोड़ गए कॉलोनी वासियो का कहना है कि ये तो भगवान की कृपा है कि कॉलोनी में बावड़ी है और आस पास में नाले है तो बोरिग से काम चल जाता है पर अब तो बोरिग भी सूखने लगे है गर्मी में हालत ज्यादा खराब हो जाती है , कॉलोनी वासियो का कहना है कि जब हमने कॉलोनी मालिक से बात की तो उनका कहना है की ये पंचायत के अधीन आती है पर पंचायत से भी कोई सुविधा उपलब्ध नही करवाई जा रही उसके बाद नगर पालिका में कई आवेदन दिए कि इस कॉलोनी को नगर पालिका के अंतरगत लिया जाए तो नगर पालिका प्रशासन ने भी हाथ झटक दिए और अब कॉलोनी की बाउंड्री वाल भी तोड़ने के आदेश तहसीलदार ने कर दिए , कॉलोनी वासियो का कहना है कि बाउंड्री वाल हटने से सुरक्षा व्यवस्था पर भी खरता मडराता नजर आ रहा है , कॉलोनी में छोटे बच्चे खेलते है और टेक्टर वाले बाइक वाले सुपर फास्ट गाड़िया निकालते है , जिसमे से आधे हेवी ड्राइवरो के पास न लाइसेंस है न उनकी उम्र है टेक्टर चलाने की यदि ये बाउंड्री वाल तोड़ दी गई तो बड़ा एक्सीडेंट होने का भी खतरा है , रहवासियों का कहना है कि इस कॉलोनी का नाम अनाथ कॉलोनी रख देना चाहिए क्योंकि मालिक ने तो हाथ झटक दिए और प्रशासन ने भी आप जानो आपका काम जाने कह कर छोड़ दिया है ,

समस्यओं के 5 मुख्य बिंदु –

1 . प्लाट मालिको से सोसाइटी शुल्क के नाम पर 1000 रुपए पर व्यक्ति अदेव वसूली की गई जिसका कोई हिसाब नही न कोई बैंक खाता है वो ब्लेक मनी कॉलोनी मालिक के पास जमा है ।

2 . कॉलोनी में कम्युनिटी हाल के नाम पर जमीन है उसपर अवैध कब्जा है

3 . कॉलोनी ने कुल 8 गार्डन है पर 2011 से 2022 तक कॉलोनी को 11 सालो में गार्डनों का कोई उद्धार नही हुआ

4 . कॉलोनी में हर घर तक न नल है न पानी की सप्लाई है

5 . मन्दिर के नाम पर जो भूमि है उस पर मंदिर निर्माण नही किया गया ।

कॉलोनी वासियो का कहना है कि ये जो भी मामला है ये प्रशासन और मालिक के बीच का है इसमें हम रहवासियों को जबरन घसीटा जा रहा है और बेवजह परेशान किया जा रहा है , कई आम लोगो ने जीवन की महेनत का पाई पाई का पैसा जोड़ कर अपने सपनो का महल बनाया है , प्लाट लिया है उन बेगुनाह लोगो को बलि का बकरा बना कर न प्रशासन न मालिक कोई अच्छा कार्य नही कर रहे है ,

इस खबर के माध्यम से जनता की तकलीफ प्रशासन तक पहुँचना हमारा कार्य है ओर उन तकलीफों को समझ कर जनता है हित में फैसला लेना आपका कर्तव्य है ।

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