झाबुआ

योग, प्राणायाम और योगासनों का अभ्यास करके हम फिर से पूर्ण रूप से स्वस्थ बन सकते हैं- सांसद गुमानसिंह डामोर । महिला पतजंलि योग समिति एवं कालिकामाता मंदिर समिति ने समारोह पूर्वक मनाया अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस ।

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योग, प्राणायाम और योगासनों का अभ्यास करके हम फिर से पूर्ण रूप से स्वस्थ बन सकते हैं- सांसद गुमानसिंह डामोर ।
महिला पतजंलि योग समिति एवं कालिकामाता मंदिर समिति ने समारोह पूर्वक मनाया अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस ।
झाबुआ । योग ऐसी विधा है जो मन एवं शरीर को स्वस्थ्य रखने के साथ ही आरोग्यम जीवन को जीने का प्रकल्प होती है । हमारे ऋषि मुनियों की तपस्या के प्रतिफल के कारण ही आज योग विश्व स्तर पर स्थापित हो चुका है । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा वर्ष 2015 में 21 जून को अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मान्यता दिला कर जहां भारत का मान बढाया वही योग के माध्यम से पूरे विश्व में योग दिवस के अवसर पर योगाभ्यास होना भारत के लिये गर्व की बात है।सदियों पहले भारत में योग की शुरुआत हो चुकी थी, जो कि एक शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक प्रैक्टिस है। योग दिवस का महत्व यही है कि लोगों में योगाभ्यास के प्रति जागरुकता फैलाई जा सके। क्योंकि, आजकल शारीरिक गतिविधि में कमी के कारण हमारा स्वास्थ्य काफी खराब हो गया है और योग, प्राणायाम और योगासनों का अभ्यास करके हम फिर से पूर्ण रूप से स्वस्थ बन सकते हैं। उक्त सन्देश क्षेत्रीय सांसद गुमानसिंह डामोर ने आठवे अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर स्थानीय दक्षिण मुखी कालिका माता मंदिर धर्मशाला में पंतजलि महिला योग समिति एवं कालिकामाता मंदिर समिति द्वारा आयोजित योगाभ्यास कार्यक्रम में उपस्थित महिला एवं पुरूष योगार्थियो को संबोधित करते हुए कहीं । श्री डामोर ने इस अवसर पर रतलाम, झाबुआ, आलीराजपुर संसदीय क्षेत्र में उनके प्रयासों से हुए विकास कार्यो एवं शासन की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतारने तथा अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित करने की विस्तार से जानकारी देते हुए हाई वे निर्माण एवं रेल्वे लाईन के लिये किये गये प्रयासों के बारे में बताने के साथ ही कहा कि उनकी हमेशा से ही प्राथमिका रही है कि अंचल का सर्वांगिण विकास हो । श्री डामोर ने कहा कि योग के प्रति उनकी हमेशा से ही रूचि रही है तथा वे भी योगाभ्यास करते रहे है। उनकी अभिलाषा रही थी कि झाबुआ में एक सुविधाजनक योगाभ्यास के लिये भवन की व्यवस्था करू । किन्तु यहां आने के बाद ज्ञात हुआ कि यहां पूर्व से ही लोगों में योग के प्रति काफी लगाव होकर सतत योगाभ्यास होता है फिर भी यहां पूर्ण सुविधा युक्त योग केन्द्र के लिये भवन निर्माण हो इसके लिये यथा योग्य प्रयास करने मे पीछे नही रहूंगा । श्री डामोर ने बताया कि अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को इसलिये चयनित किया गया क्यों कि 21 जून को उत्तरी गोलार्द्ध का सबसे लंबा दिन होता है, जिसे लोग ग्रीष्म संक्रांति भी कहते हैं। भारतीय परंपरा के मुताबिक, ग्रीष्म संक्रांति के बाद सूर्य दक्षिणायन होता है। माना जाता है कि सूर्य दक्षिणायन का समय आध्यात्मिक सिद्धियां प्राप्त करने के लिए फायदेमंद है. इसी को देखते हुए योगा दिवस हर साल 21 जून को मनाया जाता है।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर पंतजलि महिला योग समिति एवं कालिका माता मंदिर समिति प्रातः 6 बजे से मंदिर परिसर स्थित धर्मशाला भवन में मनाया गया । सांसद गुमानसिंह डामोर,श्रीमती सूरज डामोर एवं राजेन्द्र अग्निहौत्री द्वारा माता सरस्वतीजी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित करके तथा माल्यार्पण करके योग कार्यक्रम का शुभारंभ किया । श्रीमती सूरज डामोर एवं योग गुरू सुश्री रूकमणी वर्मा द्वारा उपस्थित योगार्थियों को योग करवाया गया तथा योग से होने वाले फायदों की विस्तार से जानकारी दी । वही श्रीमती सुरज डामोर ने भी उपस्थित जनों को योगाभ्यास के फायदों के बारे में जानकारी देते हुए नियमित रूप से योगाभ्यास करने के लिये प्रेरित किया। उन्हेाने कहा कि योग ही वह माध्यम है जिससे हम दीर्घायु जीवन व्यतित कर सकते है तथा मन को पूरी तरह नियंन्त्रित कर सकते है ।
इस अवसर बडी संख्या में महिलाओं एवं प्रबुद्धजनों के अलावा कन्हैयालाल राठौर, मनोज सोनी, बाबुलाल पांचाल, लालजी शाह के साथ ही कालिका माता मंदिर समिति के भाग लिया तथा समारोह पूर्वक विश्व योग दिवस का मनाया गया । कार्यक्रम का सफल संचालक राधेश्याम परमार दादु ने किया तथा अंत में आभार प्रदर्शन माना गिडवानी द्वारा माना गया । सभी ने परस्पर एक दुसरे को विश्व योग दिवस की बधाईया भी दी ।

 

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