झाबुआ

जीत जाएंगे हम तु अगर संग….✒️….. शरत शास्त्री की कलम

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🏏🏆झाबुआ प्रीमियर लीग
सामाजिक महासंघ, झाबुआ

————————————–⛑️ 🎤 यार क्या फिरकनी फेक रिया है, संपट नी पड़ री है,
सामने वाले कु,
ले उछाल दीं गेंद, रन रेत मेंटेन तो करेगा नी बे, गेंदीज कित्ती बची है यार,
ले एक और नौ बाल, रन तो बनते है रे,
भई आज तो जाजम सजने वाली है, खिलाडी हो गए, अभी भी रिकमेंट आ री है, कोई खिसका क्या, देखना भई, अपन
को एक नाम और जुड़वाना है, मेने उसको पेलेज क्या था, लोड
धडाधड जुड़वा रिये है, पर केता
वेट करते है, अब……
सोला टिम बन गई, ने आज शाम को डिसाइड हो जायेगा,
कप्तान पें खेल है यार, अपनी तो धुकधुकि चल री है क्या होयगा, पांच सिलेकशन ने पांच
चिट्ठी,, देखना मरवा नी दे यार
प्रेक्टिस तो कमीज है यार पर, अभी टेम है, ग्रोउंड जा रिये है, सुबे टेम नी मिलता, नींद नी खुलती, तो व्हाट्सअप कम चलाया कर बे,
फेंचाइजी पें भी काम चल रिया है, रात को भी ग्यारह बज गई थी, काम तो रेता रे यार, पर
हो जायेगा.
भोत सा काम अंदरखाने भी चलता पर मालुम नी पड़ता.
शाम को नीरज भई, पता नी ‘जीरु ‘ पिलायेंगे की नी, कल के सक्करपारे, ने मिक्चर गड़बड़ नी करे तो ठीक यार
वैसे तो दय पी लिया था, पर गर्मी भोत है यार…..
टेम होग्या यार, आज नींद नी अई……


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