प्रदेश युवक कांग्रेस अध्यक्ष डा. विक्रांत भूरिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज । सांसद गुमानसिंह डामोर के वक्तव्य को एडिट कर वायरल की थी डा. विक्रांत भूरिया ने । रतलाम/झाबुआ । रतलाम,झाबुआ आलीराजपुर के सांसद श्री गुमानसिंह डामोर के नीजि सचिव सागरसिंह रावत की शिकायत पर झाबुआ कोतवाली में प्रदेश युवक कांग्रेस के अध्यक्ष डा. विक्रांत भूरिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है । पुलिस ने आईपीसी की धारा 505(1)(बी), 120 बी, 499 एवं 500 के तहत मामला दर्ज किया है। उनके साथ युवक कांग्रेस आलीराजपुर के जिलाध्यक्ष दीपक भूरिया को भी आरोपी बनाया गया है। यह था मामला 29 अप्रेल को आलीराजपुर में जनजाति सुरक्षा मंच की डिलिस्टींग रैली के दोरान सांसद गुमानसिंह डामोर ने मीडिया को एक बयान दिया था जिसमे आदिवासी से अन्य धर्मो में धर्मान्तरित हुए लोगों जनजाति आरक्षण से वंचित करने के लिये लोकसभा और राज्यसभा में कानून बनाने और इसके पहले जनजागरण कर वातावरण बनाने की मांग की गई थी । आरोप हैै कि उनके बयान के आदिवासी से अन्य धर्मो में धर्मान्तरित हुए लोगों के आरक्षण समाप्त करने संबंधित हिस्से को वीडियों से एडिट किया गया जिसके बाद वीडियों यह दिखने लगा कि डामोर आदिवासियों का आरक्षण समाप्त करने की बात कर रहे है, वीडियों वायरल होने और सोश्यल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर अपलोड होने के बाद सांसद गुमानसिंह डामोर की ओर से उनके नीजि सचिव सागरसिंह रावत ने झाबुआ पुलिस को असली वीडियों सौप कर की थी जिसके परीक्षण उपरान्त झाबुआ कोतवाली पुलिस ने यह एफआईआर दर्ज की ।
रतलाम/झाबुआ । रतलाम,झाबुआ आलीराजपुर के सांसद श्री गुमानसिंह डामोर के नीजि सचिव सागरसिंह रावत की शिकायत पर झाबुआ कोतवाली में प्रदेश युवक कांग्रेस के अध्यक्ष डा. विक्रांत भूरिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है । पुलिस ने आईपीसी की धारा 505(1)(बी), 120 बी, 499 एवं 500 के तहत मामला दर्ज किया है। उनके साथ युवक कांग्रेस आलीराजपुर के जिलाध्यक्ष दीपक भूरिया को भी आरोपी बनाया गया है।
यह था मामला
29 अप्रेल को आलीराजपुर में जनजाति सुरक्षा मंच की डिलिस्टींग रैली के दोरान सांसद गुमानसिंह डामोर ने मीडिया को एक बयान दिया था जिसमे आदिवासी से अन्य धर्मो में धर्मान्तरित हुए लोगों जनजाति आरक्षण से वंचित करने के लिये लोकसभा और राज्यसभा में कानून बनाने और इसके पहले जनजागरण कर वातावरण बनाने की मांग की गई थी । आरोप हैै कि उनके बयान के आदिवासी से अन्य धर्मो में धर्मान्तरित हुए लोगों के आरक्षण समाप्त करने संबंधित हिस्से को वीडियों से एडिट किया गया जिसके बाद वीडियों यह दिखने लगा कि डामोर आदिवासियों का आरक्षण समाप्त करने की बात कर रहे है, वीडियों वायरल होने और सोश्यल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर अपलोड होने के बाद सांसद गुमानसिंह डामोर की ओर से उनके नीजि सचिव सागरसिंह रावत ने झाबुआ पुलिस को असली वीडियों सौप कर की थी जिसके परीक्षण उपरान्त झाबुआ कोतवाली पुलिस ने यह एफआईआर दर्ज की ।