झाबुआ से दाैलत गाैलानी……..
झाबुआ। श्रावण माह के द्वितीय सोमवार पर शहर के शिवालयों में रात्रि में भगवान भोलेनाथजी की आकर्षक झांकियां सजाई गई |वहीं मंदिर भी आकर्षक विद्युत सज्जा से जगगम हुए। रात्रि में मंदिरों के दशन के लिए भक्तों की भारी भीड़ भी लगी।
शहर के सिद्धेशवर कॉलोनी स्थित सिद्धेशवर महादेव मंदिर में सिद्धेशवर महादेवजी का भांग और मेवे से श्रृंगार के साथ घास, रेडिमेड फूलों से सुंदर श्रृंगार हुआ। रात्रि में महिलाओं द्वारा यहां भजन-किर्तन भी किए गए। छोटे तालाब स्थित मनकामेवर महादेव मंदिर में मनकामेवर महादेवजी को कैलाश पर्वत बनाकर उस पर विराजमान किया। रात्रि में मंदिर पर की गई आकर्षक विद्युत सज्जा भी देखते ही बनी। मनकामेशवर मंदिर से शिवजी की शाही सवारी अंतिम सोमवार पर 12 अगस्त को निकाली जाएगी। डीआररपी लाईन स्थित गोपेशवर महादेवजी का फूलों और पत्तियों से मनमोहक श्रृंगार हुआ।
5 अगस्त को शिवजी की पालकी निकाली जाएगी
कॉलेज मार्ग नजर बाग स्थित सोमेशवर महादेवजी को पहाडि़यों के बीच विराजित किया। मंदिर से 5 अगस्त को शाम 4 बजे से शिवजी की पालकी निकाली जाएगी। विवेकानंद कॉलोनी स्थित उमापति महादेव मंदिर पर उमापति महादेवजी का घास और तरह-तरह फूल-पत्तियों से सुंदर श्रृंगार मंदिर के पूजारी पं. प्रदीप भट्ट एवं समिति से जुड़ी महिलाओं ने किया। गोपाल कॉलोनी स्थित महांकाल मंदिर पर र्दाशन-पूजन के
लिए रात्रि में भक्तों का आना-जाना लगा रहा।
फोटो 006 -ः झाबुआ के सिद्धेशवर कॉलोनी स्थित सिद्धेवर महादेवजी का भांग और मेवे से हुआ श्रृंगार।
फोटो 007 -ः झाबुआ के मनकामेशवर महादेव मंदिर में भगवान को कैलाश पर्वत पर विराजमान किया गया।
फोटो 008 -ः झाबुआ के कॉलेज मार्ग स्थित प्राचीन सोमेशवर महादेव मंदिर में पहाडि़यों पर बैठे सोमेवरजी।
फोटो 009 -ः झाबुआ के विवेकानंद कॉलोनी स्थित उमापति महादेव मंदिर में श्रृंगारित उमापति महादेवजी।