निशुल्क प्रज्ञावान-प्रज्ञा योग प्राणायाम एवं ध्यान शिविर का शुभारंभ । “ॐ ” बीज मंत्र है, नाद ब्रह्म है, ईश्वर का शरीर है —योगी डॉ. प्रज्ञा । हड्डी एवं जोड़ों की परेशानियों तथा डायबिटीज निवारण हेतु आसान उपाय बताएंगे कल सोमवार को ।
रतलाम। राजेन्द्र नगर स्थित सूभेदार आईएमए हाल में डॉ अरूण पुरोहित मित्र मंडल एवं सर्व ब्राहम्ण महासभा के तत्वावधान में विश्व पर्यावरण दिवस पर प्रज्ञावान-प्रज्ञा योग प्राणायाम एवं ध्यान शिविर का शुभारंभ सुबह 5.30 बजे दीप प्रज्वलित कर किया गया।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सचिव डा चौतन्य खंडेलवाल, डा पदम घाटे, सर्व ब्राहमण महासभा के अध्यक्ष डा अरूण पुरोहित, नरेंद्र जोशी, ओ. पी. मिश्रा, मुनिंद्र दुबे, छोटू भाई उपाध्याय, सुनीता पाठक एवं डॉ. प्रज्ञा पुरोहित ने दीप प्रज्वलित किया।
इसके बाद डेन्टल सर्जन एवं योग प्रशिक्षिका डॉ. प्रज्ञा पुरोहित ने योग प्राणायाम कराया। उन्होंने पर्वतासन, हस्तपादासन, हस्तौनासन आदि करवाए तथा उनमें श्वास किस प्रकार लेना और छोड़ना है, उसका महत्व बताया। हर आसन के फायदे और नुकसान बताते हुए कहा कि आसन कैसे करें वो बहुत महत्वपूर्ण है। डॉ. प्रज्ञा ने हर आसन को आसानी से करने की विधि भी बताई। पहले दिन प्राणायाम में बुद्धि को कैसे एकाग्र रख सकते हैं, उसके लिए चक्र अनुसंधान का महत्व भी बताया तथा विभिन्न चक्रों का संचालन सुचारू करने का तरीका बताया
डॉ. प्रज्ञा ने कहा कि “ॐ ” बीज मंत्र है, नाद ब्रह्म है, ईश्वर का शरीर है। इसका उच्चारण हमारे इस शरीर और बुद्धि को ईश्वर के अनुरूप ढालता है, पवित्रता लाता है, तथा योग करने योग्य बनाता है।इसका उच्चारण करते रहे। शिविर में डॉ. पदम घाटे एवं अकुअरिस पैथ लेब द्वारा सभी शिविरार्थियो की निशुल्क ब्लड शुगर की जाँच की गई। इसकी रिपोर्ट मोबाईल पर दी जाएगी। सोमवार को हड्डी एवं जोड़ों की परेशानियों तथा डायबिटीज निवारण हेतु आसान उपाय बताए जायेंगे। सभी की निशुल्क ब्लड प्रेशर की जाँच भी की जाएगी।