झाबुआ जिले की रामा ब्लॉक की ग्राम पंचायत सागिया का पटेल फलिया का मामला……. वर्ष 2011 -12 मे कागजों में कूप निर्माण कार्य पूर्ण, लेकिन धरातल पर मात्र गड्ढा नजर आ रहा है
झाबुआ – शासन द्वारा ग्रामीणजन काे मूलभूत सुविधाएं रेड, बिजली, पानी आउपलब्ध कराने हेतु विभिन्न योजनाओं के माध्यम से पूर्ण कराने का प्रयास किया जाता है ताकि उन्हें परेशानी ना हो लेकिन जिले की ग्राम पंचायतों में सरपंच ,सचिव की लापरवाही के कारण कई योजनाएं धरातल पर नजर ही नहीं आती है और कई योजनाएं कागजों पर ही बनकर सिमट जाती है जिससे ग्रामीण जन को परेशानियों का सामना करना पड़ता है |
ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की उपलब्धता हेतु शासन द्वारा ग्राम पंचायत के माध्यम से कूप निर्माण कार्य किया जाता है ताकि गर्मी के दिनों में उन्हें पानी के लिए भटकना ना पड़े |लेकिन कई पंंचायताे मे सरपंच ,सचिव की लापरवाही के कारण योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक नहीं पहुंच पाता है | ऐसा ही एक मामला रामा ब्लॉक की ग्राम पंचायत सागीया के पटेल फलिया का आया है जिसमें गांव के सरपंच, सचिव द्वारा वर्ष 2011-12 में शासकीय कूप निर्माण कार्य पूर्ण बताया गया और करीब ₹105000 राशि आहरित कर ली गई |जबकि धरातल पर जाकर देखा तो उस ग्राम पंचायत सागीया के पटेल फलिया में कूप निर्माण के स्थान पर एक छोटा सा गड्ढा नजर आ रहा है तथा ऐसा लग ही नहीं रहा है कि वहां पर कभी कूप निर्माण कार्य हुआ है यदि कूप निर्माण कार्य धरातल पर नजर नहीं आ रहा है तो इसके बिल कैसे आहरित हो गए और भुगतान कैसे हो गया यह जांच का विषय है …| यह कूप निर्माण कार्य कागजों में पूर्ण हो चुका है लेकिन धरातल पर मात्र गड्ढा नजर आ रहा है जो यह दर्शाता है कहीं ना कहीं यह राशि भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई | तत्कालीन सरपंच और सचिव द्वारा कूप निर्माण के नाम पर राशि को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिया गया |