बीएसएल के कर्मचारी 3 दिन की हड़ताल पर उतरे
दूरसंचार से जुड़े कार्य हो रहे प्रभावित
झाबुआ। हड़ताल बैठने के सबसे पहले बीएसएनएल के कर्मचारियों ने पुलवामा के अवंतिपुरा में आतंकवादियों द्वारा किये गये आतंकवादी हमले में देश के 42 जवानों की मौत सबसे पहले श्रद्धांजलि व 2 मिनट का मौन धारण किया गया। उसके बाद कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया। बीएसएनएल के कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से दूरसंचार के अनेकों कार्य प्रभावित हो रहा है जिसके कारण जिले में भी इसका असर देखने को मिल रहा है। झाबुआ स्थित बीएसएनएल कार्यालय पर इन कर्मचारी का हड़ताल पर जाने से ताले लटकते हुए नजर आए। और कई उपभोक्ता आज बीएसएनल कार्यालय के चक्कर काटते हुए नजर आए। इन कर्मचारियों की हड़ताल को देंख व निराश होकर के कार्यालय से जाते नजर आए। बीएसएनएल कर्मचारी 3 दिन अट्ठारह उन्नीस और बीस तारीख तक यह कर्माचारी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर उतरे हुए हैं। जिसके कारण झाबुआ मुख्यालय पर दो एटीएम मशीनों में भी नेटवर्क नहीं मिलने के कारण बंद पड़ी है जिससे इसका प्रभाव आने वाले दिनों में भी इन कर्मचारियों की हड़ताल से देखने को मिलेगा। बीएसएनएल के कर्मचारियों हड़ताल पर जाने से करोड़ों के कार्य दूर संचार के माध्यम से प्रदेश में प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है। आज झाबुआ स्थित सैकड़ों की संख्या में झाबुआ पुलिस लाइन के सामने बीएसएनएल ऑफिस के प्रांगण में धरना प्रदर्शन करते हुए कर्मचारियों ने बताया कि बीएसएनल एयू एबी के सभी यूनियन एसोसिएशन के आह्वान पर दिनांक 18 से 3 दिन की हड़ताल पर उतर चुके हैं। जिसमें मांगो बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मांग पत्र पर बताया गया कि 15% फिटमेंट के साथ 3 आरडी रिवीजन का निराकरण, बीएसएन मैनेजमेंट द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव अनुसार बीएसएनल को 4G स्पेक्ट्रम का आवंटन, माननीय संचार राज्य मंत्री द्वारा पेंशन रिवीजन को पे रिवीजन से पता करने के आश्वासन का सेवन किया जाए 11 तारिख 2017 से बीएसएनएल रिजका पेंशन रिवीजन करें, गवर्नमेंट के नियम अनुसार बीएसएल द्वारा पेंशन कांस्टीट्यूशन का भुगतान, 2एनडी पे रिवीजन कमेटी के शेष मुद्दों का निराकरण, बीएसएनएल की भूमि प्रबंध नीति का बगैर देरी किए अनुमोदन, बीएसएनल की स्थापना के समय दिए गए निर्णय अनुसार नाम परिवर्तन अवध की ओर सभी संपत्ति मर्चे बीएसएनएल को स्थानांतरित करने की कार्रवाई शुरू की जाए, बीएसएनल की स्थापना के समय ग्रुप ऑफ मिनिस्टर द्वारा लिए गए निर्णय अनुसार बीएसएनएल की वित्तीय जनता सुनिश्चित करें, बीएसएनएल के बैंक के शरण लेने के लिए प्रस्ताव हेतु लेटर आफ कंफर्म जारी किया जाए, बीएसएनल मोबाइल टावर का आउटसोर्सिंग के माध्यम से संचालन व रखाव का प्रस्ताव रद्द किया जाए। अनेकों मांगों के साथ कर्मचारी इन मांगों को मनवाने के लिए हड़ताल पर एकजुट होकर के उतरे हुए हैं। समय रहते इन मांगों को नहीं माना गया तो आने वाले समय में बड़े आंदोलन की चेतावनी देते कर्मचारी नजर आए।हड़ताल में बीएसएनल्यू जिला सचिव शरद शास्त्री,जिला सचिव एस एन ई ए संजय पंडित, जिला सचिव बि डामोर,चिमन सिंह डावर, नरेंद्र नाथ चतुर्वेदी, जाम सिंह पारगी, सुनिल चौहान, अलावा सर,विरेंद्र सिंह बघेल, लाल सिंग परिहार, हितेश बारेला, विष्णु राठौर, कांटेक्ट जगन्नाथ नायक, छगन भाभोर, रामजी प्रसाद, मनोहर भाटी, रमेश भाई, भोला, वीर सिंह परमार आदि बड़ी संख्या में कर्मचारीी हड़ताल में शामिल हुए हैं।