झाबुआ

झाबुआ से हरियाणा के गुरूग्राम तक पहुचा बालक को ढुंढ निकाला झाबुआ पुलिस ने।

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04 वर्ष से गुमशुदा बालक था माता-पिता व परिजन भी भुलने लगे थे ।

बालक को देखते ही माता-पिता के झलके खुशी के आँसु ।

गुमशुदा बालक तलाश-सुचना के लिए पुलिस विभाग से 20 हजार रूपये का ईनाम रखा गया था

झाबुआ – पुलिस अधीक्षक अरविन्द तिवारी व्दारा गुमशुदा हुवे बालक/बालिकाऔ की , जिले कि समस्त थानो की डायरीय़ा कि समिक्षा की गई थी । थाना कोतवाली अप.क्र.423/18 धारा 363 भादवि कि समीक्षा कि जाकर अनुविभागीय अधिकारी पुलिस- झाबुआ ,बबीता बामनीया , थाना प्रभारी कोतवाली झाबुआ ,संजय रावत को गुमशुदा बालक के टारगेट बनाकर,, मानक प्रक्रिया ,, का पालन कर तलाश करने के निर्देश दिये गये थे । दिनांक 25.05.2018 को 13 साल का बालक घर से 120 रू लेकर किराने कि दुकान पर सामान लेने भेजा था । जो काफी देर होने पर घर नही पहुचा इस कारण थाना कोतवाली मे अपहरण कि रिपोर्ट दर्ज कराई थी । बालक-बालिका के गुम होने पर संवेदनशीलता के साथ लगातार पुलिस व्दारा पता लगाने के लिए समस्त जिलो,रेलवे स्टेशनो, समस्त थानो को व सार्वजनीक स्थानो,धार्मीक स्थानो पर पम्पलेट व मीडिया के माध्यम से पतारसी की गई व पुलिस मुख्यालय भोपाल व्दारा जारी ,मानक प्रक्रिया(SOP) ,का पालन करते हुए तथा तकनीकी व अन्य स्त्रोत से जानकारी प्राप्त कर डाटा तैयार किया जाकर जाँच-पडताल कि गई जो गुमशुदा बालक झाबुआ से दिल्ली हरियाणा ,गुरूग्राम तक जाने तथ्य प्राप्त हुए। बादविशेष टीम तैयार कि जाकर गुमशुदा के माता-पिता को लेकर दिल्ली पहुची बाद हरियाणा कि गुरूग्राम जिले के थाना बिसलपुर जाकर प्राप्त स्त्रोत के आधार पर तलाश करना शुरू किया उस स्थान पर बहुत सारी कम्पनीयो स्थित थी। कम्पनीयो मे जाकर गुमशुदा बालक के नाम/पता के आधार पर जानकारी मिली जो अमेजिन आटोमेशन इंक साही कम्पनी मे नाम दर्ज होना पाया बाद जिसे पहचान के लिए बुलाया गया। जिसे ही माता पिता पर नजर गई बालक और माता-पिता खुशी के आँसु बह निकले । जो 04 साल बाद मिलने पर खुशी का ठिकाना नही रहा । बालक आधार कार्ड अपडेट कर उम्र बढ़ाकर काम कर रहा था। लोकल पुलिस प्रशासन को सुचना देकर पुलिस टीम व बालक, माता-पिता को लेकर वापस आये ।

बालक यहां से मेघनगर रेलवे स्टेशन पहुंचा और ट्रेन से रतलाम और जयपुर चला गया , कुछ समय इधर उधर मंदिर में घूमता रहा , प्रसादी खा कर रहा और घाट में ही सो जाना ,वहा पर किसी से अजनबी दोस्ती हो गई ।और हरियाणा के गुरुग्राम में चले गए ।कम्पनी में काम कर रहे थे दोस्ती वहीं लोगो से होने के कारण घर नहीं आया।। इतने दूर केसे चला गया कुछ समझ नहीं आया।।अब माता पिता मिलने से खुशी का ठिकाना नहीं है पूरा परिवार भूले हुवे बालक को वापस पुलिस द्वारा। मिलाने पर बहुत खुश हैं।
सम्पुर्ण कार्यवाही मे *अनुविभागीय अधिकारी अनुभाग झाबुआ -बबीता बामनिया , थाना प्रभारी संजय रावत प्रआऱ. जगदीश भाबोर ,प्रवीण पाल ,आर. रामप्रताप , आर. मंगलेश, आर.महेश(सायबर शाखा) ,सुनीता ,वर्षा , मनीष,का विशेष योगदान रहा।

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