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शक्तिपीठ के स्थापना दिवस पर 51 से अधिक परिवारों मे यज्ञ संपन्न, वैदिक मंत्रोंच्चार के साथ शिखर पर कलश स्थापना की गई।

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झाबुआ। नगर के बसंत कॉलोनी स्थित गायत्री शक्तिपीठ का दो दिवसीय स्थापना दिवस उत्साह के साथ संपन्न हुआ। आयोजन में बडी संख्या में परिजनों ने सहभागिता की। वैदिक मंत्रोच्चार के साथ यज्ञ संपन्न किया गया। नवनिर्मित शिखर पर कलश व ध्वज स्थापना की गई।
शक्तिपीठ के वरिष्ठ कार्यकर्ता श्याम त्रिवेदी ने बताया कि दो दिवसीय स्थापना दिवस में पहले दिन नगर के 51 से अधिक परिवारों में गायत्री मंत्र की आहुतियों के साथ यज्ञाचार्याे द्वारा यज्ञ संपन्न करवाए गए। कई परिवारों के सदस्यों का जन्म दिवस और विवाह दिवस भी इसी दिन होने से महामृत्युंजय मंत्र की आहुतियों के साथ यज्ञ की पूर्णाहुति की गई। शक्तिपीठ पर प्रमुख ट्रस्टी एसएस पुरोहित ने यज्ञ संपन्न करवाया। पेटलावद शक्तिपीठ के कार्यकर्ता रजनीकांत शुक्ला के नेतृत्व में सारंगी, खवासा, थांदला, मेघगनर एवं समीपस्थ गुजरात राज्य के दाहोद शहर से महिला-पुरूष यज्ञ संपन्न करवानें आए थे।
दूसरे दिन प्रातः जनजागरण प्रभात फेरी निकाली गई। जिसमें शक्तिपीठ के कार्यकर्ता शामिल थे। प्रातः काल का ध्यान योग किया गया। इसके पश्चात गायत्री यज्ञ किया गया। जिसमें पं. महेन्द्र तिवारी, छगनलाल व्यास, सुनिल शर्मा, रेखा शर्मा, सहित बडी संख्या में महिला पुरूष शामिल हुए। कलश पूजन सुलेशना त्रिवेदी ने किया। कार्यकर्ता कुु निधी द्वारा कलश को सर पर धारण कर शक्तिपीठ के शिखर तक ले गई। इस अवसर पर गायत्री मंत्र का उच्चारण व जयघोष किया गया। श्री विनोद जायसवाल द्वारा कलश व ध्वज स्थापना कि गई। कुं गरिमा जायसवाल द्वारा भेंट स्वरूप कलश प्रदान किया गया था। गायत्री परिजनों द्वारा शिखर निर्माण के लिए दान राशि भेंट की गई थी। शिखर कलश कि स्थापना के पश्चात प्रशादी वितरण एवं भोज का आयोजन किया गया। शक्तिपीठ के कार्यकर्ता दिनेश डांगी, निलेश पुरोहित, सरदारसिंह चौहान , प्रदीप नगरकर ,राजेन्द्र वाणी, ध्रुव कुमार पटेल, सुलेशना त्रिवेदी, सुजाता जायसवाल, गुणमाला डांगी, प्रदीप पडया, अरूण अरोडा, दिव्येश त्रिवेदी, विनोद कुमार चौहान, मदन दादा का विशेष सहयोग रहा।
शक्तिपीठ के स्थापना दिवस पर 51 से अधिक परिवारों मे यज्ञ संपन्न,
वैदिक मंत्रोंच्चार के साथ शिखर पर कलश स्थापना की गई।
झाबुआ। नगर के बसंत कॉलोनी स्थित गायत्री शक्तिपीठ का दो दिवसीय स्थापना दिवस उत्साह के साथ संपन्न हुआ। आयोजन में बडी संख्या में परिजनों ने सहभागिता की। वैदिक मंत्रोच्चार के साथ यज्ञ संपन्न किया गया। नवनिर्मित शिखर पर कलश व ध्वज स्थापना की गई।
शक्तिपीठ के वरिष्ठ कार्यकर्ता श्याम त्रिवेदी ने बताया कि दो दिवसीय स्थापना दिवस में पहले दिन नगर के 51 से अधिक परिवारों में गायत्री मंत्र की आहुतियों के साथ यज्ञाचार्याे द्वारा यज्ञ संपन्न करवाए गए। कई परिवारों के सदस्यों का जन्म दिवस और विवाह दिवस भी इसी दिन होने से महामृत्युंजय मंत्र की आहुतियों के साथ यज्ञ की पूर्णाहुति की गई। शक्तिपीठ पर प्रमुख ट्रस्टी एसएस पुरोहित ने यज्ञ संपन्न करवाया। पेटलावद शक्तिपीठ के कार्यकर्ता रजनीकांत शुक्ला के नेतृत्व में सारंगी, खवासा, थांदला, मेघगनर एवं समीपस्थ गुजरात राज्य के दाहोद शहर से महिला-पुरूष यज्ञ संपन्न करवानें आए थे।
दूसरे दिन प्रातः जनजागरण प्रभात फेरी निकाली गई। जिसमें शक्तिपीठ के कार्यकर्ता शामिल थे। प्रातः काल का ध्यान योग किया गया। इसके पश्चात गायत्री यज्ञ किया गया। जिसमें पं. महेन्द्र तिवारी, छगनलाल व्यास, सुनिल शर्मा, रेखा शर्मा, सहित बडी संख्या में महिला पुरूष शामिल हुए। कलश पूजन सुलेशना त्रिवेदी ने किया। कार्यकर्ता कुु निधी द्वारा कलश को सर पर धारण कर शक्तिपीठ के शिखर तक ले गई। इस अवसर पर गायत्री मंत्र का उच्चारण व जयघोष किया गया। श्री विनोद जायसवाल द्वारा कलश व ध्वज स्थापना कि गई। कुं गरिमा जायसवाल द्वारा भेंट स्वरूप कलश प्रदान किया गया था। गायत्री परिजनों द्वारा शिखर निर्माण के लिए दान राशि भेंट की गई थी। शिखर कलश कि स्थापना के पश्चात प्रशादी वितरण एवं भोज का आयोजन किया गया। शक्तिपीठ के कार्यकर्ता दिनेश डांगी, निलेश पुरोहित, सरदारसिंह चौहान , प्रदीप नगरकर ,राजेन्द्र वाणी, ध्रुव कुमार पटेल, सुलेशना त्रिवेदी, सुजाता जायसवाल, गुणमाला डांगी, प्रदीप पडया, अरूण अरोडा, दिव्येश त्रिवेदी, विनोद कुमार चौहान, मदन दादा का विशेष सहयोग रहा।

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