झाबुआ

बिना जीएसटी चुकाए सरिया अन्य राज्यों से आसानी से कर रहा झाबुआ और अलीराजपुर जिले में प्रवेश ……..शासन को रोजाना लाखों रुपए की राजस्व हानि जीएसटी के रूप में…..

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झाबुआ — देश में एक तरफ बढ़ती महंगाई से आमजन पूरी तरह से त्रस्त है वहीं दूसरी ओर मकान निर्माण सामग्री भी दिन-ब-दिन महंगी होती जा रही है विशेष रूप से सरिया और सीमेंट के दामों में अप्रत्याशित उछाल ने उपभोक्ता व आमजन की कमर तोड़ दी है ।
सरिया और सीमेंट के दामों में भी अप्रत्याशित बढ़ोतरी के बाद, दरो मे कुछ कमी के बाद भी मकान का सपना देखने वाले लोगों के चेहरे पर मायूसी छा गई है वही हम बात करे सरिया की तो सरिये पर 18 % जीएसटी कर लगता है यह सरिया झाबुआ अलीराजपुर जिले में विशेष रुप से झालना, महाराष्ट्र, गुजरात, रायपुर व पीथमपुर से आता है विगत 2 माह में इन जिलों महाराष्ट्र और गुजरात से बिना बिल याने जीएसटी की चोरी कर यह सरिया इन दो जिलों में विशेष रूप से पहुंच रहा है । इस सरिये में ट्रांसपोर्टरो द्वारा बिना बिल के माल पर अधिक भाड़ा लिया जाता है और यह झाबुआ के अलावा मेघनगर ,थांदला ,राणापुर, पारा, पेटलावद ,रायपुरिया आदि अनेक स्थानों पर लगातार जीएसटी की चोरी कर पहुंच रहा है झाबुआ में भी अनेक व्यापारी के यहां झालना से बिना बिल का सरिया दुकानों पर पहुंच रहा है और बिना किसी डर के विक्रय हो रहा है । याने यह मिल मालिक जीएसटी की चोरी कर शासन को लाखों की राजस्व हानि पहुंचा रहे हैं कुछ सरिया व्यापारी तो बिना बिल या टैक्स पैड माल लाते ही नहीं है चाहे महाराष्ट्र हो गुजरात । कुछ विशेष कंपनी का सरिया महाराष्ट्र से लगातार झाबुआ जिले में बिना जीएसटी के पहुंच रहा है । और जीएसटी चोरी कर विक्रय हो रहा है जिससे शासन को राजस्व हानि हो रही है । वही यह सारा व्यापार दलाल के माध्यम से संचालित हो रहा है और करोड़ों की राशि हवाला के माध्यम से ट्रांसफर की जा रही है यहां पर भी मान लिया जाए कि झालना महाराष्ट्र से 30 टन सरिया लोड होकर आता है तो आज तय दर अनुसार उसकी राशि करीब 20 लाख से अधिक होगी और उस पर 18 ℅ टेक्स यानी करीब 3 लाख 60 हजार रुपये होती है यह तो एक गाड़ी का टेक्स है इस तरह की रोजाना करीब चार से पांच गाड़ी झाबुआ अलीराजपुर जिले में धलड्डे से प्रवेश कर रही है यदि पांच गाड़ी प्रतिदिन मान लिया जाए , तो करीब 18 लाख रुपये की रोजाना सरकार को टेक्स या राजस्व की हानि हो रही है। वही सामग्री को लेकर कर चोरी करना भी अपराध की श्रेणी में आता है । वही मिल मालिक दाम बढ़ोतरी का फायदा तो उठा रहा है और अब टैक्स चोरी भी कर रहा है । सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार इस तरह के बिना टैक्स चुकाए चोरी का सरिया का भुगतान हवाला कारोबार के मार्फत से होता है करोड़ों रुपए का यह हवाला रोजाना जिले से अन्य राज्यों में दलालों के मार्फत ट्रांसफर किया जाता है । जिसके एवज में हवाला व्यापारी और दलाल को निश्चित राशि प्राप्त होती है एक अनुमान से लगभग हवाला व्यापारी रोजाना इस तरह के करोड़ों के ट्रांसफर के एवज में हजारो रूपये प्रतिदिन की आय प्राप्त होती है इस तरह का बिना जीएसटी पेड किए यह सरिया झाबुआ शहर के बाहरी क्षेत्रों में भी लगातार आ रहा है । इस प्रकार मिल मालिक और बिना टैक्स चुकाए व्यापारी यह सरिया खरीदी और बिक्री लगातार कर रहे हैं । और शासन को रोजाना लाखों रुपए का राजस्व हानि पहुंचा कर ,खुद की जेबे भर रहे हैं क्या शासन प्रशासन के साथ जीएसटी विभाग भी इस ओर ध्यान देकर कर चोरी कर रहे इन मिल मालिकों पर कोई कार्रवाई करेगा या फिर यह बिना जीएसटी का सरिया इन जिलों में यूं ही खपता रहेगा….?

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