झाबुआ

मौत के मुहाने पर खड़ा रानापुर तिराहा ….. …….कहीं झाबुआ में भी रानापुर तिराहे पर ना हो जाएं पेटलावद ब्लॉस्ट जैसी भीषण एवं भयावह घटना………………….

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झाबुआ से दौलत गाैलानी व पीयूष गादिया……

वाहनों मे खुले रूप मे पड़ी गो गैस कंपनी के सिलेंडर

लापरवाही से बड़ी दुर्घटना से भी इंकार नहीं किया जा सकता……
झाबुआ। झाबुआ के समीपस्थ रानापुर तिराहा जैसे मौत को पल-पल बुलावा दे रहा है। यहां रहने वाले रहवासी, दुकानदार, राह चलते लोग और चौवीसो घंटे निकलने वाले वाहन चालक जैसे मौत के सांय के बीच में है। मौत उन्हें कभी भी अपनी आगौश में ले सकती है। पेटलावद जैसा भीषण एवं दर्दनाक हादसे दोबारा जन्म ले सकता है।
यहां हम बात कर रहे झाबुआ के समीपस्थ रानापुर तिराहे की। यह ईलाका अब बस्ती में तब्दील हो गया है। यहां तिराहे पर करीब 50 से अधिक दुकाने, रहवासियों के मकान और फिर दिनभर राहगीरों के साथ छोटे से लेकर भारी वाहन चालकों का चौवीसो घंटे सरपट आना-जाना लगा रहता है, इसे देखते हुए यह जिला प्रशासन की बड़ी अनदेखी कहीं जा सकती है कि सुरक्षा की दृष्टि से उनका कोई ध्यान नहीं है। यहां हम मौत के मुहाने का तिराहा, इस स्थान को इसलिए कह रहे है क्याकि इस तिराहे पर एक ओर जहां पेट्रोल पंप है तो वहीं उसके दूसरी ओर निजी कं गौ-गैस के नाम से किसी कंपनी द्वारा यहां वाहनों से गैस सिलेंडर खाली करने एवं भरने जैसे कार्य किए जाते है गो गैस के भरे हुए सिलेंडर से भरी हुई पिक अप व आयशर चौबीसों घंटे तैनात रहती है और संभवत यही से इसकी सप्लाई होती है सबसे बड़े आश्चर्य की बात … यहां चाय होटलों की दुकान के पीछे पिकअप और आईशर खुले रूप में दर्जनों गैस सिलेंडर से लदे हुए हैं चुकी गैस सिलेंडर विस्फोटक की श्रेणी में आने से पल-पल कोई भी हादसा होने का भय बना रहता है। एक छोटी सी गलती बड़ी दुर्घटना को अंजाम दे सकती है इस कारण इस क्षेत्र के व आसपास के रहवासी डरे हुए व सहमे हुए हैं |
प्रशासन की जांच का विषय
सरकारी नियमों की बात करे तो सूत्रों से मिली जानकरी के अनुसार जिस स्थान पर पेट्रोल पंप है, उस स्थान के आसपास ही गैस खाली एवं भरने जैसे कार्य नहीं होना चाहिए, ऐसे में कभी भी कोई भी दुर्घटना जन्म ले सकती है और इसका खामिजाया सैकड़ों लोग भुगतने को विवश हो सकते है। मुख्य रूप से जो गौ-गैस के नाम यहां वाहनों से जो गैस सिलेंडर खाली एवं भरे जा रहे है, वह लीगल है या अनलीगल इसका भी प्रशासन को पता लगाए जाने की आवशयकता है।
कहीं पेटलावद ब्लॉस्ट की ना हो पुनरावृत्ति
यंहां रानापुर तिराहे पर रहने वाले कुछ लोगों एवं दुकानदारों से चर्चा की गई तो उन्होंने इस बात की जानकारी दी कि सुबह से लेकर देर शाम तक यहां वाहनों से गैस सिलेंडर खाली होने एवं भरने का काम होता है, जो कभी भी हादसे को जन्म दे सकता है। साथ ही कुछ रहवासी एवं दुकानदारों ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि वे इससे कई बार प्रशासन को भी अवगत करवान चुके है, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया, शायद प्रशासन को किसी हादसे का इंतजार है, उसके बाद प्रशासन की नींद खुलेगी।
प्रशासन का क्यो नहीं जा रहा ध्यान … ?
उधर यह प्रशन भी जन्म ले रहा है कि प्रशासन की भी इस पर नजर क्यो नहीं जा रहीं है। यदि एक स्थान पर ज्वलनाल पदार्थ का कारोबार हो तो उसके पास दूसरा कोई ऐसी जगह नहीं होना चाहिए कि जहां सुरक्षा की दृष्टि से ओर कोई ज्वलनाल या विस्फोटक कराबोर हो रहा हो, चूंकि पेटलावद ब्लास्ट की घटना पर ही नजर डाली जाए, तो वहां मुख्य भरे बाजार बस स्टेंड के समीप ही दुकान के ऊपर मकान की मंजिल में विस्फोटक डेटोनेटर रखे हुए थे, जब उनमें ब्लास्ट हुआ, तो समीप होटल होने से उसमें रखे गैस सिलेंडर में भी ब्लॉस्ट हुआ और हादसे ने दर्दनाक रूप लेते हुए इसमें 78 लोगों की अकाल मृत्यु होने के साथ 100 से अधिक लाँग गंभीर घायल भी हुए थे, यह भीषण घटना आज भी लोगों को याद है, तो क्या जिला प्रशासन फिर दूसरी ओर कोई घटना या दुर्घटना के इंतजार में है, उसके बाद ही प्रशासन ऐसे मामले में विशेष ध्यान देकर कोई कार्रवाई करेगा ?, वहीं देश में भी पूर्व में इस तरह की कई घटनाएं हो चुकी है। सुरक्षा की दृष्टि से शासन-प्रशासन को इस ओर ध्यान देकर ऐसे हादसों में कमी लाने के लिए विशेष प्रयास या अभियान संचालित किए जाने की आवशयकता है … ? अब यह देखना होगा कि क्या प्रशासन जल्दी इस तरह की कार्यप्रणाली पर कोई कार्रवाई करेगा या फिर किसी दुर्घटना के घटित इंतजार होने का इंतजार करेगा ?
जल्द ही कार्रवाई की जाएगी
– इस संबंध में मुझे आपके द्वारा अवगत करवाया है। मामला गंभीर है, रानापुर तिराहे पर यदि नियम विरूद्ध वाहनों से गैस सिलेंडर खाली करने एवं भरने जैसा कार्य हो रहा है, तो इस मामले को अतिशीघ्र संज्ञान में लेकर सुरक्षा की दृष्टि से कार्रवाई की जाएगी।
मुकुल त्यागी, जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी झाबुआ।

फोटो 009 -ः रानापुर तिराहे पर इस तरह वाहनों से गैस सिलेंडर खाली एवं भरने का कार्य हो रहा है।

फोटो 010 -ः रानापुर तिराहे पर कई मकान-दुकाने होने के साथ चौवीसो घंटे राहगीरों और वाहन चालकों का आवागमन लगा रहता है।

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