रतलाम / आयुष्मति अभियान के तहत जिले में गर्भवती माताओं के स्वास्थ्य परीक्षण का सिलसिला लगातार जारी है। इसी क्रम में बुधवार को जिले के दूरस्थ आदिवासी अंचल के ग्राम शिवगढ़ तथा चंद्रगढ़ में कैंप आयोजित किए गए। इस दौरान सांसद श्री गुमानसिंह डामोर, श्रीमती संगीता चारेल. डा. श्रीमती सुनीता यार्दे, एस.डी.एम. श्री संजीव पाण्डेय, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास विभाग श्री रजनीश सिन्हा, डीपीएम डॉक्टर अजहर अली, सहायक संचालक अंकिता पंड्या आदि उपस्थित थे।
सांसद श्री डामोर ने शिवगढ शिविर में सम्बोधित करते हुए कहा कि जिला प्रशासन द्वारा गर्भवती आदिवासी महिलाओं की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए आयोजित किए जा रहे शिविर सराहनीय हैं। आदिवासी अंचलों में स्वास्थ्य सुविधाओं पर विशेष रुप से ध्यान दिया जाना चाहिए। इस सम्बन्ध में जिला प्रशासन के प्रयास सराहनीय हैं।
दूरस्थ आदिवासी अंचल चंद्रगढ़ में आयोजित शिविर उल्लेखनीय रहा। यहां पर आदिवासी गर्भवती महिलाओं को दूर-दूर स्थित फलियों से एंबुलेंस द्वारा लाया गया। कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम के निर्देशन में आदिवासी गर्भवती महिलाओं के लिए शहर में उपलब्ध महंगी तथा आधुनिक जांच सुविधाएं शिविरों में दी गई हैं जिसका लाभ निश्चित रूप से आदिवासी महिलाओं को मिला है।
शिवगढ़ में आयोजित शिविर में 227 आदिवासी गर्भवती महिलाओं का परीक्षण किया गया, इनमें 47 महिलाएं उच्च जोखिम वाली पाई गई। 15 महिलाओं को ब्लड सुक्रोज चढ़ाया गया। इसी प्रकार चंद्रगढ़ में 98 महिलाओं का परीक्षण किया गया, इनमें से 38 महिलाएं उच्च जोखिम वाली पाई गई। 15 महिलाओं को ब्लड सुक्रोज चढ़ाया गया। इसके अलावा दो ऐसी महिलाओं को रतलाम रेफर किया गया जिनको रक्त की आवश्यकता थी।