रतलाम /कलेक्टर श्री पुरुषोत्तम द्वारा जिले के समस्त विकासखंडों में पहुंचकर स्थानीय अमले के साथ बैठक लेने का सिलसिला लगातार जारी है। कलेक्टर विकासखंड मुख्यालय पर पहुंचकर खंड स्तरीय अमले के कार्यों की समीक्षा करते हैं। योजनाओं कार्यक्रमों की प्रगति का जायजा लेते हैं। इस सिलसिले में कलेक्टर बुधवार को जिले के आलोट पहुंचे, वहां सभी खंड स्तरीय अमले के साथ बैठक आयोजित कर योजनाओं के क्रियान्वयन पर चर्चा की, प्रगति का जायजा लिया। सीईओ जिला पंचायत श्रीमती जमुना भिड़े, एसडीएम सुश्री मनीषा वास्कले, जिला स्तरीय अधिकारी तथा पटवारी एवं पंचायतों के सचिव उपस्थित थे।
इस दौरान कलेक्टर ने कहा कि आलोट से राजस्व रिकॉर्ड में हेराफेरी की शिकायतें मिली हैं, इसमें जो भी व्यक्ति लिप्त पाया जाएगा उसको बर्खास्त किया जाएगा। एसडीएम टीम गठित करें जो आलोट तथा ताल के तहसील कार्यालयों में राजस्व रिकॉर्ड की जांच करेगी। पटवारियों को निर्देशित किया कि गांव में उचित मूल्य की दुकान का निरीक्षण करते हुए सुनिश्चित करें कि निर्धारित समय सीमा में दुकान खुले। दुकानदार मशीन से पर्ची निकालकर उपभोक्ता को दें। पर्ची नहीं देने पर जुर्माने का प्रावधान है। कलेक्टर ने कहा कि राशन में गड़बड़ी से संबंधित सर्वाधिक शिकायतें जिले में आलोट क्षेत्र से आती हैं। कलेक्टर द्वारा आलोट क्षेत्र के आपूर्ति अधिकारी के विरुद्ध सख्त नाराजगी व्यक्त की गई। इसी प्रकार आलोट क्षेत्र में अवैध खनिज उत्खनन परिवहन के संबंध में कलेक्टर द्वारा सख्त नाराजगी प्रकट की गई एवं की जा रही कार्रवाई पर असंतोष व्यक्त किया गया।
ग्रीष्मकाल में पेयजल की स्थिति पर विशेष रूप से समीक्षा की गई। बताया गया कि आलोट क्षेत्र में 58 गांव जलसमस्या ग्रस्त हैं जहां समस्या के हल हेतु आवश्यकता पड़ने पर अतिरिक्त जलस्त्रोत निर्मित किया जा रहा है। आलोट क्षेत्र में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की एसडीओ की अनुपस्थिति की जानकारी कलेक्टर द्वारा दी गई। कार्यपालन यंत्री श्री गोगादे द्वारा जानकारी दी गई कि वे कई दिनों से आकस्मिक अवकाश पर हैं, इस पर कलेक्टर द्वारा उनका अवकाश अस्वीकृत करने के निर्देश दिए गए। क्षेत्र के स्कूलों, आंगनबाड़ियों में जल जीवन मिशन से जल उपलब्धता की समीक्षा करते हुए कलेक्टर द्वारा एक माह का समय कार्य पूर्ण करने के लिए निर्धारित किया गया।
कलेक्टर ने आलोट क्षेत्र में आंगनबाड़ियों के निर्माण तथा उपलब्धता की समीक्षा भी की। कलेक्टर द्वारा पंचायत सचिवों को चेतावनी दी गई कि वह बगैर प्रक्रिया पूर्ण किए शासकीय भूमि के पट्टे वितरित नहीं करें अन्यथा जेल भेजे जाएंगे। बैठक के दौरान कलेक्टर द्वारा राजस्व विभाग की स्वामित्व योजना, धारणाधिकार, जल जीवन मिशन क्रियान्वयन, मनरेगा कार्यों इत्यादि की विस्तृत समीक्षा की गई। कलेक्टर ने कहा कि आगामी जून में उनके द्वारा पुनः आलोट आकर समीक्षा की जाएगी। इस बैठक में दिए गए निर्देशों के पालन की जानकारी लेकर यह सुनिश्चित करेंगे कि अच्छे कार्य करने वाले पुरस्कृत हो तथा कार्य नहीं करने वाले दंडित किए जाएं। कलेक्टर ने समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी की समीक्षा भी बैठक में की। पटवारियों को निर्देशित किया कि वे क्षेत्र में अपने कार्य से अपनी साख बनाएं।