राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम ग्रामीण अंचल में एक संजीवनी के रूप में काम कर रहा है | जिसका फायदा रामा ब्लॉक के बालक संजय को कोकलियर इंप्लांट्स की सर्जरी होने के बाद जल्दी ही बोलने और सुनने लगेगा |
पिछले साल जब राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की रामा टीम के चिकित्सक डॉक्टर अल्केश मालवीय को पता चला कि ग्राम ढोचका में संजय पिता राघू 5 वर्ष सुनने और बोलने में अक्षम है गूंगा बहरा है तो वह उसके घर उसे ढूंढते हुए उसके घर पहुंचे और बच्चे की जांच करने के पश्चात परिवार को जानकारी दी की राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत आपके बच्चे का ऑपरेशन निशुल्क किया जाएगा जिससे कि उसके सुनने और बोलने की क्षमता लौट आएगी
कोकलियर इंप्लांट्स एक बहुत ही महंगी सर्जरी है जिसकी लागत लगभग 5 से 7 लाख के मध्य होती है जन्म जात बच्चों के लिए राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम एक संजीवनी के रूप में काम कर रहा है आदिवासी गरीब परिवार तो इतनी महंगी चिकित्सा के बारे में सोचना भी नामुमकिन है मगर राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत प्रत्येक बच्चे की हद में है | कोकलियर इंप्लांट्स के बाद संजय सब कुछ स्पष्ट सुनने लगा है और इंदौर के निजी चिकित्सालय में अभी वह स्पीच थेरेपी के सेशंस ले रहा है और जल्द ही वह बोलना भी प्रारंभ कर देगा |
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ डीएस चौहान के मार्गदर्शन में एवं जिला कार्यक्रम प्रबंधक आरआर खन्ना और जिला समन्वयक सुभाष बिनजारे के सहयोग से सारी प्रक्रिया पूर्ण हुई और बच्चा एकदम स्वस्थ है परिवार डॉक्टर अल्केश मालवीय एवं राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के लिए सरकार को दुआएं दे रहा है