झाबुआ से दौलत गोलानी की रिपोर्ट।…… अखंड ज्योत के दशन के साथ खाटु श्याम दरबार में हजारों भक्तों ने नवाजे शीश प्रसिद्ध भजन गायक बंटी सोनी एवं कोमल तिवारी ने समधुर भजनों से बांधा समां, अलसुबह 4 बजे तक चला श्याम महाकिर्तन का भव्य आयोजन झाबुआ। शहर के ह्रदय स्थल राजवाड़ा पर हारे का सहारा खाटु श्याम हमारा समिति द्वारा 13 फरवरी, गुरूवार रात 8.30 बजे से खाटु श्याम महाकिर्तन का भव्य आयोजन किया गया। जिसमें सर्वप्रथम खाटु श्यामजी का मनमोहक दरबार सजाकर अखंड ज्योत प्रज्जवलित की गई। बाद खाटु श्याम की आरती कर सभी ने कतारबद्ध होकर अखंड ज्योत के र्दान किए। महाकिर्तन में पहले कानपुर की प्रसिद्ध भजन गायक कोमल तिवारी ने समुधर भजनों एवं गीतों से समां बांधा। बाद दूसरे चरण में बंटी सोनी मक्सी ने भी खाटु श्याम के एक से बढ़कर एक भजन प्रस्तुत कर अलसुबह 4 बजे तक माहौल को बांधे रखा। समधुर भजनों पर श्याम प्रेमियों के साथ आयोजन समिति से जुड़े सदस्यों ने भी जमकर तालियां बजाने के साथ नृत्य भी किया। महाकिर्तन का आयोजन गुरूवार रात्रि 8 बजे से आरंभ हुआ। जिसमें ह्रदय स्थल राजवाड़ा पर सर्वप्रथम खाटु श्यामजी का सुंदर दरबार समिति से जुड़े सदस्यां ने सजाया। दरबार में खाटु श्याम को विराजमान कर गुलाब के फूलों एवं ब्लूनस से सुंदर सज्जा की गई। रात्रि ठीक 8.30 बजे बाबा के दरबार के सम्मुख अखंड ज्योत प्रज्जवलित की गई। बाद अखंड ज्योत के साथ आरती का आयोजन हुआ। आरती के बाद सभी भक्तजनों ने कतार में खड़े होकर अखंड ज्योत के र्दान करने के साथ दरबार में शीष नवाकर अपने परिवार की सुख-समृद्धि के लिए कामना की। इसी बीच भजनों की शुरूआत में प्रारंभ में पारा के युवा भजन गायक विक्रम राजपूत ने पधारो गजानन म्हारा घर ….. गणे वंदना के साथ की। बाद आयोजन स्थल पर पहुंची कोमल तिवारी (कानपुर) ने ‘मेरा सहारा खाटु श्याम बाबा रे …., आज मेरे घर खाटु श्याम पधारे, जय श्री राम बोलो जय श्री राम ….., आज मुझे खाटु के र्दशन हुए ……, चलो सभी चले खाटु के दरबार …. जैसे एक से बढकर एक भजनों से श्यामप्रेमियों को काफी आनंदित किया गया। करीब ढ़ाई घंटे तक सत्त भजन गायक कोमल तिवारी ने भजनों पर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध करते हुए उन्हें तालियां बजाने के साथ पूरे सदन को नांचने एवं झूमने परे मजबूर कर दिया। आज रात चांदनी में खाटु श्याम नजर आया ….. बाद दूसरे दौर में मक्सी से पधारे बंटी सोनी ने आज रात चांदनी में मेरा खाटु श्याम नजर आया …. , आज लागो खाटु श्याम को मेले ….. सभी झूमकर नांचो रे …… जैसे भजन प्रस्तुत कर श्याम प्रेमियों को काफी रोमांचित एवं आनंदित करने के साथ पूरे माहौल को खाटुमय बनाया। महाकिर्तन का आयोजन अलसुबह 4 बजे तक सत्त चला। बाबा के समधुर भजनों पर क्या बच्चा …. क्या बड़ा और क्या बुजुर्ग ….. हर कोई आनंदित होकर जमकर झूमते-नांचने एवं तालियों बजाने को विवा हो गया। भजनों के दौरान संगीत की प्रस्तुति श्याम म्यूजिकल ग्रुप इंदौर द्वारा दी गई। वहीं इसी दोरान उज्जैन से आए युवक-युवती ने राधा-कृष्ण बनकर अपनी प्रस्तुति देकर र्दाकों का मन मोहा। आयोजन में बाहर भजन गायकों का श्याम दुपट्टा एवं माला पहनाकर आयोजन समिति की ओर से स्वागत किया गया। इत्र एवं केसर के साथ पुष्प वर्षा की गई बाबा के दरबार में झाबुआ शहर एवं जिले सहित आसपास के क्षेत्रों से आए हजारों श्याम प्रेमियों में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। सभी पर इत्र एवं केसर के साथ पुष्प वर्षा कर माहौल को काफी मनमोहक एवं सुंगधित बनाया गया। इसके साथ भी आतिबाजी कर श्रद्धालुओं का मन मोहा गया। बीच-बीच में सत्त भक्तों द्वारा खाटु नरे एवं सांवरे श्याम के …. जमकर जयकारे भी लगाए गए। श्रद्धालुओं की भीड़ से खचाखच भरा पूरा राजवाड़ा जैसे कुछ घंटो के लिए पूरी तरह से धर्ममय हो गया। आयोजन समिति की ओर से रात 12 बजे स्वल्पाहार एवं चाय की भी व्यवस्था की गई। अंत में अलसुबह 4 बजे समापन पर महाआरती कर सभी को महाप्रसादी का वितरण किया गया। संपूर्ण आयोजन को सफल बनाने में करने वाला श्याम, कराने वाला श्याम एवं हारे का सहारा, बाबा श्याम हमारा समिति से जुड़े सभी सदस्यों का सराहनीय सहयोग रहा। फोटो 001 :- झाबुआ के राजवाड़ा पर सजा खाटु श्याम बाबा का मनोहारी दरबार। फोटो 002 :- बाबा की महाआरती करते आयोजन समिति के सदस्यगण एवं श्याम प्रेमी। फोटो 003 एवं फोटो 003एं :- कानपुर से आई सुप्रद्धि भजन गायक कोमल तिवारी ने समधुर भजनों से पूरे माहौल को श्याममय किया। फोटो 004 :- राधा-कृष्ण बनकर प्रस्तुति देते युवक-युवती एवं तालियों के साथ नृत्य करती महिलाएं।
फोटो 001 :- झाबुआ के राजवाड़ा पर सजा खाटु श्याम बाबा का मनोहारी दरबार |
फोटो 002 :- बाबा की महाआरती करते आयोजन समिति के सदस्यगण एवं श्याम प्रेमी।
फोटो 003 एवं फोटो 003एं :- कानपुर से आई सुप्रद्धि भजन गायक कोमल तिवारी ने समधुर भजनों से पूरे माहौल को श्याममय किया |
फोटो 004 :- राधा-कृष्ण बनकर प्रस्तुति देते युवक-युवती एवं तालियों के साथ नृत्य करती महिलाएं |