वास्तव में ईश्वर की कृपा अर्जित करना है तो हम सभी को मानव सेवा जरूर करना चाहिए- निलेश मुणत समता युवा संघ ने बाल चिकित्सालय एवं महिला चिकित्सालय में किया फलों का वितरण
रतलाम । मानव सेवा एक ऐसा रास्ता है जिस पर चलकर हम बहुत कुछ प्राप्त कर सकते हैं। हमें दूसरों को भी मानव सेवा के मार्ग पर चलने की सलाह जरूर देना चाहिए, क्योंकि मानव सेवा का रास्ता जीवन में और इस दुनिया में बड़ा बदलाव ला सकता है। यदि हमें वास्तव में ईश्वर की कृपा अर्जित करना है तो हम सभी को मानव सेवा जरूर करना चाहिए। उक्त विचार शुक्रवार को जैन समाज के पूज्य आचार्य श्री रामशांति मसा. की 70 वी जन्म जयंती के अवसर पर समता युवा संघ के अध्यक्ष निलेश मुणत ने शासकीय बाल चिकित्सालय एवं मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य चिकित्सालय में 561 से अधिक मरीजों एवं एवं उनके अटेंडरों को फल वितरण के कार्यक्रम संपन्न होने के बाद कही ।
युव संघ के मंत्री अभिषेक रांका ने जानकारी देते हुए पूज्य आचार्य श्री रामशांति जी मसा. के 70 वें जन्म जयंती के अवसर पर समता युवा संघ ने मानव सेवा की भावना से शासकीय बाल चिकित्सालय एवं एमसीएच हास्पीटल में प्रत्येक भरती मरजी के अलावा बाह्य रेागी मरीजों , बच्चों एवं गर्भवती माताओं एवं प्रसूताओं को सेव फल का सम्मान पूर्वक वितरण किया गया । श्री रांका ने बताया कि पूज्य आचार्यश्री के सन्देशों एवं उनकी जनकल्याण की भावना से प्रेरित होकर समता युवा संघ द्वारा इस तरह के सेवा कार्य समय समय पर आयोजित किये जाते है। करीब 561 मरीजों को ताजे फलों का वितरण किया गया । उन्होने बताया कि पूज्य आचार्यश्री का कहना है कि मानव की सेवा निःस्वार्थ भाव से की जानी चाहिए। इसीलिए कहा गया है कि मानव सेवा ही माधव सेवा है।
पूज्य आचार्यश्री भी कहते है कि जैन धर्म का संदेश है जिओ और जीने दो। इसी कडी में समता युवा संघ भगवान महावीर के इन्ही संदेश का अनुसरण करते जरूरतमंदों की सेवा कर रहे हैं। साथ ही पुण्यलाभ भी ले रहे हैं।