घटना का विवरण ……………. दिनांक 16.06.2022 की रात करीब 09/30 बजे थाना प्रभारी रायपुरिया राजकुमार कुंसारिया को सुचना मिली कि ग्राम कालीघाटी के पहाङी पर दो लाश पङी है। इस सुचना पर थाना प्रभारी राजकुमार कुंसारिया अपने दल बल के साथ तत्काल सुचना की तस्दीक हेतु ग्राम कालीघाटी पहुचे। ग्राम कोटवार को हमराह लेकर करीबन 1 घण्टे पहाङियो पर तलाश करते भरत भाभर के खेत के पास नीम के पेङ के नीचे एक महिला एवं एक पुरुष की लाश संदिग्ध हालात मे बरामद की गई दोनो शव की पहचान पंकज पिता चतरसिंह जाति गामङ उम्र 28 साल निवासी ग्राम कालीघाटी एवं मृत युवती टीना पिता रामा जाति अरङ उम्र 19 साल निवासी ग्राम वङलीपाङा के रुप मे की गई मौके पर श्रीमान अरविन्द तिवारी पुलिस अधीक्षक झाबुआ एवं सुश्री सोनु ङावर एसङीओपी पेटलावद पहुचे। वरिष्ठ अधिकारियो द्वारा मोके का बारिकी से निरीक्षण किया गया एवं मामले की गंभीरता को देखते हुये मोके पर उपस्थित पुलिस अधीकारी एवं कर्मचारी को आवश्यक निर्देशन एवं मार्गदर्शन दिये। तत्काल मौके पर देहाती नालसी लेख कर थाना रायपुरिया पर मर्ग कायम कर जाँच मे लिया गया। घटना का खुलासा दिनांक 17.06.2022 को मर्ग की सीलसिलेवार जाँच प्रारंभ की गई जाँच के दोरान मृतको का पोस्ट मोर्टम कराया गया। पोस्ट मोर्टम रिपोर्ट मे ङाँक्टर द्वारा मृत पुरुष पंकज निवासी ग्राम कालीघाटी एवं मृत युवती टीना निवासी ग्राम वङलीपाङा की मोत किसी अज्ञात बदमाशो के द्वारा गला घोटकर हत्या करना लेख किया जिसे थाना रायपुरिया पर अप क्र 305/2022 धारा 302, 201 भादवि का अज्ञात बदमाश आरोपीयो के विरुध्द पंजीबध्द किया गया संपुर्ण हालात वरिष्ठ अधीकारिगण को बताये गये जिससे मामले की प्रकृति एवं संवेदनशीलता को देखते हुये तत्काल श्रीमान अरविन्द तिवारी साहब पुलिस अधीक्षक झाबुआ के निर्देशन पर थाना रायपुरिया मे दौहरे अंधे कत्ल का पर्दाफास करने हेतु सुश्री सोनु ङावर एसङीओपी पेटलावद के मार्गदर्शन मे सायबर सेल झाबुआ एवं थाना रायपुरिया की संयुक्त टीम का गठन किया गया। टीम के द्वारा विवेचना के दोरान घटना स्थल पर निर्मीत परिस्थितिया एवं कथनो से यह निकल कर आया कि शुरुआत से ही मृतक के पिता चतरसिंह एवं भाई रोशन के द्वारा गमराह किया जा रहा था तथा मृतक पंकज के परिजन एवं गाँव वालो के कथनो मे विरोधाभास उत्तपन्न हो रहा था कि मृतिका टीना के परिजनो के कथनो से यह पता चला कि घटना दिनांक से करीबन 20-22 दिन पुर्व दोनो पक्षो मे मृतिका के कालीघाटी चले जाने के झगङे को लेकर एक सामाजिक बैठक हुई थी जिसमे लङकी पक्ष द्वारा बेटी के कालीघाटी पंकज पिता चतरसिंह के घर आ जाने की बात पर समाजिक रीति रिवाज के अनुसार सामाजिक बैठक द्वारा रकम चाही गई जो मृतक पंकज के परिजन द्वारा देने से मना कर दिया तथा लङकी को वापस ले जाने की बात कही गई परंतु लङकी टीना पंकज के साथ कालीघाटी मे ही रहना चाहती थी सामाजिक बैठक मे कोई फैसला नही हुआ लङकी पक्ष वापस अपने गाँव आ गया की बात सामने आई। टीम के द्वारा इसी बात को आधार बनाते हुये लङके पक्ष के परिजन से पुछताछ की गई लङके पक्ष ने पिता एवं भाई द्वारा शुरुआत से ही गुमराह किया गया तथा सख्ती एवं सुझबुझ से पुछताछ करने पर पिता चतरसिंह एवं भाई रोशन द्वारा बताया गया कि झगङे की रकम देने मे समर्थ नही थे तथा लङकी टीना को बार बार हमारे द्वारा वापस अपने गाँव वङलीपाङा जाने को कहा ।पंकज और टीना इस बात पर राजी नही थे।इसी बात को लेकर विवाद आये दिन होता था। घटना दिनांक को इसी बात को लेकर खेत पर झगङा हुआ ।आरोपीगण चतरसिंह पिता मोती गामङ निवासी कालीघाटी व रोशन पिता चतरसिंह गामङ निवासी कालीघाटी द्वारा फोन करके दोनो को अपने खेत पर बुलाया वही पर दोनो को रस्सी से गला घोटकर मारा तथा हत्या को आत्म हत्या का स्वरुप देने के लिये दोनो की लाश भारत भाभर के खेत के पास नीम के पेङ के नीचे पटक दिया तथा एक रस्सी भी वहा पटक दी तथा आरोपी चतरसिंह ,ग्राम कोटवार को दो लाश पङी होने की बात बताकर रात मे गाँव से फरार हो गया तथा आरोपी रोशन पिता चतरसिंह गामङ भी मोके से फरार होकर गाँव से बाहर चला गया। विवेचना के दोरान आरोपीगणो को गिरफ्तार किया गया एवं हत्या मे प्रयुक्त संसाधन बरामद किये ।श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय झाबुआ के द्वारा टीम के सभी सदस्यो को पुरुस्कृत करने की घोषणा की गई। आरोपीगणो के नाम……
चतरसिंह पिता मोती गामङ निवासी कालीघाटी 02. रोशन पिता चतरसिंह गामङ निवासी कालीघाटी सराहनीय योगदान……… अंधे कत्ल का पर्दाफास करने मे श्रीमान एसङीओपी महोदय पेटलावद सुश्री सोनु ङावर, थाना प्रभारी श्री राजकुमार कुंसारिया ,उनि दिव्यज्योति गोयल, उनि असफाक खान ,उनि महावीर वर्मा, सउनि फौदलसिंह भदोरिया, सउनि दिग्विजयसिंह राठौर, प्रआर 522 शोभाराम, प्रआर 475 विनोद ङोङियार, प्रआऱ 111 विजय शर्मा, प्रआऱ 497 पवन चौहान, प्रआर 314 मुकेश सोलंकी, आर 98 मंगलेश सायबर, आर संदीप सायबर, आर महेश सायबर, आर दीपक सायबर, आर 640 मुकेश का सराहनीय योगदान रहा।