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योग तनाव और चिंता का प्रबंधन करने में भी सहायता करता है ..आराम से रहने में मदद करता हेेै- योग गुरु प्रमोद पाठक । बडी संख्या में प्रतिदिन योगाभ्यास का लाभ उठा रहे नगरवासी । बारिश के मोैसम में योग के लिये वैकल्पिक स्थानकी व्यवस्था करने की, की गई अपील ।

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योग तनाव और चिंता का प्रबंधन करने में भी सहायता करता है ..आराम से रहने में मदद करता हेेै- योग गुरु प्रमोद पाठक ।

बडी संख्या में प्रतिदिन योगाभ्यास का लाभ उठा रहे नगरवासी ।

बारिश के मोैसम में योग के लिये वैकल्पिक स्थानकी व्यवस्था करने की, की गई अपील ।
रतलाम । योग करके हम अपने शरीर की अनेक बीमारियों को दूर कर सकते है। यह बीमारियाँ ही नहीं ठीक करता बल्कि यादाश्त, अवसाद, चिंता, डिप्रेशन, मोटापा, मनोविकारों को भी दूर भगाता है। योग से अनेक लाभ भी है। शरीर में रक्त प्रवाह बढ़ाने का योग से अच्छा कोई और तरीका नहीं हो सकता है। शरीर, मन और आत्मा को नियंत्रित करने में योग हमारी बहुत मदद करता है। शरीर और मन को शांत करने के लिए यह शारीरिक और मानसिक अनुशासन का एक संतुलन बनाता है। यह तनाव और चिंता का प्रबंधन करने में भी सहायता करता है और आपको आराम से रहने में मदद करता है। यदि योग का प्रतिदिन प्रातः काल किया जाए तो यह आपके लिए बहुत आवश्यक और लाभकारी है। योग मन और शरीर का एक संयुक्त कसरत है जो आपके मस्तिष्क के कार्यों को बढ़ाता है। योग तनाव को कम करता है और आपके शरीर और आत्मा को फिर से जीवंत करता है। योग बच्चों के मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक विकास के लिए फायदेमंद है। योग एक ऐसी कला है जो हमारे शरीर, मन और आत्मा को एक साथ जोड़ती है और हमें मजबूत और शांतिपूर्ण बनाती है। योग आवश्यक है क्योंकि यह हमें फिट रखता है, तनाव को दूर करने में मदद करता है और समग्र स्वास्थ्य को बनाए रखता है। स्वस्थ मन अच्छी तरह से ध्यान केंद्रित कर सकता है और सब कुछ कर सकता है। उक्त उदबोधन योग गुरू श्री प्रमोद पाठक ने कस्तुरबा नगर स्थित रोटरी गार्डन में प्रातः 6 बजे से 7-30 बजे तक आयोजित दैनिक योग शिविर में योगार्थियों को संबोधित करते हुए कहीं । पिछले 15 दिनों से श्री पाठक द्वारा निस्वार्थ भावना के साथ महिलाआंें एवं पुरूषों को संगीत की धुनों के साथ योग की बारिकीयों के साथ ही योगाभ्यास में प्राणायाम एवं विभिन्न आसनो को करवाया जा रहा है।

इस अवसर पर श्री पाठक प्रतिदिन कस्तुरबा नगर स्थित रोटरी गार्डन में योग क्रियाओं के साथ ही विभिन्न आसनों के माध्यम से व्यक्ति को निरोग रहने के बारे में प्रशिक्षित कर रहे है। श्री पाठक के अनुसार मन को ठीक करने के लिए यौगिक क्रियाएं जैसे पद्मासन, वज्रासन, शीर्षासन, सर्वांगासन, हलासन, भुजंगासन, जानुशिरासन, त्रिकोणासन तथा उष्ट्रासन आदि उपयोगी हैं। इसके अलावा नाड़ी शोधन, उज्जायी प्राणायाम एवं ध्यान का नियमित अभ्यास तन व मन दोनों के लिए उपयोगी है। वही सूर्य नमस्कार, शीर्षासन, पश्मिोत्तानासन, उष्ट्रासन व अर्धमत्स्येन्द्र आसन आदि के माध्यम से भी प्रतिदिन योगाभ्यास एवं प्राणायाम करवाया जारहा है । योग शिविर में सूर्य नमस्कार के माध्यम से 12 स्टेप में योगार्थियों को प्रतिदिन अभ्यास करवाया जारहा है।

चूंकि अब बारिश का मौसम भी प्रारंभ होचुका है, तथा प्रतिदिन बडी संख्या में योग सीखने के लिये महिला एवं पुरूष भी एकत्रित होकर लाभ उठा रहे है, ऐसे में बारीश के मौसम में भी योगाभ्यास का क्रम अनवरत बना रहे इसके लिये वैकल्पिक स्थान का होना जरूरी है। रोटरी गार्डन के खुले मेैदान मेें वर्षाकाल में योगाभ्यास में परेशानिया झेलना पड सकती है। इसलिये प्रशासन स्तर से अथवा समाज सेवी संस्थाओं से योगाभ्यास के लिये आने वालो ने अपील की है कि इसके लिये यदिबारिश से बचाव के लिये उचित स्थान उपलब्ध करवाया जाता है तो निश्चित ही रतलाम शहर के लिये एक गौरव की बात होगी । श्री पाठक निस्वार्थ रूप से अपनी निशुल्क सेवायें दे रहे है, ऐसे में जनहित में वर्षाकाल के लिये व्यवस्था करने की दरकार है ताकि बडी संख्या में नगरवासी योगाभ्यास का लाभ उठा सकें ।


योग शिविर में श्रीमती शर्मिला उपाध्याय एवं निशा मोरवाल का सराहनीय सहयोग प्राप्त हो रहा है ।

 

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