झाबुआ – झाबुआ शहर में जल प्रदाय की व्यवस्था वर्तमान में पीएचई विभाग के पास है और वर्तमान में शहर के विभिन्न मार्गों ,कालोनियां तथा मोहल्लों में जल प्रदाय के दौरान मटमेला ,पीले रंग का पानी आने की समस्या उत्पन्न हो रही है रहवासियों का कहना है विगत 15-20 दिनाे से गंदा पानी सप्लाई किया जा रहा है ऐसा पानी न तो पीने योग्य और ना ही दैनिक कार्यों में उपयोग में लाने योग्य है परेशान होकर आमजन हैंडपंपों का सहारा लेकर पीने के पानी की व्यवस्था में लगे हैं | आम जनों ने इस पीले रंग के पानी का पीने के उपयोग में लाने के बीमारी फैलने की संभावना भी जताई है |
गुरुवार को पीएचई विभाग द्वारा शहर के कुछ हिस्सों में जल प्रदाय किया तो नल से काफी मटमेला व पीले रंग का गंदा पानी निकला ,जिसे रहवासी ना तो पीने के कार्यों में ला सकते हैं और ना ही कपड़े ,बर्तन आदि धोने में |इस पर शहर के रहवासियों ने अपना विरोध भी जताया | रामकृष्ण नगर के रहवासी विनोद मेडा ने कहा कि पिछले करीब 15-20 दिनों से जब भी जल प्रदाय हुआ तब इस तरह का मटमैला व पीले रंग का पानी पीएचई विभाग द्वारा सप्लाई किया जा रहा है | रामकृष्ण नगर निवासी ललित ने बताया कि विभाग के अनास नदी पर स्थित फिल्टर प्लांट पर पानी को सही ढंग से मशीनों से फिल्टर नहीं किया जा रहा है जिससे इस तरह का पीले रंग का मटमैला पानी सप्लाई किया जा रहा है वहीं शहर के माधोपुरा क्षेत्र में भी यह समस्या जल प्रदाय के दौरान देखने को मिली |माधोपुरा क्षेत्र के रहवासी मुकेश , रमेश आदि ने बताया कि जल प्रदाय के दौरान अत्यधिक गंदा व गाद वाला पानी आया जाे पीने योग्य नही है और ना ही उपयोग करने योग्य | इन क्षेत्रों की महिलाओं ने बताया इस मटमेला पानी को पीने के उपयोग में लाने से बीमारी फैलने की संभावना भी बनी हुई है | इसलिए हम इस पानी को पीने के उपयोग में नहीं ले रहे हैं पीने के पानी व अन्य कार्यों के लिए हमें हैंडपंपों का सहारा लेना पड़ रहा है |वही गर्मी भी बढ़ती जा रही है इसलिए हमें पानी की व्यवस्था में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है | सिद्धेश्वर कॉलोनी निवासी राधेश्याम पटेल ने भी बताया कि पीएचई विभाग द्वारा मटमेला व पीले रंग का पानी सप्लाई किया जा रहा है पीएचई विभाग द्वारा इस ओर ध्यान ही नहीं दिया जा रहा है और शहर के रहवासी परेशान भी हो रहे हैं |
जल्दी ही व्यवस्था में सुधार किया जावेगा और साफ व स्वच्छ पानी सप्लाई किया जाएगा | पीएचई कार्यपालन यंत्री ,जितेंद्र मावी |