झाबुआ(नि प्र)। पिता दिवस पर महान साहित्य साधक डॉ रामशंकर चंचल ने अपनी दो कृति, धरोहर ४ और काव्य धारा का विमोचन पिता तुल्य अतिथियों के निवास पर जाकर उनके कर-कमलों से कराया । उक्त आयोजन राष्ट्रीय उषा साहित्य अकादमी के बैनर तले हुआ। कार्यक्रम के अतिथि श्री खूशाल पटेल और श्री रामप्रसाद त्रिवेदी जी के कर-कमलों से कराते डॉ राम शंकर चंचल ने बहुत गर्व महसूस करते कहा कि मेरा सौभाग्य है कि मेरी कृति का विमोचन पिता दिवस के शुभ अवसर पर पिता तुल्य अतिथियों द्वारा किया गया । इस सुखद अवसर पर डॉ रामशंकर चंचल को अतिथि श्री पटेल और त्रिवेदी ने बहुत बधाई शुभकामनाएं देते आगे भी खूब सृजन कर साहित्य सेवा की शुभ कामना देते साधुवाद दिया। डॉ राम शंकर चंचल ने इसी अवसर पर अपनी दोनों कृतियों का परिचय देते कहा कि धरोहर-चार मे मेरे आकाशवाणी के कई निमंत्रण पत्र और कई उपलब्धियां का समावेश है वहीं काव्यधारा में पत्र और पत्रिकाओं मे प्रकाशित सैकड़ो रचनाऐं शामिल है । इस अवसर पर उषा राज अकादमी के प्रमुख श्री भावेश त्रिवेदी ने आभार व्यक्त किया।