बाल विवाह रोकने के लिए सीआरओ ने झाबुआ जिले में किया दल गठित= =======================बाल विवाह पर निगरानी रखकर जिला प्रशासन एवं सीआरओ को देगा सूचना …………….
झाबुआ। वर्तमान में मप्र में बाल विवाह के मामले में झाबुआ जिला नंबर-‘वन पर है वहीं भारत की बाल विवाह की सूची में भी इसका स्थान है। वर्तमान में झाबुआ जिले में बाल विवाह तेजी से हो रहा है। इसको लेकर पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी बच्चों के अधिकारों के लिए कार्य करने वाली एवं उनकी पैरवी करने वाली संस्था चाईल्ड राईट्स आर्ब्जवेटरी संस्था मप्र भोपाल द्वारा बाल विवाह को रोकने हेतु अपने स्तर पर दल का गठन किया गया है। जिसका कार्य बाल विवाह पर निगरानी रखकर इसकी सूचना कार्रवाई हेतु जिला प्रशासन को देने के साथ इसकी रिपोर्टिग सीआरओ को भी प्रस्तुत की जाएगी।
सीआरओ की अध्यक्ष श्रीमती निर्मला भुज के मार्गर्दाशन में बाल अधिकार मंच के जिला संयोजक रामप्रसाद वर्मा द्वारा झाबुआ जिले के लिए गठित दल मेंं झाबुआ शहर के लिए रवि बारिया एवं दौलत गोलानी, कल्याणपुरा क्षेत्र के लिए अरूण डामोर, सेमलिया क्षेत्र के लिए ओमप्रका मेड़ा, किनपुरी एवं आसपास के लिए अखिले बाल्यान, ग्राम नवागांव हेतु मुनसिंहभाई एवं जरूभाई डामोर, डूमपाड़ा हेतु सेतु भाबर, पेटलावद के लिए ऋषभ सुराना, कालीदेवी के लिए विनोद परमार, रानापुर कस्बे के लिए नानसिंह, ग्राम मिंडल हेतु कमता मेड़ा तथा ग्राम करड़ावद बडी के लिए रतन भगत को अपने-अपने क्षेत्रों में रहने के दौरान बाल विवाह पर भी नजर रखने हेतु दल गठित कर निर्देात किया गया कि उक्त सभी सदस्य बाल विवाह होने पर लड़के-लड़की दोनो पक्षों को समझाईा देने के साथ ही नहीं मानने पर इसकी सूचना जिला प्रासन को दे तथा बाल विह की रिपोर्ट से जिला संयोजक रामप्रसाद वर्मा के माध्यम से सीआरओ भोपाल को अवगत करवाएंगे।
शासन स्तर पर रखकर पहल करने के प्रयास किए जाएंगे
जिला संयोजक श्री वर्मा ने बताया कि दल द्वारा झाबुआ जिले की रिपोर्ट से अवगत करवाने के बाद इसको सीआरओ भोपाल को प्रेषित कर संस्था के प्रादेाक पदाधिकारियों द्वारा इस संबंध में शासन स्तर पर उच्च अधिकारियों से चर्चा कर इस हेतु आवयक कदम उठाने हेतु उन्हें कहा जाएगा। श्री वर्मा के अनुसार आगामी दिनों में आलीराजपुर जिले में भी बाल विवाह की रोकथाम हेतु दल गठित किया जाएगा।