झाबुआ के मुख्य बाजार में पुलिस के निजी चार पहिया वाहन ने तोड़ा नियम, आधा घंटे तक बाधित रहा यातायात……….पुलिसकर्मी और अन्य वाहन चालको के बीच हुई तीखी नौक-झौक
झाबुआ। सारे नियम केवल आम जनता के लिए ही होते है, पुलिस और प्रशासन के लिए नहीं। यह 4 अप्रेल, सोमवार शाम 4 बजे तक साबित हुआ, जब सरदारपुर की पुलिस का एक निजी चार पहिया वाहन (मारूति) क्रमांक एमपी-13, सेवनए-2262 शहर के मुख्य बाजार में बेधड़क प्रवेश कर गया और इसके पीछे एक ओर चार पहिया वाहन आने से मुख्य बाजार में थांदला गेट के समीप लंबा जाम लग गया। इस बीच चार पहिया वाहन में बैठे पुलिसकर्मियों और अन्य दो पहिया वाहन चालकों के बीच तीखी नौक-झौक भी हुई। ज्ञातव्य रहे कि यातायात पुलिस एवं नगरपालिका की ओर से शहर के मुख्य बाजारों में भारी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है, बावजूद इसके इन मार्गों में तीन, चार पहिया वाहन तो ठीक कई बार लोडिंग वाहन, जीप, टाटा मेजिक वाहन और ट्रेक्टर भी ट्राली के साथ प्रवेश कर जाते है। कई बार मुख्य बाजारो में मकान-दुकान निर्माण कार्य के चलते पूरी सामग्री सड़को पर रख दिए जाने से मार्ग पर घंटों आवागमन बाधित हो जाता है। समस्या अक्सर भारी वाहनों के प्रवेश से आती है। ऐसे में यातायात पुलिस को चाहिए कि मुख्य बाजारों और तिराहो-चौराहों पर यातायात आरक्षक की तैनाती के साथ बोर्ड एवं संकतेक लगाए जाए, ताकि ऐसे भारी वाहन मुख्य बाजारो में प्रवेश नहीं कर सके। हम पुलिस है, कहीं से भी निकल सकते है सोमवार शाम को हुए इस वाकये में सरदारपुर के पुलिसकर्मी के इस निजी चार पहिया वाहन से लगे जाम के कारण जब राह चलते लोगो और वाहन चालको ने विरोध किया, तो पुलिसकर्मी नीचे उतरकर अपना रोब झाड़ने लगा और पुलिस कर्मचारी होने की बात कहकर हमारे लिए सब जायज है, कहकर अन्य वाहन चालको से बेवजह विवाद करने लगा। इस स्थिति के कारण थांदला गेट के समीप करीब आधे घंटे तक जाम की स्थिति बनी रहीं।