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प्रतिदिन वितरित किए जा रहे शिवशक्ति अभिमंत्रित सिद्ध रुद्राक्ष, नवरात्री में दो लाख का किया वितरण अब 6 माह में 21 लाख रुद्राक्ष वितरण का लक्ष्य

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मां अन्नपूर्णा कामाख्या शक्ति पीठ सेमिलया में छह माह से जारी अखंड रुद्र चंडी महायज्ञ
– जल्द निकाली जाएगी महाकाल उज्जैन से सेमलिया तक महाकाल अखंड ज्योत यात्रा
– रतलाम जिले के ग्राम सेमलिया में महामण्डलेश्वर मधुसूदनानंद महाराज द्वारा मां अन्नपूर्णा शक्तिपीठ का निर्माण किया जा रहा हैं। यह मप्र का सबसे बड़ा पीठ होगा। जिसमें आश्रम के साथ गुरूकुल, अस्पताल, गौशाला, युवाओं के लिए खेल सामग्री के साथ मैदान सहित सभी सुविधाएं दी जाएगी। पीठ निर्माण व आज की युवा पीड़ी को संस्कृति से जोड़ने के लिए महाराज द्वारा 1 वर्षिय अखंड रुद्र चंडी महायज्ञ किया जा रहा हैं, जिसे वर्तमान में छह माह हो गए हैं। गुड़ी पढ़वा पर्व से अखंड यज्ञ में शिवशक्ति अभिमंत्रित सिद्ध रुद्राक्ष का वितरण भी किया जा रहा हैं। छह माह में 21 लाख रुद्राक्ष का वितरण किया जाएगा। पीठ पर सभी तिर्थों की स्थापना के क्रम में जल्द उज्जैन महाकाल से अखंड ज्योत यात्रा निकाली जाएगी, जो सेमलिया आएगी।
रतलाम जिले के पिपलौदा तहसील के ग्राम सेमलिया से 1 किलो मीटर दूर पहाड़ी पर करीब 40 बीघा क्षेत्र में महामण्डलेश्वर मधुसूदनानंद महाराज द्वारा मां अन्नपूर्णा कामाख्या शक्ती पीठ धाम की स्थापना की जा रही हैं। पीठ स्थापना व युवाओं को धर्म संस्कृति से जोड़ने के लिए मधुसूदनानंद महाराज ने 7 अक्टूबर 2021 को एक वर्षिय अखंड रुद्र चंडी महायज्ञ किया जा रहा हैं। जिसमें प्रतिदिन दस महाविद्या, कामाख्या तंत्र, चंडी पाठ, रुद्र तंत्र आदी वैदिक सिंद्ध मंत्रों से काली मिर्च , नमक, लाल मिर्च, गन्ना, शहद, शक्कर, पिली सरसो व विभिन्न प्रकार की औषधीयों के साथ 24000 आहूतियां दी जा रही हैं। यज्ञ शुभारंभ पर भाजपा राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, पर्यावरण मंत्री हरदीपसिंह डग आदि नेताओं ने पहुंच कर आहूति दी। यज्ञ को निरंतर चलते हुए छह माह का समय हो गया हैं। महायज्ञ के छह माह पूरे होते ही महाराज ने आगमी छह माह तक शिवशक्ति अभिमंत्रित सिद्ध रुद्राक्ष का वितरण का संकल्प लिया।
महाराज मधूसुदनानंद महाराज ने बताया कि रुद्राक्ष महादेव को अति प्रिय हैं। उसे जो पहनता हैं उसे हर रोग दोष से मुक्ति मिल जाती हैं। विश्व शांति बनी रहती हैं। रुद्राक्ष वितरण का समय सुबह 10 बजे से 12 बजे तक व शाम 6 बजे से 8 बजे तक निर्धारित है। सभी भक्तजन अधिक से अधिक संख्या में पधारे ओर अदभुत (रूद्राक्ष) को धारण कर प्रकृति के आशीर्वाद को प्राप्त करें। गुड़ी पड़वा पर्व से वितरण शुरू किया केवल नवरात्री के नौ दिनों में दो लाख से अधिक रुद्राक्ष वितरण किया। वर्तमान में प्रतिदि 2000 रुद्राक्ष का वितरण किया जा रहा हैं। वहीं आगामी छह माह में 21 लाख लाख रुद्राक्ष वितरण का लक्ष्य हैं।
