झाबुआ

गुडीपडवा से रामनवमी तक मां नागणेचा के धाम गंगाखेडी में आयोजित होगी भागवत कथा

Published

on

झाबुआ से नयन टवली की खबर ✍️

जब सौभाग्य का उदय होता है भागवत कथा सुनने मिलती है – प्रतापसिंह राठौर

झाबुआ । जब सौभाग्य का उदय होता है तभी भागवत कथा सुनने मिलती है। भगवान सत्य स्वरूप हैं। चित्त स्वरूप हैं। श्रीमद्भागवत कथा सुनना और सुनाना दोनों ही मुक्तिदायिनी है तथा आत्मा को मुक्ति का मार्ग दिखाती है। भागवत पुराण को मुक्ति ग्रंथ कहा गया है, इसलिए अपने पितरों की शांति के लिए इसे हर किसी को आयोजित कराना चाहिए। इसके अलावा रोग-शोक, पारिवारिक अशांति दूर करने, आर्थिक समृद्धि तथा खुशहाली के लिए इसका आयोजन किया जाता है। इसी तरह देवी भागवत कथा देवी उपासकों के लिए एक महापुराण माना जाता है। . यह पुराण परम पवित्र वेद की प्रसिद्ध श्रुतियों के अर्थ से अनुमोदित, अखिल शास्त्रों के रहस्य का स्रोत तथा आगमों में अपना प्रसिद्ध स्थान रखता है। यह सर्ग, प्रतिसर्ग, वंश, वंशानुकीर्ति, मन्वन्तर आदि पाँचों लक्षणों से पूर्ण हैं। उक्त जानकारी देते हुए श्री काली कल्याण धाम गंगाखेडी के ठाकुर प्रतापसिंह राठौर ने बताते हुए कहा कि  गंगाखेडी की पवित्र धरती एवं मां नागणेचाजी के चमत्कारिक स्थान एवं शेषावतार कल्लाजी महाराज के गादी स्थान पर आगामी 2 अप्रेल से 10 अप्रेल तक श्रीमद देवी भागवत कथा का भव्य आयोजन किया गया है।  उन्होने बताया कि गंगाखेडी तीर्थ स्थल पर मालवा सहित देश के कोने कोने से श्रद्धालुजन यहां आते है और माता के दरबार में मनोवांछित प्राप्त करते है। उन्होने बताया कि प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी 2 अप्रेल गुडी पडवा के पावन दिन से 10 अप्रेल रामनवमी तक पण्डित सुभाषजी गढावदिया के श्रीमुख से श्रीमद देवी भागवत कथा का आयोजन प्रातः 11 बजे से प्रतिदिन होगा । नवरात्रोत्सव में गंगाखेडी तीर्थ पर बिराजित शेषावतार श्री कल्लाजी महाराज एवं मा नागणेचा के आशीर्वाद प्रत्येक श्रद्धालुजन को प्राप्त होगें ।
ठा, प्रतापसिंह राठौर ने जिले भर की धर्मप्राण जनता से  अधिक से अधिक संख्या में सपरिवार पधार कर देवीभागवत कथा का धर्मलाभ लेने की अपील की है ।

Trending