झाबुआ – सांसद श्री गुमान सिंह डामोर जी ने आज सदन में माननीय सभापति महोदय के माध्यम से विषय रखा की देश मे समय देश की एकता और अखंडता में हमारे साधु-संतों की महती भूमिका रही है। हमारे संतो ने हमारी हजारों वर्षों पुरानी संस्कृति को मजबूत किया है ऐसे ही हमारे तेरापंथ धर्म संघ के 11 वे आचार्य श्री महाश्रमण जी, जो इस समय देश में अहिंसा का शंखनाद कर रहे हैं आचार्य श्री महाश्रमण जी ने अभी तक 3 देशो व 20 राज्यों की यात्रा कर चुके हैं और 8000 कि.मी पदयात्रा की “अहिंसा यात्रा” पूर्ण की है और 27 मार्च को उनकी यात्रा का समापन तालकटोरा मैदान में होगा मैं आपसे निवेदन करता हूं कि जिस मार्ग से आचार्य श्री महाश्रमण जी गुजरे हैं उस मार्ग का नाम अहिंसा मार्ग रखा जाए दूसरा यात्रा का जो उद्देश्य है। 1) हम सदभावना पूर्ण व्यवहार करें 2)हम सदभावना पूर्वक इमानदारी का पालन करें ।और 3)हम नशा मुक्त जीवन जीए साथ ही माननीय सांसद श्री डामोर जी ने सदन के माध्यम से यह भी मांग कि हमारे स्कूलों में पढ़ाए जाने वाले बच्चों को यह संकल्प सिखाएंगे तो वह देश के अच्छे नागरिक बनेंगे।