झूठ बोलो दमदारी से बोलो, किंतु पत्नी, पति से पति, पत्नी से बेटी, मां बाप से शिष्य, गुरु से और भक्त भगवान से झूठ ना बोले***कथा वाचक श्री प्रदीपजी मिश्रा के शिव पुराण कथा में 3 लाख जन समुदाय के बीच दूसरे दिन के प्रवचन
रतलाम- झूठ बोलो दमदारी से बोलो किंतु पत्नी पति से, पति पत्नी से बेटी मां बाप से शिष्य गुरु से और भक्त भगवान से झूठ ना बोले । झूठ बोलना है तो गौ रक्षक बनकर झूठ बोलो क्योंकि गाय आपकी माता है और माता का कत्ल होने के पूर्व बेटा मां को बचाने के लिए यह झूठ बोलता है तो कोई गुनाह नहीं करता । राष्ट्र की सुरक्षा और उत्थान के लिए भी झूठ बोलना पाप नहीं है यह बात पंडित प्रदीप मिश्रा ने रतलाम में आयोजित शिव पुराण कथा के दूसरे दिन करीब 3 लाख शिव भक्तों को प्रवचन में कही । पंडित श्री मिश्रा ने कहा कि मनुष्य जीवन की देह मिलती बहुत मुश्किल से है और इस मुश्किल देह को व्यर्थ ना गवाएं । छोटे-छोटे बच्चों को संस्कार एवं ज्ञान का पाठ पढ़ाते हुए उन्हें धर्म की ओर अग्रसर करें । आपने कहा कि मन का चित्त भगवान में लगा तो जीवन की सार्थकता सिद्ध हो जाएगी आप जब घर परिवार में बैठे तो शिव पुराण का मंथन करें तो निश्चित रूप से भगवान शिव के प्रति घर एवं परिवार में आपकी आस्था ज्यादा जागृत होगी । नहाना और स्नान की व्याख्या करते हुए आपने कहा कि बाथरूम में साबुन लगाकर नहाना होता है लेकिन बिना मुंह धोए भगवान के दर्शन करना ही सबसे बड़ा स्नान है । सुखी जीवन के फार्मूले बताते हुए आपने कहा कि घर में आपकी बहू आपको बहुत कितना ही ताने मारे, गालियां दे, समय पर भोजन न दे, दुर्व्यवहार करें कोई बात नहीं लेकिन आप अपनी बहू की 4 महिलाओं में तारीफ करना शुरू कर दें निश्चित रूप से एक माह बाद बहू की प्रवृत्ति और प्रकृति अपनी सास के प्रति बदल जाएगी । राजस्थान में 300 वर्ष प्राचीन शिव मंदिर तोड़ने का जिक्र करते हुए आपने कहा कि जिन्हें मंदिर तोड़ना है वह तोड़ते रहे हम बनाते रहेंगे अरे मंदिर तोड़ने वालों हजारों लोगों के हृदय में जो शिव बैठा है उसके मंदिर को कैसे तोड़ोगे। आपने सुंदर शब्दों में कहा कि मंदिर तोड़ना आसान है किंतु मंदिर तोड़ने वालों को भोगना ही है यह कुर्सी, सत्ता, धन दौलत और सारी की सारी डिग्रियां सब यही धरी की धरी रह जाएगी इसलिए सत्ता के मोह को छोड़ अच्छे कर्म की ओर चल पड़ो । पंडित मिश्रा ने एक बिल्व पत्र की महत्ता प्रतिपादित करते हुए बताया कि एक बिल्व पत्र व्यक्ति को डॉक्टर के पास जाने से रोक देगा इसलिए बिल्व पत्र को मंदिर से विसर्जित करने की बजाय उसे सहजे सुखा लें और पाउडर बनाकर भक्तों को प्रसाद के रूप में बांटे निश्चित रूप से यह पाउडर लोगों के निरोगी होने में सहायक होगा । पंडित मिश्रा ने अपने प्रवचन में आगे कहा कि ताने देने वाले व्यक्ति को ताना देने देते रहने दे, गालियां देने वाले को गालियां देने दो, आप तो सिर्फ भगवान शिव की भक्ति में लगे रहो सब कुछ अच्छा ही होगा बुराई करने वाले को बुराई करने दो आप तो बुराई के कचरे पर बैठकर अपने जीवन को ऊंचा उठाने का प्रयत्न करो । प्रवचन के दौरान आपने रतलाम कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम एवं रतलाम एसपी अभिषेक तिवारी से हुई मुलाकात का जिक्र करते हुए प्रवचन में कहा कि बड़े ही सहज एवं प्रसन्न चित्त भाव में उन्होंने मुझे चर्चा करते हुए कहा कि पंडितजी आपके रतलाम आने से रतलाम की चारों दिशाओं के हर घर में प्रसन्नता है मैंने उन्हें कहा कि यह भगवान शिव का ही प्रताप है । कथा के दूसरे दिन 9000 वर्ग फीट पांडाल को बढ़ाया गया फिर भी जगह की कमी चर्चा का विषय रही ।