जल्द निकाली जाएगी महाकाल यात्रा
शक्ती पीठ पर देश के प्रसिद्ध धामों से भगवान का आव्हान कर यहां स्थापित किया जा रहा हैं। इस क्रम में अभी राजस्थान के सांवलिया सेठ से भगवान सांवलिया की प्रतिकृति भव्य शोभा यात्रा के साथ पीठ पर लाई गई। अब इसी तरह उज्जैन महाकाल से भगवान महाकाल की प्रतिकृति व वहां जल रही अखंड ज्योत को शक्ति पीठ लाया जाएगा। इसके लिए उज्जैन से ग्राम सेमलिया स्थित अन्नपूर्णा पीठ तक महायात्रा निकाली जाएगी। इसी तरह देश के अलग-अलग धाम से तिर्थो की स्थापना इस पीठ पर की जाएगी।
पहुंच मार्ग हुआ तैयार, विद्युत लाइन भी पहुंची
पीठ निर्माण के लिए वर्तमान में पहाड़ी तक पहुंच मार्ग के लिए सीसी रोड बनकर तैयार हैं। वहीं विविकं द्वारा 11 केवी की विद्युत लाइन डालने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। पहाड़ी पर पौधरोपण के साथ युवाओं के लिए खेल मैदान तैयार किए जा रहे हैं। ओपन जीम की मशीनें भी लग चुकी हैं। भंडारा आयोजन के लिए शेड निर्माण किए जा रहे हैं।
प्रतिदिन चल रहा भंडारा
पीठ निर्माण के साथ यहां प्रतिदिन भक्तों के लिए भंडारे का आयोजन भी किया जा रहा हैं। यहां प्रतिदिन दो से तीन हजार भक्त प्रसादी ग्रहण कर रहे वहीं पूर्णिमा के दिन दस से पंद्रह हजार भक्तों के लिए भोजन तैयार हो रहा हैं।
बॉक्स
शिवशक्ती कालीदास धाम सांतला रोहतक हरियाणा पीठ के महामंडलेश्वर मधुसूदनानंद महाराज ने बताया कि पीठ निर्माण के साथ युवाओं को भारतीय संस्कृति से जोड़ने के उद्देश्य के साथ अखंड यज्ञ किया जा रहा हैं जो एक साल तक जारी रहेगा। यज्ञ आचार्य जगदीश के नेतृत्व में विद्ववजनों द्वारा अखंड रुद्र चंडी महायज्ञ के साथ रुद्राक्ष को अभिमंत्रित करने का काम किया जा रहा। यह अभिमंत्रित रुद्ध्राक्ष आम लोगों को वितरित किए जा रहे। अभी तक ढ़ाई लाख से अधिक किया वितरण, छह माह में 21 लाख वितरण का लक्ष्य। यज्ञ से प्राचिन समय में ऋषिमुनि प्रकृति का वातावण शुद्ध बनाएं रखते थे लेकिन वर्तमान में फेक्ट्रियों के धुएं ने पूरा वातावरण बिगाड़ रखा हैं। यज्ञ परंपरा से युवा पीढ़ी को भी जोड़ने का काम किया जाएगा। पीठ पर लोगों को आध्यात्म व विज्ञान का विशेष संगम देखने को मिलेगा।
महामण्डलेश्वर मधुसूदनानंद द्वारा धर्मजागरण व राष्ट्र हित के लिए छह माह से किया जा रहा अखंड यज्ञ।
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