झाबुआ

आटे में नमक नही……..नमक में आटे की तरह चल रहा नपा में भ्रष्टाचार ………………… 26 लाख की लगात से बनी सड़क 2 माह में ही चढ़ी भ्रष्टाचार की भेंट ….. वार्ड 13 की सीसी रोड पहली बारिश में ही हुई जर्जर …………………….. वार्ड पार्षद ने लगाये गंभीर आरोप….

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झाबुआ से नरेंद्र राठौऱ की रिपोर्ट………
झाबुआ । भ्रष्टाचार पूरे सिस्टम में गहरी पैठ कर चुका है और जनता की गाढी कमाई का दोहन मिली भगत से जम कर होना आम बात हो गई है । घटिया काम करवा कर, अपने लोगों को उपकृत करने के साथ ही मोटी रकम कमिशन मे बनाने में ऐसे भ्रष्ट पीछे नही रहते है । कमोबेश यही सब कुछ नगरपालिका झाबुआ परिषद में कथित रूप से नगर विकास के नाम पर कराये जा रहे निर्माण कार्यो को लेकर हो रहा है । नगर में नगरपालिका के माध्यम से जितने भी विकास एवं निर्माण कार्य किये जा रहे है उसमें आटे में नमक की तरह नही वरन नमक में आटा मिलाने जैसे काम हो रहे है । जिसका उदाहरण नगर के वार्ड क्रमांक 13 में पुलिस अधीक्षक कार्यालय से माधोपुरा गा्रेटो माता मरियम के मंदिर तक नगरपालिका द्वारा बनाये गये 12 फीट चौडे एवं 360 मीटर लम्बे सीमेंट का्रंकिट रोड के निर्माण में हुए व्यापक भ्रष्टाचार की पोल सामने आ चुकी है । दो माह पूर्व नगरपालिका द्वारा अपने चहेते ठेकेदार मोनू के माध्यम से पुलिस अधीक्षक कार्यालय से लेकर माधोपुरा गा्रेटो तक के सीसी रोड का निर्माण कार्य 26 लाख से अधिक की लागत से करवाया गया था । नगरपालिका परिषद के जिम्मेवारों की उपस्थिति में इसका भूमि पूजन किया गया था तथा वार्डवासियों को जो सौगात दी गई है उसकी पोल पहली ही बारिश में खुल कर सामने आचुकी है । अब तो लोग यह कहने में भी पीछे नही रह रहे हे कि पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष धनसिंह बारिया के समय में कम से कम इतना भ्रष्टाचार तो नही होता था । काम तो व्यवस्थित होते थे । किन्तु वर्तमान में कांग्रेस की नगरपरिषद में भ्रष्टाचार का ग्राफ इतना अधिक बढ चुका है कि अब तो नगरपालिका के पार्षद गण भी कहने मे नही चुक रहे है कि यहां सिर्फ एक सूत्रीय सरकार ही चल रही है ।
नगरपालिका के वार्ड क्रमांक 13 नगरपालिका द्वारा वार्डवासियों की लम्बी मांग के चलते 26 लाख की लागत से निर्माण किये गये 360 मीटर के इस सीसी रोड में ठेकेदार मोनू द्वारा इतनी अधिक घटिया सामग्री के साथ ही रेत की बजाय चुरी का उपयोग करके ताबड तोड रोड को तेयार करके नगरपालिका से अपने मृदु संबंधो के चलते भुगतान भी प्राप्त कर लिया गया था । निर्माणकार्यो के नियमों के अनुसार तो नगरपालिका के इन्जिनियर द्वारा इसका वेल्युएशन, मानकता की जांच करके कार्य मानकता के बारे में प्रमाणपत्र दिये जाने के बाद ही ठेकेदार को भुगतान किया जाता है । जाहिर है मिली भगत के चलते नपा के इन्जिनियर के बिना प्रमाणपत्र के भुगतान ठेकेदार को हो जाना भी कई प्रशनो को जन्म देता है। सिर्फ दो ताह में ही वार्ड क्रमांक 13 की माधोपुरा वाली इस सीसी रोड की हालत जर्जर हाेकर गिट्टी एवं रेत चुरी उखड कर उपर आ चुकी है ऐसे मे लोगों का पांव पैदल भी चलना दुभर हो रहा है। इस रोड के निर्माण को लेकर वार्ड के र्पाषद जुवानसिंह गुण्डिया का कहना है कि नगरपालिका के सीएमओ सहित सभी जिम्मेवार