झाबुआ: कोरोना महामारी की दोहरी मार झेल रहे प्रवासी मजदूरों के सामने एक ओर रोजगार का संकट तो दुसरी ओर घर जाने में हो रही मुष्किले उन्हे परेषान कर रही है। ऐसे में हर कोई प्रवासी श्रमिकों को मदद पहुॅचाने मंे जुटा है। घर लौटने की ज्ददोजहद करने वाले प्रवासी श्रमिकों की मदद के लिए झाबुआ के न्याय विभाग की मुहिम लगातार तीसरे दिन भी जारी रही। पिटोल बार्डर पर गुजरात से आने वाले प्रसावी मजदूरों को भोजन के पैकेट और पानी बोतले प्रदान की गई। बच्चांे को बिस्किट और ओआरएस के पैकेट दिये गये े साथ ही नंगे पैर यात्रा करने वाले वाले श्रमिकों चप्पलें पहनाई गई ताकि ताकि श्रमिकों को कम से कम दिक्कतों का सामना करना पड़े। नर सेवा नारायण सेवा की तर्ज पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के न्यायिक अधिकारीयों का मानना है की यदि 4 लोगों की भी मदद की जाये तो वह बड़ा काम होगा। ऐसे में लोगों से न्याय विभाग के अधिकारियों ने आव्हान किया है की संकट की इस घड़ी में सभी लोग जरूरतमंदों की मदद बिना किसी भेद भाव से करे। बुधवार को अपर जिला न्यायाधीष राजेष कुमार धवलिया, गौरव प्रज्ञानन के नेतृत्व में न्यायिक मजिस्ट्रेड और विभागीय अधिकारीयों की टीम श्रमिकों की मदद के लिए लगातार तीसरे दिन मध्यप्रदेष-गुजरात बार्डर पहुॅची। इस दौरान मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेड राजकुमार चैहान, जिला रजिस्ट्रार हर्ष ठाकुर, न्यायिक मजिस्ट्रेड द्वितीय अंषुल जैन ,सिमोन सुलिया जिला विधिक सहायता अधिकारी, स्टेना कमलेष शर्मा सहित न्यायालयीन कर्मचारी भी मौजूद रहे।