झाबुआ जिले की आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था झकनावदा केंद्र मैं शासन द्वारा चलाई जा रही समर्थन मूल्य गेहूं खरीदी योजना का विधिवत रूप से हुआ श्री गणेश, इस अवसर पर आदिम जाति जिला सहकारी केंद्रीय बैंक शाखा प्रबंधक धर्मेंद्र सोलंकी, पर्यवेक्षक एवं प्रबंधक दिनेश खतेडीया के द्वारा गेहूं तुलाई के पहले लक्ष्मीजी, सरस्वतीजी एवं गणेश जी की तस्वीर पर पंडित संजय व्यास द्वारा विधिवत रूप से पूजन करवाई गई जिसके बाद तोल कांटे का पूजन करवाया तत्पश्चात विधिवत रूप से गेहूं तुलाई का कार्य शुरू किया गया! समर्थन मूल्य में गेहूं झकनावादा एवं आसपास के हेतु के 35 गांव के 731 कृषक के द्वारा पंजीयन करवाया गया जिसमें 55 380 क्विंटल गेहूं तुलने का लक्ष्य है इस अवसर पर सहायक प्रबंधक हरिराम पड़ीयार, लेखापाल आयदान चोयल, रवि राठौड़ सुरेंद्र पवार ऑपरेटर भारत राठौर ऑपरेटर हरेंद्र सिंह राठौर सहित पूरा स्टाफ उपस्थित था वही धर्मेंद्र सोलंकी ने बताया कि हमारे द्वारा कोरोनावायरस जैसी वैश्विक महामारी को देखते हुए शासन के दिए गए निर्देशानुसार कोरेना के बचाव के लिए तमाम सुविधाएं उपलब्ध करवा रखी है जिसमें स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी बहादुर मेड़ा एवं पुलिस प्रशासन टीम की ओर से झकनावदा प्रधान आरक्षक लाखन सिंह भाटी तैनात है ! इसके साथ ही हमारे द्वारा सोशल डिसटेंसी का पूरा ध्यान रखते हुए है निश्चित दूरी पर बोले बना रखे हैं इसके साथ ही हमारे द्वारा हर कृषक के लिए स्वल्पाहार पीने का पानी एवं सभी के हाथ धुलाई हेतु सैनिटाइजर की व्यवस्था रखी गई है साथ ही हर कृषक वह हम माल को बार-बार हाथ धोने की सलाह एवं मुंह पर मास्क लगाने की सलाह दी जा रही है ! इसके साथ ही धर्मेंद्र सोलंकी ने बताया कि झाबुआ शाखा के द्वारा 6 कृषक को गेहूं तुलाई के लिए मैसेज फॉरवर्ड कर दिया गया है प्रतिदिन कृषक को के गेहूं तुलाई का कार्य किया जाएगा इसके साथ ही गेहूं तुलाई संबंधित जानकारी हेतु संस्था द्वारा दो नंबर- 97522 82087 व 97557 82087जारी किए हैं जिस पर आपको झकनावदा गेहूं तुलाई हेतु जानकारी उपलब्ध हो सकेगी! लेकिन हमारे संवाददाता द्वारा हरिराम पडियार से चर्चा पर पढ़ियार ने बताया की हमारे द्वारा मैसेज किए गए व कृषको को से फोन पर भी संपर्क किया गया लेकिन उसके बाद भी कृषक गेहूं तुलाई के लिए यहां नहीं पहुंचे हमें लगता है कहीं ना कहीं कृषकों में भी वैश्विक महामारी कोरोनावायरस की भयावह बीमारी के भय से कृषक 15 अप्रैल दोपहर 3:00 बजे तक नहीं आए गेहूं तुलाई के लिए कृषको को भी बना हुआ है इस महामारी का भय