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राहुल गांधी नेपाल के नाइट क्लब में ड्रिंक्स पार्टी एन्जॉय करते दिखे।  भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दिल्ली में जमीन पर बैठ कर जैन मुनि प्रज्ञ सागर से आशीर्वाद लिया। यह है भारत की सनातन संस्कृति।

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सवा सौ साल पुरानी कांग्रेस पार्टी का एक चिंतन शिविर 13 से 15 मई के बीच राजस्थान के उदयपुर शहर में होने जा रहा है। माना जरा है कि इस शिविर में राहुल गांधी को फिर से कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित किया जाएगा। इससे देश की राजनीति में राहुल गांधी के महत्व का अंदाजा लगाया जा सकता है। राहुल पहले भी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं। ऐसे राहुल गांधी को पड़ोसी देश नेपाल के एक नाइट क्लब में आयोजित डिंक्स पार्टी में देखा गया। इस पार्टी में बड़े साइज की शराब की बोतलें रखी हुई हैं और पार्टी में शामिल लोग एन्जॉय कर रहे हैं। कांग्रेस का कहना है कि राहुल गांधी अपनी महिला मित्र सुमानिया उदास के विवाह समारोह में शामिल होने के लिए नेपाल में है। राहुल गांधी किसी विवाह समारोह की किस पार्टी में शामिल होते हैं तो यह उनका व्यक्तिगत मामला है। जीवन जीने की अपनी अपनी शैली है। जब यदि महिला मित्र ने शादी की पार्टी नाइट क्लब में रखी है तो इसमें राहुल गांधी क्या कर सकते हैं। नाइट क्लब की पार्टी में जाना कोई अपराध नहीं है। कांग्रेस के अपने तर्क हो सकते हैं, लेकिन कांग्रेस के नेताओं को यह समझना चाहिए कि राहुल गांधी पिछले 20 वर्षों से एक जनप्रतिनिधि की भूमिका भी निभा रहे हैं। वे एक ऐसी पार्टी के अध्यक्ष है, जिसके देश में करोड़ों कार्यकर्ता हैं। यह माना कि नाइट क्लब की पार्टी में जाना कोई अपराध नहीं है। लेकिन फिर भी जनप्रतिनिधियों से अच्छे आचरण की उम्मीद की जाती है। कांग्रेस की सदस्यता देने से पहले यह स्वीकृति ली जाती है कि वह शराब का सेवन नहीं करता है। यानी कांग्रेस पार्टी में शराब को इतना बुरा माना गया है। अब यदि राहुल गांधी शराब की बड़ी बड़ी बोतलों के साथ नजर आएंगे तो राजनीति में चर्चा तो होगी ही।
राष्ट्रपति ने लिया जैन मुनि से आशीर्वाद:
भारत में संवैधानिक दृष्टि से राष्ट्रपति का पद सबसे बड़ा होता है। देश के इस सबसे बड़े पद पर रामनाथ कोविंद विराजमान हैं। इतने बड़े पद पर रहने के बाद भी कोविंद अपनी सनातन संस्कृति को नहीं भूले हैं। भारत का इतिहास गवाह है कि बड़े बड़े राजा-महाराजा, साधु संतों तपस्वियों आदि के समक्ष सिर झुकाते रहे हैं। 3 मई को दिल्ली में भगवान महावीर सुपर स्पेशलिटी अस्पताल की आधारशिला रखने के अवसर पर राष्ट्रपति कोविंद ने सनातन संस्कृति की परंपरा को निभाते हुए जैन मुनि प्रज्ञ सागर से सिर झुकाकर आशीर्वाद लिया। आशीर्वाद लेने के लिए राष्ट्रपति जमीन पर बैठे, जबकि जैन मुनि अपने आसन पर विराजमान रहे। राष्ट्रपति की विनम्रता और श्रद्धा को देखते हुए जैन मुनि ने अपनी पवित्र पिच्छी उनके सिर पर रखी। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि नाइट क्लब की संस्कृति के मुकाबले भारत की सनातन संस्कृति कितनी प्रेरणादायक है। सनातन संस्कृति हमें एक अच्छा इंसान बनने की प्रेरणा देती है।
S.P.MITTAL BLOGGER (04-05-2022)

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