शासन द्वारा सारी प्रक्रिया ऑनलाइन प्रारंभ कर दी है जिससे पारदर्शिता बनी रहे लेकिन इन सारी प्रक्रियाओं को पूर्ण करने के लिए मेनपावर की आवश्यकता होती है जो इसका फायदा उठाकर रिश्वत की मांग करते हैं कुछ ऐसा ही स्वास्थ्य विभाग में चल रहा है …आओ पता लगाएं कि वह शख्स कौन है…… जो स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के एरियर की राशि ऑनलाइन प्रक्रिया को पूर्ण करने के बाद कंप्यूटर पर ओके बटन दबाने के लिए रिश्वत की मांग कर रहा है |आओ पता लगाएं वह कौन शख्स है ……जिसने विगत वर्षों में एएनएम के स्थानांतरण करने व रोकने के लिए रिश्वत की मांग की थी |आऔ यह भी पता लगाएं कि वह कौन शख्स है…… जिसे सीएचएमओ ने जिले मे तीन विभागीय स्थानों के लेखापाल के पद से नवाजा है |
स्वास्थ्य विभाग के गलियारों में आजकल यह चर्चा जोरों पर है कि वह शख्स कौन है जिसने सीएचएमओ डी एस चौहान की आड़ में या संरक्षण में विभागीय कर्मचारियों से वसूली अभियान चला रखा है और भी कई तरह के अवैध वसूली भी कर रहा है प्राप्त जानकारी अनुसार स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की एरियर की राशि वर्ष 2017 -18 व 2018 -19 की राशि उनके खातों में डाली जाना है और लगभग जिले में 350 कर्मचारियों की एरियर की राशि डाली जाना है विभाग में यह जन चर्चा का विषय जोरों पर है कि वह शख्स कौन है जो एरियर की राशि खाते में डालने के लिए सारी प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद कंप्यूटर पर ओके का बटन दबाने के लिए और राशि डालने के लिए विभाग के कर्मचारियों से ₹1000 प्रति कर्मचारी रिश्वत की मांग कर रहा है अगर 350 कर्मचारी कार्यरत हैं तो करीब ₹3 लाख पचास हजार रिश्वत की मांग कर रहा है जिसकी मौखिक रूप से शिकायत कई बार सीएचएमओ को भी की जा चुकी है लेकिन कार्रवाई ना होना और एरियर की राशि खातों में ना डालना इस और संकेत दे रहा है कि कहीं न कहीं सीएचएमओ का इस शख्स को संरक्षण प्राप्त है आओ यह भी पता लगाएं …… कि वह कौन शख्स है…. जिसने विगत वर्षों में एएनएम के तबादले या स्थानांतरण जिले में एक स्थान से दूसरे स्थान पर कागजों पर किए और पुन: स्थानांतरण रोकने के लिए जमीनी कार्यकर्ता से रिश्वत की मांग की | आओ यह भी पता लगाए….. सीएचएमओ विभाग के किस कर्मचारी पर इतना मेहरबान है जिसे सहायक ग्रेड 3 के कर्मचारी को जिले के महत्वपूर्ण लेखापाल पर नियुक्त होने के साथ-साथ राणापुर ब्लॉक के प्रभारी लेखापाल व पेटलावद ब्लॉक के प्रभारी लेखापाल के पद से भी नवाजा है क्या कारण है कि सीएचएमओ इस शख्स पर पूरी तरह से मेहरबान है क्या कारण है.. इसकी जांच होना चाहिए |आओ यह भी पता लगाएं विगत वर्ष में झाबुआ के एक अवैध चिकित्सक के इलाज के दौरान ग्रामीण की मृत्यु हो गई थी और इस चिकित्सा पर कार्रवाई न करने के लिए इस शख्स ने चिकित्सक से लाखों रुपए की डिमांड की और संभवतः केस रफा-दफा किया |जिले में इस शख्स द्वारा अवैध चिकित्सकों से अवैध रूप से भारी वसूली की जा रही है जिसकी जानकारी सीएचएमओ को होने पर भी कोई कार्यवाही ना होना समझ से परे |प्रश्न यह उठता है कि जो शख्स विभाग के कर्मचारियों से वसूली करने में कोई संकोच नहीं कर रहा है वह शख्स शासन की योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए आमजन से वसूली किस हद तक कर रहा होगा यह विचारणीय है है | यदि इन सारी बातों पर गौर किया जाए और सी एचएमओ की कार्यप्रणाली पर भी ध्यान दिया जाए तो ऐसा प्रतीत होता है कि इस शख्स को सीएचएमओ का पूर्ण रूप से समर्थन है और कहीं न कहीं इस अवैध वसूली की जानकारी सीएचएमओ को भी है और संभवत है यह राशि आपस में बट रही होगी |