झाबुआ

शहर से सटी हाथीपावा पहाड़ी पर 10 दिनों के भीतर तीन बार आगजनी की घटना एवं तेंदुएं होने की सघनता से जांच की मांग

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झाबुआ से दौलत गोलानी की रिपोर्ट

शहर के समाजसेवियों एव सामाजिक संस्थाओं ने मिलकर कलेक्टर प्रबल सिपाहा को सौंपा ज्ञापन
झाबुआ। शहर से सटी हाथीपावा की पहाड़ी, जो झाबुआ जिले में पर्यटन स्थल के रूप में तब्दील हो चुकी है, सैकड़ो लोग यहां प्रतिदिन पौधे को पानी देने, सरंक्षण करने एवं विश्राम तथा पिकनीक आदि मनाने के लिए आते-जाते है, यहां लगातार हो रहीं असाधारण घटनाओं से आक्रोशित शहर के समाजसेवियों एवं सामाजिक संस्थाअों ने मिलकर इस संबंध में 30 मार्च, शनिवार शाम 5 बजे कलेक्टोरेट पहुंचकर कलेक्टर प्रबल सिपाहा को ज्ञापन सौंपकर जिला प्रशासन से इस मामले में सघनता से जांच कर उचित कार्रवाई की मांग की है।
सकल व्यापारी संघ अध्यक्ष नीरजसिंह राठौर, सचिव पंकज जैन ‘मोगरा’, मार्निंग क्लब के कमलेश पटेल, हाथीपावा ग्रुप के राजेश शाह, हरिश शाह लालाभाई, राजपूत महिला क्लब एवं पतंजलि योग समिति से सुश्री रूक्मणी वर्मा, जिला पेंनर्स एसोसिएान से रतनसिंह राठौर, जिला आजाद साहित्य परिषद् से अध्यक्ष डॉ. केके त्रिवेदी, संकल्प ग्रुप से संयोजक श्रीमती भारती सोनी, रोटरी क्लब आजाद से अजय शर्मा, इंजिनियर्स एसोसिएान से संजय कांठी, जैन समाज से अमित जैन, शिवगंगा के उल्लास जैन, जिला टेंट एवं लाईट एसोसिएान से चेतन व्यास, आसरा पारमार्थिक ट्रस्ट से सुधीरसिंह कुशवाह आदि द्वारा शनिवार शाम कलेक्टर श्री सिपाहा से भेंट कर उन्हें ज्ञापन सौंपकर अवगत करवाया कि विगत दो सप्ताह से हाथीपावा पहाड़ी पर आसाधारण घटनाएं घटित हो रहीं है। जिसके कारण नगर में चिंता एवं भय का वातावरण निर्मित हो गया है। करीब 10 दिनों के भीतर हाथीपावा की पहाडि़यों पर तीन बार अग्निकांड जैसी अनहोनि घटनाएं हो गई है। जिससे यहां लगाए गएं सैकड़ों हरे-भरे पौधों को नुकसान हुआ है। इस घटना से पर्यावरण प्रेमियों एवं हाथीपावा पर श्रमदान करने वाले समाजसेवियों एवं सामाजिक संस्थाओं में गहरा आक्रो व्याप्त है।
दो बार दिख चुका है तेंदुआ
इसके साथ ही ज्ञापन में आगे बताया गया कि हाथीपावा पर तेंदुआं दिखने की दो बार पुष्टि हो चुकी है। पिछले कुछ दिनों पूर्व जहां झाबुआ थाना प्रभारी नरेन्द्रसिंह रघुवां को उनके द्वारा अपने वाहन से हाथीपावा से लौटते समय तेंदुआं बीच सड़क से निकलकर झाडियां में जाते हुए दिखा। वहीं दूसरी बार बीती 29 मार्च की रात्रि 8.30 बजे हाथीपावा पर स्थापित टंकियों में पानी भरते समय नगरपालिका के टेंकर चालक जितेन्द्रसिंह पंवार एवं उनके साथियों ने तेंदुएं को देखा। यहां तक की तेंदुए ने इन नपा कर्मचारियों पर हमला बोलते हुए वह पीछे भी दौड़ा और जैसे-तैसे नगरपालिका के टेंकर चालक श्री पंवार एवं अन्य कर्मचारियों को अपने वाहन को तेज गति से भगाकर वहां से अपनी जान बचाना पड़ी, अन्यथा बड़ी धटना हो सकती थी।
दोनो मामलों में निष्पक्ष जांच की मांग
ज्ञापन में बताया गया कि शहर से सटा हाथीपावा आज जिले के पर्यटन स्थल में रूप में तब्दील होकर यहां मप्र का दूसरा सबसे बड़ा राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा लगा हुआ है, जिसे देखने के लिए लोग एकत्रित होते है और प्रतिदिन यहां पौधों को पानी देने, संरक्षण करने एवं इस स्थल को निहारने तथा विश्राम आदिहेतु भी पहुंचते है। यह पहाड़ी आज मप्र ही नहीं अपितु दे में भी विख्यात हो गई है। यहां आगजनी की घटना आगामी समय में ना तो एवं तेंदुआं होने की पुष्टी होने पर सघनता से इस पूरे स्थान पर जांच कर उचित कार्रवाई करने की मांग ज्ञापन के माध्यम से की गई। ज्ञापन बाद कलेक्टर श्री सिपाहा ने दोनो मामलों में अतिीघ्र कार्रवाई का आवासन दिया।

फोटो 003 -ः हाथीपावा हो रहीं आसाधारण घटनाओ को लेकर कलेक्टर श्री सिपाहा से चर्चा करते शहर के समाजसेवी एवं सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारीगण।

फोटो 004 -ः कलेक्टर श्री सिपाहा को दोनो घटनाओं को लेकर ज्ञापन भी सौंपा।

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