नगर पालिका के राजस्व विभाग की एक और कारस्तानी
झाबुआ- नगर पालिका अपनी कार्यप्रणाली के लिए आए दिन चर्चाओं में रहती है कभी सफाई अभियान को लेकर , तो कभी टेंडर प्रक्रिया को लेकर , तो कभी अतिक्रमण मुहिम में राजस्व विभाग के कर्मचारियों द्वारा अपने चहेतों को छोड़कर अन्य अतिक्रमण को शक्ति से हटाने के लिए | नपा के राजस्व विभाग का एक और कारनामा सामने आया जिसमें राजस्व विभाग के कर्मचारियों द्वारा नगरपालिका की संपत्ति को किराए पर दे दिया और यह किराया कौन वसूल रहा है यह जांच का विषय है……?
शहर के वार्ड नंबर 1 कॉलेज मार्ग स्थित व्यायामशाला के पास नगर पालिका के आवासीय मकान है नगर पालिका के कर्मचारियों के लिए आवासीय मकान , जिसे नगर पालिका का राजस्व विभाग अलाट करता है लेकिन लगता है इनमें से एक आवासीय मकान को नगरपालिका के राजस्व विभाग द्वारा किसी आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर दीपेश कठाेटा को संभवत किराए पर दिया गया है चूकि इन आवासीय भवनों को नगरपालिका कर्मचारियों को ही देना होता है और यहां पर तो डॉक्टर दीपेश कठाेटा की नेम प्लेट लगी हुई है और इस हिसाब से इन्हें किराए पर दिया गया होगा | तो यह किराया कौन वसूलता है यह भी जांच का विषय है ……..? नगर पालिका के राजस्व विभाग को यह अधिकार किसने दिए कि वह आवासीय मकानों को अन्य को किराए पर दे ….? लगता है नगर पालिका में सारे नियम कायदों को ताक में रखकर आर्थिक लालच के कारण ही दिया गया होगा इन अन्यथा इस तरह शासकीय संपत्ति को संबंधित विभाग के कर्मचारियों को छोड़कर किराए पर देना नियमानुसार गलत है जो की जांच का विषय है क्या नगर पालिका के अधिकारी इस तरह अनुचित कार्य करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई करेंगे …..? क्या नगरपालिका आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी पर भी कोई कार्रवाई करेगा ……? या फिर नगरपालिका का राजस्व विभाग यूं ही शासकीय संपत्ति को किराए पर देता रहेगा….|