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श्री सत्यसाई सेवा समिति वर्ष भर आध्यात्मिक, शैक्षिक एवं सेवा गतिविधियों का करेगी संचालन डा. मंगलेश्वरी जोशी ने दी जानकारी

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6 मई तक श्रद्धा एवं भक्ति के साथ मनाया जावेगा ईश्वरम्मा सप्ताह
रतलाम । श्री सत्यसाई सेवा समिति रतलाम के पदाधिकारियों एवं सदस्यों की अहम बैठक का आयोजन रेल्वे कालोनी स्थित सत्यधाम समिति भवन पर सायंकाल 7 बजे शुक्रवार को किया गया । बैठक में सत्यसाई सेवा समिति की आध्यात्मिक,शैक्षिक एवं सेवा गतिविधियों के संचालन को लेकर अहम निर्णय लिये गये । समिति की डा. मंगलेश्वरी जोशी ने जानकारी देते हुए बताया कि बैठक में सर्वानुमति से यह तय किया गया है कि आध्यात्मिक गतिविधियो के तहत प्रति माह के अंतिम सप्ताह में समिति की बैठक होगी जिसकी सूचना गुरुवार को दी जावेगी । प्रत्येक माह की 19 तारीख को महिला भजन होंगे जिसमें शैक्षणिक गतिविधियों वेद पाठ एवं अन्य गतिविधियों पर भी महिलाओं के द्वारा चर्चा की जा जावेगी । प्रत्येक गुरुवार को भजन गायक की सूची प्रकाशित की जावेगी , जिन्हे भजन गाना है, वे भजन गायक पूर्व में ही अपनी उपस्थिति देंगे । प्रांतीय बैठक के निर्देशानुसार यह प्रयास करें कि सफेद यूनिफार्म में पुरुष भजन गायक हो । 12 भजन गायकों की सूची आध्यात्मिक प्रभारी द्वारा प्रदान की जावेगी । आरती उसे ही प्राप्त होगी जो सफेद यूनिफार्म में होंगे । ताल स्वर के वाद्य यथा समय पहले ही रखे जावे यह उत्तरदायित्व समिति की व्यवस्था देखने वाले पर होगा। यूनिट भजन यथावत रहेंगे । माह के एक मंगलवार स्टडी सर्कल होगा। जिसके विषय और स्थान की सूचना गुरुवार को दी जा सकेगी। माह में एक बार भजन प्रशिक्षण होगा। प्रशिक्षित द्वारा वह भजन बार-बार गाकर श्रेष्ठ भजन गायक बन सकता है, अर्थात सीखे हुए भजन को गुरुवार के दिन उसे गाया जाए। इस प्रकार भजन के स्तर में सुधार होगा । भजन प्रशिक्षण माह में आने वाले सार्पजनिक अववकाश के दिन (रविवार का दिन छोड़कर) रखा जावेगा। माह में एक बार अनुरोध भजन अवश्य रखे जाएंगे । अनुरोध भजन के स्थान- बाल विकास के बच्चों, हमारे परिचित एवं जिनके घर यूनिट भजन नहीं होते हैं वहां पर अवसरों के अनुकूल रखे जा सकेंगे । इससे साईं श्रद्धालुओं की संख्या में भी वृद्धि की जा सकेगी। पुरुष भाई भी वेद पाठ सीखने हेतु गिरीश इंगले से संपर्क कर वेद पाठ सीखें। बैठक के निर्णय के अनुसार जिले में पुनः एक बार वेद पाठ शिविर श्रीमती साईं लता राज (राज्य समन्वयक वेद पाठ )को आमंत्रित कर लाभ उठाया जावे। ताकि वेद पाठ पढ़ने में हमसे गलतियां न हों।
