झाबुआ

दस वाहनो से चार्तुमास की विनती करने कुशलगढ पहुँचा झाबुआ श्री संघ

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झाबुआ जैन श्र्वेतांम्बर श्री संघ के सदस्यों का एक दल मरुधर से विहार कर मालवा में प्रवेश करने वाले राष्ट्रीय संत पुण्य सम्राट श्री मद् विजय जयंत सेन सुरिस्वरजी के पटृधर धर्म दिवाकर गच्छाधिपती श्री मद् विजय नित्यसेन सुरिस्वरजी महाराज साहेब को झाबुआ में चार्तुमास की जोरदार विनती करने के लिए श्री संघ अध्यक्ष मनोहर लाल भंडारी एवं राष्ट्रीय सह सचिव मुकेश जैन नाकोड़ा के नेत्रत्व में राज्स्थान के कुशलगढ पहुँचा उक्त जानकारी देते हुए नवकार संयोजक झाबुआ श्री संघ प्रवक्ता योगेन्द्र नाहर ने बताया कि
दस वाहनो से साहठ सदस्यों का एक दल श्री बावन जिनालय में दर्शन पुजन करने के पश्चात शहर के हदय स्थल राजवाड़े से कुशलगढ के लिए प्रस्थान किया कुशलगढ पहुँचकर सर्वप्रथम आचार्य श्री एवं मुनि मंडल के दर्शन वंदन के पश्चात सुश्रावक धर्म चन्द्र जी मेहता द्वारा गुरु वंदना करवाई गई पश्चात कुशलगढ श्री संघ द्वारा प्रवचन सभा में झाबुआ संघ के वरिष्ठ हुकमीचन्द छाजेड व सोहनलाल कोठारी का बहुमान किया उसी प्रवचन सभा में झाबुआ श्री संघ अध्यक्ष मनोहर लाल भंडारी ने विगत उन्नीस वर्षों से चार्तुमास के लिए चल रही विनती एवं आग्रह के बारे में विस्तार से बताते हुए गच्छाधिपती श्री से झाबुआ में चार्तुमास की जोरदार विनती करते हुए पुण्य सम्राट की पावन प्रेरणा से पिटोल में स्थापित श्री राजैन्द्र जयंत लिला शान्ति विहार धाम पिटोल के प्रतिष्ठा महोत्सव का मुहुर्त प्रदान करने की आग्रह पूर्ण विनती की जिस पर गच्छाधिपती श्री द्वारा शिघ्र ही मुहुर्त प्रदान कर चैत्र सुदी पूर्णिमा को चातुर्मास घोषणा का आश्वासन एवं आर्शीवाद प्रदान किया गया जिस पर उपस्थित श्री संघ के सदस्यों ने जयजयकार के गगनभेदी नारो से गुंजायमान किया

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