केसरियानाथ दादा का प्रतिष्ठा महोत्सव का शुभारंभ हुआ जिसमें आज प्रातः शुभवेला में परम पूज्य गच्छाधिपति आचार्य देवेश श्रीमद् विजय ऋषभचंद्र सुरेश्वर जी महाराज साहेब एवं मुनि मंडल के साथ झकनावदा नगर में नाचते गाजते भव्य प्रवेश हुआ
जिसमें महिला मंडल,कन्या मंडल, युवक परिषद अपनी अपनी एक जैसी वेशभूषाओ में कतार बंद चल रहे थे कन्याएं व महिलाएं अपने सिर पर कलश लिए आगे चल रही थी युवक परिषद की टीम एक जैसे कलर के साफे पहने हुए थी व नाच रहे थे जगह-जगह पर आचार्य भगवंत की गवली की गई उसके पश्चात वरघोडे का प्रवेश केसरियानाथ दादा के जैन मंदिर में हुआ देव गुरु की वंदना के बाद चल समारोह विनीता नगरी में पहुंचकर धर्म सभा में तब्दील हुआ मुनिराज श्री रजतचंद्र विजय जी महाराज साहब ने गुरु वंदना करवाई
उसके पश्चात आचार्य भगवंत ने मंगलाचरण से धर्म सभा की शुरुआत की केसरियानाथ दादा के चित्र पर माल्यार्पण दीप प्रज्वलन सुजानमल जी जैन (ट्रस्टी- मोहनखेड़ा),सातम ग्रुप मुंबई के अशोक जी, रंजीत जी एवं सकल जैन श्री संघ के व्यवस्थापक निर्मल कुमार जी माण्डोत, तेरापंथ सभा के अध्यक्ष नरेंद्र जी कोठारी, दिलीप जी भंडारी राजगढ़ आदि गुरुभक्तों द्वारा किया गया धर्म सभा में आचार्य भगवंत ने कहा जीवन में दो प्रकार के पल आते हैं एक आनंद के व एक कष्ट के दोनों ही पल को संम्भाव से व्यतीत करना चाहिए समुद्र मंथन हुआ उसमें धन लक्ष्मी अमृत सब को लेने वाले मिल गए किंतु जहर को लेने कोई आगे नहीं आया तब भोलेनाथ ने जहर को स्वीकार किया तब महादेव बने इसी प्रकार समाज में भी विवाद विषाद के जहर पीने वाला महान बड़ा व्यक्ति बन जाता है सकल जैन श्री संघ मिल जुलकर एकजुटता के साथ प्रतिष्ठा महोत्सव में भाग लेवें उसके पश्चात युवा प्रवचनकार संत मुनि राज श्री रजतचंद्र विजय जी महाराज साहब ने केसरियानाथ दादा की महिमा का वर्णन किया और कहा कि दादा की मेहरबानी संपूर्ण क्षेत्र के साथ दूरदराज के इलाकों वाले महानुभवो पर भी बरसेगी मुनि श्री ने प्रतिष्ठा के कार्यक्रम की रूपरेखा बताई और कहां केसरियानाथ दादा का आमंत्रण सभी के लिए समान है उसके पश्चात धर्म सभा का समापन हुआ आचार्य भगवंत के साथ मुनिराज श्री रजतचंद्र विजय जी महाराज साहब,पुष्पेंद्र विजय जी महाराज साहेब, रूपेंद्र विजय जी महाराज साहेब, प्रीतेयश विजय जी महाराज साहेब, जीनचंद्र विजय जी महाराज साहेब, जितचंद्र विजय जी महाराज साहेब, जनकचंद्र विजय जी महाराज साहेब भी साथ मे पधारे हैं। केसरियानाथ दादा व आदि प्रतिमाओं का उत्थापन कर विधि मंडप में विराजमान किया गया उसके पश्चात ज्वारारोपण अजय कुमार कालूराम जी वोहरा परिवार द्वारा किया गया । *यह थे आज के कार्यक्रम के लाभार्थी* आचार्य श्री के सन्मुख गहुली के लाभार्थी राजेंद्र कुमार जी अर्पित कुमार जी वोहरा परिवार,आचार्य श्री के सन्मुख सौमैया के लाभार्थी कन्हैयालाल जी बबलू जी मांण्डोत परिवार, नवकारसी (नास्ता) के लाभार्थी कन्हैयालाल जी बबलू जी मांण्डोत परिवार,श्री आदिनाथ पंचकल्याण पूजा के लाभार्थी अनोखीलाल जी जितेंद्र जी काॅसवा परिवार, सुबह स्वामीवात्सल्य के लाभार्थी श्रीमती शांताबाई स्व: श्री शांतिलाल जी मांण्डोत रमणलाल जी,पुखराज जी दिलीप कुमार जी, दिनेश जी,संजय जी मांण्डोत परिवार, शाम के स्वामीवात्सल्य के लाभार्थी रोशनलाल जी,अर्जुनलाल जी, बाबूलाल जी सेठिया परिवार, परमात्मा की नयनरम्य आॅगी के लाभार्थी ज्ञानमल जी, प्रकाश जी,आशिष जी भांगू परिवार,आरती के लाभार्थी महावीर जी,प्रितेश जी,मनीष जी सेठिया परिवार, भक्ति भावना के लाभार्थी हजारीमल जी कोटडिया परिवार झकनावदा थे।