जनप्रतिनिधि अध्यक्ष, आदि इसमे शामील है तथा जनता की गाढी कमाई का जमकर दुरूपयोग हुआ है यह सडक निर्माण के बाद आज की स्थिति में देखने से ही पता चल जाता है कि पहली बारिश में ही सडक पूरी तरह जर्जर हो चुकी है । उनका कहना है कि सीसी रोड निर्माण में रेती की जगह चुरी का उपयोग नियम के विरूद्ध किया गया है तथा निर्माण के बाद इसकी तरी भी नही की गई है। इस तरह सरकार धन का सीधा सीधा दुरूपयोग नगरपालिका के सीएमओ से मिली भगत के चलते हुआ है । पार्षद जुवानसिंह गुण्डिया का यहा तक कहना है कि नपा अध्यक्ष के पुत्र रवि के द्वारा ही अपने खसमखास ठेकेदार मोनू से उक्त कार्य करवाया जाना तथा नपा अध्यक्ष की इसमें मौन स्वीकृति के चलते नगरपालिका रूपी पूरे कुंए मे भाग मिली हुई है । जब उनके द्वारा ठेकेदार सोनू से सडक के घटिया बनने को लेकर बात की गई तो उनका कहना था कि बारिश के बाद यहां डामरीकृत सडक करवा दी जावेगी । हर कोई जनता के पैसों का किस प्रकार दोहन किया जावे इसमें जुटा हुआ है । यहां यह बताना भी जरूरी है कि नगरपालिका की इस कांग्रेस शासित परिषद में न सिर्फ विपक्ष के पार्षद गण बंदरबाट के चलते नाराज है वरन कांग्रेस के भी कई पार्षद भी अपनी नाराजगी नही छिपा पारहे है ।
सडक के घटिया निर्माण को लेकर वार्ड क्रमांक 13 के अजय डूडवे, सोनिया डोडवे एवं अनिता वसुनिया का भी कहना है कि सडक जब निर्माण नही हुई थी तब भी यह मार्ग पूरी तरह व्यवस्थित था और लोग आसानी से आना जाना कर सकते थे किन्तु नई सीसी रोड बनने के बाद पहली ही बारिश में सडक को मानों चेचक निकल गई हो और पूरी सडक ही जर्जर हो चुकी है । ऐसे में दुपहिया वाहनों के लेकर निकलना भी टेडी खीर साबित हो रहा है । जाहिर तौर पर यह साफ है कि बरसों बाद नगरपालिका परिषद में आई कांग्रेस पार्टी के इन निर्वाचित जिम्मवारों ने बाद मे मौका मिले या न मिले की तर्ज पर एक सिरे से पैसा बनाना शुरू कर दिया है और नगर के विकास , स्वच्छ,सुंदर एवं विकसित नगर बनाने का दंभ भरने वाले कांग्रेस की नपा परिषद का सिर्फ एक ही लक्ष्य पैसा कमाना ही रह गया है । इस सडक निर्माण में हुए व्यापक भ्रष्टाचार को लेकर वार्डवासियों ने प्रशासन से स्वयं ही इसका निरीक्षण करके ठेकेदार एवं इसमें संलिप्त नपा के अधिकारियों एवं निर्वाचित प्रतिनिधियों के विरूद्ध सख्त कदम उठाने की मांग भी की है । इसकी पुषटि इसी बात से भी होती है कि इस निर्मित घटिया सडक के मध्य ही पानी निकासी के लिये जो सिमेंट का पाईप रखा हुआ है वही भी अपने घटियापन को दरशा रहा है। इससे भी स्पट है कि सडक निर्माण में किस प्रकार की घटिया सामग्री उपयोग की गई होगी । देखना है प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होने तथा नगरपालिका भी कांग्रेस की होने के चलते कहीं दबाव के चलते इन पर प्रभावी कार्यवाही होती है या नही या सिर्फ लिपापोती करके मामले को खतम कर दिया जावेगा ।

घटिया कार्य करने पर संबंधित ठेकेदार को नोटिस देंगे |

श्रीमती मन्नू डोडियाऱ, अध्यक्ष नगर पालिका परिषद झाबुआ |

30 झाबुआ फोटो-01- वार्डवासी घटिया रोड निर्माण बताते हुए

30 झाबुआ फोटो-02- इस तरह का सीमेंट पाईप लिया जाना है उपयोग में

30 झाबुआ फोटो-03- वार्ड पार्षद ज्रुवानसिंह गुण्डिया
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