सेवा गतिविधियो पर चर्चा में यह निर्णय हुआ कि सेवादल सदस्य सदैव स्कार्फ साथ रखें। महिला सेवा दल अपनी वेशभूषा पर अवश्य ध्यान देवें। पूर्ण अनुशासन का पालन करते हुए प्रत्येक गतिविधि में शामिल होवें। नारायण सेवा की सब्जी ,गुरुवार को हुई घोषणा के अनुसार बनाई जावे। गुरुवार या अन्य दिवसों में जब समिति भवन में कार्यक्रम आयोजित होते हैं ऐसी स्थिति में समिति भवन की सफाई हेतु पूर्व में ड्यूटी लगाई जावे प्रत्येक गुरुवार को दो सेवादल (महिला एवं पुरुष) के नाम की घोषणा सेवा दल प्रभारी श्री हनुमंत रत्न पारखी द्वारा की जावेगी एवं उनसे फोन के द्वारा संपर्क भी किया जावेगा।
समिति भवन में रखे गए डिब्बे में गुप्त रूप से (सीलिंग एण्ड डिज़ायर) अर्थात इच्छाओं पर नियंत्रण की आचार संहिता का पालन करते हुए श्रद्धा अनुसार डाला जावेगा। हमारे संगठन में किसी भी प्रकार का दान और दानपात्र नहीं रखा जाता है और न ही पैसा सार्वजनिक रूप से किसी से लिया जावेगा। सीलिंग एंड डिजायर को एकत्र करने की जिम्मेदारी समिति संयोजक की रहेगी । किसी भी सेवा गतिविधि को करते समय या नारायण सेवा करते समय अनावश्यक शोरगुल ना हो सके इस हेतु साईं गायत्री की धुन चलती रहे यह जिम्मेदारी सेवा दल की रहेगी । श्री साईं मणि अय्यर इस उत्तरदायित्व का निर्वाह करेंगे।
शैक्षणिक गतिविधियों के अन्तर्गत चर्चा कर निर्णय हुआ कि पूर्व में चल रही बाल विकास कक्षाएं यथावत प्रारंभ की जा सके इस हेतु महिला एवं पुरुष सभी बाल विकास केंद्रों पर जाकर पालक संपर्क कार्यक्रम के माध्यम से पुनः प्रारंभ किए जावे क्योंकि कोरोना काल के अंतर्गत बच्चों से दूरी हो गई थी ,जिसे अब दूर किया जा सकेगा। बैठ में यह भी तय किया गया कि हमें ग्रामों में भी बाल विकास की गतिविधियों को चलाना है । अतः ग्राम में बच्चों को भजन प्रशिक्षण दिए जाने का उत्तरदायित्व रमेश मालवीय, संदीप दलवी और रवि हंसोगें द्वारा निर्वाह किया जावेगा। साथ ही इन तीनों प्रशिक्षकों के नाम राज्य स्तर पर भेजे जा रहे हैं। सभी बाल विकास गुरु अपने बाल विकास बच्चों से संपर्क में रहें । बाल विकास वह नींव है जो समिति को आधार प्रदान करती है।
बैठक के निर्णय के अनुसार 30 अप्रैल से 6 मई 2022 तक ईश्वरम्मा सप्ताह के अंतर्गत विद्यार्थी सप्ताह मनाया जाता है, ,जिसके अंतर्गत 3 मई से 6 मई तक समर कैंप आयोजित किया जा सकेगा । 6 मई को समर कैंप का समापन किया जावेगा इसके अंतर्गत भूतपूर्व छात्र छात्राओं को भी आमंत्रित किया जाना है, अतः सभी साईं भक्त अपने संपर्क में आने वाले भूतपूर्व छात्र -छात्राओं को अवश्य ही इस कार्यक्रम में सम्मिलित होने का आग्रह करेंगे । 30 अप्रैल से लेकर 6 मई 2022 तक कार्यक्रम का समय सायं 7-00 बजे से 8-30 बजे तक का रहेगा । समर कैंप को छोड़कर शेष दिनों में नाम संकीर्तन रहेगा। सभी साईं भक्तों को समिति भवन में अवश्य अपनी उपस्थिति देने की अपील की गई है। सभी साईं भक्त समस्त गतिविधियों को सुचारू रूप से संचालित होने हेतु आपसी तालमेल बैठा कर स्वामी के आशीर्वाद और कृपा का लाभ ले सकेंगे।
फोटो- बैठक में जानकारी देते हुए श्रीमती जोशी

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