झाबुआ

आधा किलो वजन की एक मूली,उगाई जैविक खेती से,कृषि मेला झाबुआ

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कृषि विभाग झाबुआ द्वारा तीन दिवसीय कृषि विज्ञान मेले का आयोजन किया गया।मेले का मूल उद्देश्य झाबुआ के किसानों को रसायनिक खाद एवं कीटनाशकों से होने वाले दुष्परिणामों से अवगत कराना एवं जैविक खेती के माध्यम से विष मुक्त एवं स्वस्थ फसल का उत्पादन करना व अपनी फसल से अच्छा लाभ किस प्रकार पाया जाए यह बताना रखा गया।

मेले में विभिन्न शासकीय अशासकीय स्टॉल देखने को मिले जिनमें जैविक खेती से पैदा किए गए फल, सब्जी, अनाज, व दालों आदि की प्रदर्शनी लगाई गई साथ ही मछली पालन, उच्च कोटि के बीज एवं अन्य खाद विक्रेताओं ने भी अपने-अपने स्टॉल लगाए।

महिला एवं बाल विकास विभाग, उद्योग विभाग आदि द्वारा भी किसानों व पशुपालकों के लिए किए जा रहे कार्यों की प्रदर्शनी भी देखने को मिली।

कृषि विभाग के अधिकारी श्री आईएस तोमर, श्री वीके सिंह एवं श्री पाटीदार ने बताया कि किस तरह कृषि विभाग झाबुआ अपने निरंतर प्रयासों से किसानों को जैविक खेती, जल संवर्धन एवं पशु संवर्धन जैसे अत्यंत महत्वपूर्ण कार्यों की तकनीकी जानकारी एवं समय-समय पर जरूरी मार्गदर्शन देकर अपनी सराहनीय भूमिका निभा रहा है।

ज्ञातव्य रहे कि कृषि विभाग के डॉक्टर आईएस तोमर झाबुआ, को राष्ट्रीय स्तर पर अपने श्रेष्ठ कार्य के लिए विभिन्न संस्थाओं द्वारा हाल ही में कई अवार्ड भी मिल चुके हैं।

कृषि विभाग की ओर से समस्त स्टाफ ने आने वाले सभी किसानों को खेती वह उपज बढ़ाने संबंधित अत्यंत महत्वपूर्ण जानकारियां बहुत ही सरल ढंग से साझा करी। तीन दिवसीय मेले का समापन 29 फरवरी 2020 को किया जाएगा

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