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देवझिरी में आचार्य भगवंत का आदिवासी नृत्य के साथ हुआ मंगल प्रवेश

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झाबुआ । पवित्र देवझिरी  जैन तीर्थ स्थल पर आगामी 16 मई सोमवार वैशाख पूर्णिमा के पावन अवसर पर पूज्य आचार्य श्री सुयश सूरिश्वरजी महाराज साहब की पावन निश्रा में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी  भव्य स्वरूप में  श्रीमाणीभद्र वीर हवन पूजन महोत्सव का चार दिवसीय दुर्लभ आयोजन किया जावेगा ।
श्री आदिनाथ माणीभद्र पारमार्थिक ट्रस्ट देवझिरी के  कार्यवाहक अध्यक्ष निर्मल मेहता ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ जी श्रीमाणीभद्र प्रभ के तीर्थ क्षेत्र देवझिरी में  परम पूज्य आचार्य श्रीसुयश सूरिश्वरजी मसा की पावन निश्रा में श्री माणीभद्र  वीर द्वादस आहूति युक्त हवन पूजन महोत्सव का लब्धी पूर्णिमा 16 मई सोमवार को निमित महामंगलकारी कार्यक्रम आयोजित होगें। श्री मेहता द्वारा मासा का आदिवासी ढोल नृत्य के साथ देवझिरी तीर्थ स्थल पर आगवानी करके प्रवेश करवाया। आचार्य भगवान ने भगवान के प्रभुदर्शन करवाये एवं भक्तजनो से ज्ञान चर्चा की। तीन दिवसीय तक आचार्य भगवन देवझिरी तीर्थ स्थल विराजमान होकर धर्मगंगा का बहायेंगे।
14 -15 मई शनिवार एवं रविवार को प्रातः 8 बजे तीर्थ स्थल पर पूज्य आचार्य श्री के प्रवचन होगें तथा दोनों दिन रात्री 8 से 9 बजे तक  ज्ञान व धर्म चर्चा होगी । मुख्य कार्यक्रम 16 मई वैशाख पूर्णिमा सोमवार को संपन्न होगें।  तदनुसार प्रातः 5-30 बजे भक्तांबर स्त्रोत का मंगलपाठ, प्रातः 7-30 बजे से नवकारसी, प्रातः 8 बजे से स्नात्र पूजन,  प्रातः 9 बजे से पूज्य श्री द्वारा प्रवचन, प्रातः 10 बजे से श्री आदिनाथ प्रभू पंच कल्याणक पूजन, कुंभ स्थापना, दीपक स्थापना, श्री माणीभद्र वीर हवन आहूतियां पूर्णाहूति एवं आरती का आयोजन विधिकारक अनिल जी हरण लिमडी द्वारा होगा । तत्पश्चात अपरान्ह 11-30 बजे से स्वामी वात्सल्य का आयोजन किया जावेगा । जिसके लाभार्थी राजेश कुमार हंसमुखजी शाह की स्मूति में श्रीमती काजल बेन , उत्सवजी, दिक्षार्थजी शाह परिवार दाहोद रहेगें। उक्त जानकारी रिंकु रूनवाल द्वारा दी गई।

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