झाबुआ

कोलाहल नियंत्रण लागू होने के बाद भी क्यो दी स्कूल परिसर में कार्यक्रम की अनुमति- गुमानसिंह डामोर

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इधर परीक्षाये चल रही उधर हो रहा कृषि विज्ञान मेले का कार्यक्रम-
बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड कर रहा शासन-प्रशासन

झाबुआ- वर्तमान में परीक्षाओं का दौर निरंतर जारी है एक तरफ शासन प्रशासन द्वारा जिला स्तरीय कृषि विज्ञान मेले का आयोजन स्थानीय उत्कृष्ट विद्यालय मैदान पर किया गया |वही कुछ ही कदमों की दूरी पर उत्कृष्ट विद्यालय में परीक्षाएं में सम्मिलित होने विद्यार्थी परीक्षा पूर्व रिवीजन के लिए एकत्रित एकत्रित हुए., लेकिन इस मेले के उद्घाटन कार्यक्रम में माईक और स्पीकरो आवाज से विद्यार्थी परेशान होते नजर आ रहे थे है जिससे वह परीक्षा पूर्व रिवीजन करने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा | क्या कारण था जब उत्कृष्ट विद्यालय में वार्षिक परीक्षाओं का दौर जारी है तो इस तरह के कृषि विज्ञान मेले का आयोजन उत्कृष्ट विद्यालय के स्थान पर अन्य स्थान पर भी आयोजित किया जा सकता था विद्यार्थियों की परीक्षाओं और भविष्य को देखते हुए इस मेले का आयोजन अन्य स्थान जैसे कृषि मंडी ,कृषि विभाग परिसर , आदि कहीं पर भी इस मेले का आयोजन हो सकता था और विद्यार्थी को भी परीक्षा के दौरान माईक और स्पीकराे की आवाज से निजात मिल सकता था लेकिन जिला प्रशासन ने इन सब को नजरअंदाज करते हुए नियम कायदों को ताक में रखकर मेले का आयोजन उत्कृष्ट विद्यालय मैदान पर किया | प्रदेश के मुख्यमंत्री ने जिले के ग्राम मदरानी के हिमांशु सोनी के शिकायती पत्र जिस में तेज आवाज और डीजे से परीक्षाओं के दौर में परेशानी संबंधित पत्र लिखा था जिस पर प्रदेश के मुखिया कमलनाथ ने तत्काल कार्रवाई करते हुए ध्वनि विस्तारक यंत्रों को निर्धारित समय के बाद शक्ति से बंद कराने के निर्देश दिए थे लेकिन वही आज जिला प्रशासन इस जिला स्तरीय उत्कृष्ट मेले के आयोजन में विद्यार्थियों के बारे में सोच नहीं पाया और उनके भविष्य से खिलवाड़ करने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी | जिला स्तरीय कृषि विज्ञान मेले के आयोजन में सबसे प्रथम कृषि अधिकारी का दायित्व बनता था कि वे इन सारी बातों का ध्यान रखें लेकिन शायद वह इस और ध्यान दे ही नहीं पाए और बच्चे परेशान होते रहे |

एक तरफ शासन-प्रशासन स्कूली बच्चों की परीक्षाओं के समय को लेकर डीजे एवं अन्य कोलाहलों को कठोरतम कार्यवाही करने का ढिंढोरा पिट रही है, वही दूसरी और स्कूली बच्चों की परीक्षाओं के समय स्वयं ही बच्चों की स्कूल के ठीक सामने ही कानफोडू माईक एवं स्पीकरों की आवाज में अपने आयोजनो को करके बच्चों के भविषय के साथ खिलवाड करने में कोई कसर नही रख रही है। क्षेत्रीय विधायक गुमानसिंह डामोर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करके बताया कि जिला प्रशासन द्वारा प्रभारी मंत्री सुरेन्द्रसिंह बघेल के मुख्य आतिथ्य मे उत्कृष्ठ उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के मैदान में त्रि दिवसीय जिला स्तरीय कृषि विज्ञान मेले का आयोजन करके स्कूली बच्चों जिनकी परीक्षायें प्रारंभ हो चुकी है, के भविष्य के साथ घिनौना खिलवाड करने पर तुली हुई है। विधायक गुमानसिंह डामोर ने बताया कि 23 से 25 फरवरी तक तीन दिनों तक उत्कृष्ठ मैदान पर उक्त कृषि विज्ञान मैला प्रशासन की अनुमति से आयोजित होरहा है जबकि शनिवार को उत्कृष्ठ उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मे कक्षा 11 वी की र्वाषिक परीक्षा दोपहर 1 बजे से होने के कारण बच्चें सुबह से स्कूल परिसर में अपनी पुस्तके आदि लेकर तेयारी करने के लिये आये थे किन्तु बच्चों को इस आयोजन मे लगे माईक एवं स्पीकरों की कानफोडू आवाज के कारण परीक्षा पूर्व रीविजन एवं पढाई करने में व्यापक परेशानियों का सामना करना पडा । परीक्षा के लिये निकटवर्ती एवं दूर दराज रहने वाले स्कूली छात्र-छात्रायें भी इस आशा के साथ आये थे कि वे परीक्षा पूर्व सुकुन से अध्ययन एवं पूर्वाभ्यास कर सकेगें। वही शनिवार को ही कक्षा 10वी की भी प्रिपेड परीक्षा होने के चलते इन परीक्षार्थियों को भी आगामी तीन दिनों तक कोलाहल के कारण अपने भविष्य पर प्रशन चिन्ह लगता दिखाई दे रहा है। विधायक श्री डामोर ने आरोप लगाया कि सिर्फ प्रभारी मंत्री के इस आयोजन करने के नाम पर प्रशासन ने बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाडा किया है। उन्होने कहा कि परीक्षाओं के समय सामाजिक एवं विवाह शादी के आयोजन में तो प्रशासन बच्चों की परीक्षा को लेकर कडे कदम उठाने की बात करता है फिर सैकडो छात्रों की जहां परीक्षायें चल रही है वहां इस प्रकार के कार्यक्रम को आयोजित करने की प्रशासन ने किस कारण अनुमति दी यह मनन एवं जांच का विषय है । श्री डामोर ने कहा कि इसे लेकर वे विधानसभा में भी मुद्दा उठाने में पीछे नही रहेगें।

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