झाबुआ

धर्मान्तरितों को डि-लिस्टींग की मांग को लेकर 30 अप्रेल को एक लाख से अधिक जनजातीय वर्ग के लोग जंगी रैली निकाल कर करेगें विरोध प्रदर्शन

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आरक्षण सहित सरकार से मिलने वाले हितलाभों से वंचित करने की उठाई जावेगी मांग
जनजातीय सुरक्षा मंच की बैठक मे हुआ अहम फैसला

झाबुआ । धर्मान्तरण को लेकर जनजातीय सुरक्षा मंच द्वारा पूरे प्रदेश के साथ ही इस अंचल में भी धर्मान्तरण को लेकर तथा धर्मान्तरित व्यक्तियों को अनुसूचित जनजाति वर्ग को मिलने वाली शासकीय सुविधाओं के साथ ही आरक्षण का लिया जा रहे लाभ को समाप्त करने तथा मिलने वाली तमाम सुविधाओं से बेदखल करने को लेकर व्यापक तौर पर जनजागृति अभियान चला कर केन्द्र एवं प्रदेश सरकार को आहार करने तथा उक्तानुसार प्रभावी कार्यवाही को लेकर वातावरण का निर्माण किया जारहा है। इन्ही सब मुद्दो को लेकर 11 अप्रेल को झाबुआ में संगठन के अध्यक्ष मुकेश मेडा की अध्यक्षता में ऐसे लोगों को डिलिस्टीग को लेकर महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया ।
बडी संख्या में उपस्थित पदाधिकारियों एवं गणमान्यजनों को संबोधित करते हुए संगठन के अध्यक्ष मुकेश मेडा ने कहा कि इस अंचल के साथ ही पूरे प्रदेश में जनजातीय क्षेत्रों में र्इ्रसाई धर्म अपना चुके ऐसे लोग जो जनजातीय वर्ग के नाम पर विभिन्न उपक्रमों के साथ ही सरकारी एवं गैेर सरकारी आरक्षण का लाभ लेकर नौकरी पाने में सफल हुए है तथा केन्द्र एवं प्रदेश सरकार की कई महत्वाकांक्षी योजनाओं एवं कार्यक्रमों का जनजातीय वग्र के नाम पर लाभ उठा रहे है उन्हे तत्काल ही डिलिस्टींग करने के साथ ही उनको जनजातीय वर्ग की श्रेणी से बाहर किये जाने के लिये तथा उनके द्वारा दोहरा लाभ लिये जाने पर अंकुश लगाने के लिये वृहद स्तर पर प्रत्येक गा्रम एवं छोटे बडे कस्बों में बैठकों का आयोजन किया जा कर ऐसे धर्मान्तरित लोगों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की मांग को लेकर जनजागृति पैदा की जारही है। उन्होने बताया कि इसी कडी में आगामी 30 अप्रेल को जिला स्तर पर पूरे जिले के करीब 1 लाख से अधिक जनजातीय वर्ग के लोगों द्वारा जंगी रैली आयोजित की जाकर ईसाई बन चुके लोगो को ईसाई धर्मावलंबी मान कर उन्हे आदिवासी जनजातीय वर्ग के नाम से मिलने वाले आरक्षण के साथ ही मिलने वाली विभिन्न सुविधाओं एवं हितलाभों से वंचित करने की मांग की जावेगी ।
इस अवसर पर मानसिंह भूरिया, पूर्व विधायक शांतिलाल बिलवाल, गणपतसिंह मुनिया ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि ईसाई धर्म में धर्मान्तरित हुए ऐसे लोग जो शासन से आरक्षण का लाभ लेकर उच्च पदों पर आसीन हो गये है, सरकारी नौकरियों के साथ ही विभिन्न उपक्रमों में जनजातीय वर्ग के नाम से आरक्षण का लाभ ले रहे है तथा सरकार की विभिन्न योजनाओं, कार्यक्रमों का हितलाभ ऐसे धर्मान्तरित लोगों द्वारा लिया जारहा है, उन्हे डिलिस्टींग किया जावे तथा ऐसे लोगों को मिलने वाले अनाधिकृत हितलाभों को बंद कर इसकी उच्चस्तरीय जांच होना चाहिये । बैठक में मनोज अरोडा ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए ऐसे लोगों को डिलिस्टींग करने की मांग सरकार से की । इस अवसर पर महेश मुजाल्दे, बबलु सकलेचा सुशील सिसोदिया, किशोर भाबर, दीपक भाबोर, कानजी भूरिया, सूरभान गुण्डिया, राकेश अहेरिया, अलकेश मेडा, पवन परमार सहित बडी संख्या में गणमान्यजन उपस्थित रहे तथा अगामी 30 अप्रेल शनिवार को जिले के प्रत्येक गा्रम से बडी संख्या में जनजातीय वर्ग के लोग एकत्रित होकर आयोजित की जाने वाली रेली को सफल बनाने तथा अपनी एक जुटता प्रदर्शित करने का आव्हान किया गया है।

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