झाबुआ – जिले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के निर्देशानुसार , विभाग द्वारा करोड़ों की सामग्री खरीदी जेम पोर्टल के माध्यम से हैकिंग पद्धति को अपनाकर L 1 पर की जा रही है । जिससे शासन को सामग्री खरीदी में लाखों की नुकसानी हो रही है वहीं यदि यह खरीदी ऑनलाइन टेंडर प्रक्रिया के माध्यम से की जाए , तो शासन को राजस्व भी प्राप्त होगा और सामग्री भी न्यूनतम दर पर प्राप्त होगी । कलेक्टर साहब इस और जांच कर और चिंतन कर स्वास्थ्य विभाग में ऑनलाइन टेंडर प्रक्रिया को अपनाने के लिए निर्देशित किया जाए ।
जिले में सभी शासकीय विभागों द्वारा दो लाख से अधिक की सामग्री खरीदी हेतु ऑनलाइन टेंडर प्रक्रिया को अपनाया जा रहा है जिससे न्यूनतम दर पर उच्च गुणवत्ता युक्त सामग्री प्राप्त हो सके । वहीं कुछ विभागों द्वारा जेम पोर्टल के माध्यम से खरीदी की जा रही हैं । लेकिन जिले के स्वास्थ्य विभाग में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जयपाल सिंह ठाकुर की निर्देशों अनुसार करोड़ों रुपए की खरीदी ऑनलाइन टेंडर प्रक्रिया को नजरअंदाज कर, जेम पोर्टल के माध्यम से अधिक दरों में खरीदी की जा रही है । जिससे शासन को लाखों रुपए का सामग्री खरीदी में नुकसानी हो रही है वही इस विभाग में दो निजी फर्मों द्वारा आपसी प्रतिद्वंदता के तहत लूट सको तो लूट लो…. की तर्ज पर स्वास्थ्य विभाग में जेम पोर्टल के माध्यम से सामग्री खरीदी की जा रही है जिसमें जेम पोर्टल को हैक कर L 1 अपने उच्चतम दर पर लेकर स्वास्थ्य विभाग को लूटा जा रहा है । जब से जिले मे सीएचएमओ ठाकुर की पदस्थापना हुई है तब से ही इन दो फर्मों द्वारा शासन के बजट को दीमक की तरह खोखला किया जा रहा है और अपनी जेबें भरी जा रही है । वही इस विभाग द्वारा करोडो रुपए की खरीदी जेम पोर्टल के माध्यम से की जा रही है । वहीं पिछले माह में ही एसी ,कूलर आदि की रिपेयरिंग को लेकर, लाखों की राशि का, ऑनलाइन टेंडर प्रक्रिया को अपनाया गया …..जो समझ से परे है । सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जयपालसिंह ठाकुर के द्वारा बाहर की एक निजी फर्मों को विशेष रुप से जेम पोर्टल के माध्यम से खरीदी के लिए विभाग में दबाव बनाया जा रहा है वहीं एक अन्य और फर्म द्वारा अपने राजनीतिक आकाओं के माध्यम से विभाग में सामग्री सप्लाई के लिए दबाव बनाया जा रहा है । इन दो फर्मो की आपसी लड़ाई में स्वास्थ्य विभाग में सामग्री खरीदी में शासन को लाखों रुपए की नुकसानी हो रही है क्योंकि जेम पोर्टल को आसानी से हैक कर किसी भी सामग्री का L 1 उच्चतम दर पर लिया जा सकता है तथा इसे विभागीय जांच या अन्य जांच में इसे चेंलेंज भी नहीं किया जा सकता हैं। लेकिन यदि इस पर गौर किया जाए , तो कहीं न कहीं इस प्रकार की खरीदी के कारण सीएचएमओ ठाकुर द्वारा वर्तमान कलेक्टर सोमेश मिश्रा के कार्यकाल को दागदार बनाने का भी प्रयास किया जा रहा है …तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी । क्योंकि संपूर्ण खरीदी को ऑनलाइन टेंडर प्रक्रिया के माध्यम से ही निष्पादित किया जाना चाहिए , जिससे शासन को टेंडर प्रक्रिया अंतर्गत टेंडर खरीदी फॉर्म के रूप में राजस्व प्राप्त होता है तथा ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से अधिक से अधिक फर्मों द्वारा इसमें भाग लिया जा सकता है और शासन को उच्च गुणवत्ता युक्त माल निम्न दरों पर भी प्राप्त हो सकता है । लेकिन सीएचएमओ ठाकुर की हठधर्मिता के कारण और फर्म विशेष को लाभ देने के कारण बार-बार इस तरह की खरीदी को लेकर शिकायतों का दौर शुरू होता है जो कई बार प्रदेश के मुख्यमंत्री तक पहुंच जाता है जिससे जिले की छवि भी खराब होती है और कहीं ना कहीं वर्तमान कलेक्टर का कार्यकाल भी प्रभावित होता है । फिर चर्चा चौराहों पर चल पड़ती है कि जिले में अधिकारी मनमाने तौर पर कार्य कर रहे हैं और कहीं ना कहीं इससे शासन प्रशासन की छवि भी आम जनता के बीच धूमिल होती है । कलेक्टर साहब इस और ध्यान देकर और चिंतन कर स्वास्थ्य विभाग में संपूर्ण खरीदी जेम पोर्टल के बजाय ऑनलाइन टेंडर प्रक्रिया के माध्यम से निष्पादित की जाए, जिससे शासन को निम्न दरों पर गुणवत्ता युक्त सामग्री प्राप्त हो सके और राजस्व भी प्राप्त हो सके ।