5 जून 2020 को कोरोना से दिनरात जंग लड़ रहे प्रदेश भर के 19000 संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी मनाएंगे काला दिवस
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ झाबुआ के जिलाध्यक्ष लोकेश दवे ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदर्शन में चिकित्सक,आर बी एस के आयुष चिकित्सक, नर्स, फार्मासिस्ट, लैब टेक्नीशियन, एएनएम, प्रबन्धन इकाइयां, ऑपरेटर,एड्स,टीबी परियोजना के समस्त कर्मचारी होंगे शामिल काला मास्क,काली पट्टी,काला चश्मा पहनकर करेंगे काम
5 जून को सांसद एवं विधायक महोदय को ज्ञापन सोपेंगे*
नियमितीकरण न किये जाने एवं 5 जून 2018 सामान्य प्रशासन की संविदा नीति,नियमित समकक्ष पद 90 प्रतिशत वेतनमान राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में 2 साल बीत जाने के बाद भी लागू न होने से संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों में सरकार के प्रति आक्रोश है,एक ओर जहां समूचा देश स्वयं प्रधानमंत्री महोदय कोरोना योद्धाओं का लगातार सम्मान,उत्साहवर्द्धन कर रहे हैं वहीं मध्यप्रदेश लगातार संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को उपेक्षित व शोषित किये जा रहा है,*
भेदभाव इतना कि मुख्यमंत्री कोविड 19 कल्याण योजना से भी हैं वंचित बिनाबीमा,पेंशन,अनुकम्पा,सामाजिक सुरक्षा,मंहगाई-दैनिक भत्ते औरनियमित की तुलना में आधे वेतन में कर रहे हैं काम
*5 जून 2020- काला दिवस*
म0प्र0 शासन द्वारा कोरोना योद्धाओं-संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ किये जा रहे भेदभाव, नीतिगत शोषण के विरुद्ध,नियमितीकरण एवं 5 जून 2018 की नीति अविलंब लागू कराने हेतु कार्यस्थल में काला मास्क/काली पट्टी/काला चश्मा लगाकर करेंगे प्रदर्शन
*कोरोना संक्रमण संविदा या रेगुलर देखकर संक्रमित नहीं करता,संविदा और नियमित स्वास्थ्य कर्मचारियों पर ,जब जान पर जोखिम बराबरीका ,योग्यता बराबरी की,कार्य बराबरी का ,तो फिर वेतन भत्ते आधे क्यों,फिर सुविधाएं आधी क्यों
शासन से अपील
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी देशहित व जनहित को सर्वोपरि मानते हुए कोरोना को हराने और प्रदेश को कोरोनामुक्त बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे
शासन को भी कोरोना संक्रमण में संविदा स्वास्थ्य अमले के योगदान को देखते हुए नियमित करने में कोई कसर नहीं छोड़नी चाहिए