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किसान उद्यमी भी बने, कृषि आधारित उद्योग शुरू करें : विधायक डॉ. पांडेय किसान मेला एवं कृषि प्रदर्शनी का आयोजन

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रतलाम / ज्ञान के साथ अनुभव की अत्यंत आवश्यकता है। किसान उद्यमी भी बने, कृषि आधारित उद्योग शुरू करें। उक्त विचार जावरा विधायक डॉ. राजेन्द्र पांडेय ने कृषि विज्ञान केंद्र कालूखेड़ा द्वारा आयोजित किसान भागीदारी प्राथमिकता हमारी अभियान के तहत किसान मेला व प्रदर्शनी कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किये। कार्यक्रम की अध्यक्षता दुग्ध संघ के संचालक व केवीके के अध्यक्ष श्री के.के. सिंह कालूखेड़ा ने की। कार्यक्रम में जनपद पंचायत जावरा के प्रधान श्री रामविलास धाकड़, प्रगतिशील कृषक श्री धीरज सिंह सरसी, श्री  हेमन्त पाटीदार  व श्री दशरथ कुमावत भी मंचासीन थे।

कृषि विज्ञान केन्द्र जावरा रतलाम एवं आत्मा परियोजना, कृषि कल्याण एवं विकास विभाग, जिला रतलाम के संयुक्त तत्वाधान में आजादी का अमृत महोत्सव अंतर्गत भारतीय प्राकृतिक कृषि पद्धति, तिलहन, कन्दन अनाज एवं जैव सवंर्धित फसलों पर आधारित किसान मेला एवं कृषि प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में डॉ. सर्वेश त्रिपाठी द्वारा केवीके के विभिन्न कार्यो एवं मेले के आयोजन की रूपरेखा के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। केंद्रीय कृषि मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर द्वारा सजीव प्रसारण के माध्यम से विभिन्न केवीके के किसानों से चर्चा की गई। अतिथियों द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्र की विगत छः वर्षो की उपलब्धियों पर आधारित पत्रिका का विमोचन किया गया। कार्यक्रम के दौरान आत्मा परियोजना, जिला रतलाम द्वारा प्रगतिशील कृषको को अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने हेतु उन्हें पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।

विधायक डॉ.पांडेय द्वारा किसान भाईयों को फसल चक्र अपनाने, केवीके से नई तकनीकी को सीखने एवं अपनाने, समय-समय पर जागरूक होने पर बल दिया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए किसान भाईयों से आव्हान किया जा रहा है, उसी तारतम्य में बताया कि प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री द्वारा देशी गाय को पालने हेतु राशि 900 रूपए अनुदान योजना की घोषणा की है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे श्री कालूखेड़ा द्वारा अपने उद्बोधन में जिले के प्रगतिशील किसानों से प्राकृतिक खेती में आगे आने तथा अन्य कृषको को जोड़ने का आव्हान किया। उन्होंने प्रगतिशील कृषको से खेती के क्षेत्र में उपलब्धियों की जानकारी प्राप्त की।

कृषक श्री भरतसिंह भाटखेड़ा, श्री सुनील शर्मा सादाखेड़ी, श्री राजेश माली ढोढर, श्री मनोहरसिंह गुर्जर रणायरा, श्री धन्नालाल पाटीदार सैलाना, श्री चन्द्रभानु चौहान धामनोद ने अपनी उपलब्धियों के बारे में जानकारी प्रदान की।  कार्यक्रम के दौरान श्री धीरजसिंह सरसी एवं श्री हेमन्त पाटीदार प्रगतिशील कृषक द्वारा भी जैविक खेती के साथ-साथ प्राकृतिक खेती अपनाने पर जोर दिया। उक्त कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. सी.आर. कांटवा द्वारा प्राकृतिक खेती अपनाएं और अपने घर परिवार को स्वस्थ करें। इसी दौरान प्राकृतिक खेती के घटको जैसे बीजामृत, जीवामृत, घन जीवामृत, नीमास्त्र, अग्नि अस्त्र, पांच पत्ती अर्क आदि के बारें में बनाने एवं उपयोग करने के तरीके बताएं । संचालन डॉ. डी.आर. पचौरी एवं आभार प्रदर्शन श्री एन.के छारी, अनुविभागीय अधिकारी (कृषि) ने किया ।

कार्यक्रम में उपसंचालक कृषि श्री विजय कुमार चौरसिया, परियोजना निदेशक आत्मा श्री निर्भयसिंह नर्गेश, श्री दिलीप सेठिया लीड बैंक मैनेजर, के साथ ही केवीके के डॉ. बरखा शर्मा, डॉ. रामधन घसवा, डॉ. रोहताष सिंह भदौरिया, डॉ. ज्ञानेन्द्र प्रताप तिवारी, डॉ. शिशराम जाखड़, श्री अनिल उपाध्याय, श्री मनोज कुंमार रजक, श्री अजित जैन, श्री जितेन्द्र भण्डारी, श्री प्रीतेश पाटीदार, श्री घनश्याम गायरी, श्री निरजन नाथ उपस्थित रहे। इस अवसर पर विभिन्न विभागों स्वास्थ्य विभाग, पशुपालन विभाग, कृषि विभाग, केवीके कालूखेड़ा, महिला बाल विकास विभाग, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका परियोजना की स्वयं सहायता समूहो, जैविक कृषक, एफ.पी.ओ., मधुमक्खी पालक कृषको के द्वारा कृषि प्रदर्शनी लगाई गई।

आयुष विभाग द्वारा कृषि मेले में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन

रतलाम/ आयुष विभाग म.प्र. शासन के निर्देशन में एवं कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम के मार्गदर्शन में, आज़ादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत “किसान भागीदारी प्राथमिकता हमारी” के अंतर्गत कृषि विज्ञान केंद्र परिसर कालूखेड़ा में आयोजित कृषि मेले में आयुष विभाग द्वारा नि:शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण एवं चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में डॉ. अंकित विजियावत ने स्वास्थ्य परीक्षण कर चिकित्सा की। 48 पुरुष और 16 महिलाओं का स्वास्थ्य परीक्षण कर औषधि वितरित की गई। आयुष विभाग की और से श्री अनिल मेहता, श्री राजेन्द्र सिसोदिया, श्री भेरूलाल हाड़ा और श्रीमती संगीत पाल ने अपनी सेवाएं दी। जिला आयुष अधिकारी डॉ. बलराज सिंह चौहान ने आमजन से आयुष औषधियों का अधिक से अधिक लाभ लेने की अपील की है।

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