झाबुआ

खबर के बाद हरकत में आए सांची प्लांट के आला अधिकारी।

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खबर का हुआ असर…

मामला सांची का…

झाबुआ से नरेंद्र राठौर ओर राधेश्याम पटेल

डिस्ट्रीब्यूटर ने कहा प्रबंधक गुप्ता झूठ बोलता 

झाबुआ। समाचार में प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया था जिसमें बताया गया था कि सांची दूध लेने के कुछ घंटे बाद दूध फटने के समाचार प्राथमिकता से प्रकाशित किए थे। जिसमें ग्राहकों ने बताया गया था कि सांची दूध घटिया क्वालिटी का दिया जा रहा है। समाचार प्रकाशित के बाद इंदौर तक सांची के वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी भनक लगी जिसके बाद तत्काल मैकेनिक कर्मचारी को भेजकर के प्लांट की मशीनें ठीक करवाई जा रही है। जबकि झाबुआ सांची प्लांट के प्रबंधक एलएन गुप्ता ने दूध फटने की बात पर डिस्ट्रीब्यूटर को दोषी ठहराया रहे थे और कहा था कि शिकायतें मिल रही है ज्यादा समय तक डिस्ट्रीब्यूटर दूध को बाहर रखते हैं उनकी लापरवाही के कारण दूध फट जाता है। उसके बाद से ही अधिकांश डिस्ट्रीब्यूटर गुप्ता के इस बयान के कारण उन पर चढ़ बैठे उन्होंने यहां तक कहा कि उल्टा चोर कोतवाल को डांटे की तर्ज पर गुप्ता अनगढ़ बयान दे रहे हैं जबकि प्लांट खराब है वह हम पर दोष मढ़ रहे हैं इस बयान के कारण अधिकांश डिस्ट्रीब्यूटर का आक्रोश गुप्ता के खिलाफ प्रकट हो रहा है। बस स्टैंड फवारा चौक सांची पॉइंट ने बताया कि समाचार के बाद कई लोग जागृत हुए हजारों शिकायत खुलकर मिलने लगी और ग्राहक हमसे अब तो अभद्र व्यवहार तक कर रहा है कि आप फटा हुआ दूध हमें दे रहे हैं जिसके कारण हमारे पॉइंट पर 2 दिन के अंदर 45 सेेेे  पचास हजार तक का नुकसान हुआ है यह पूरा ढाका हमारी जेब पर भारी पड़ा है। और सभी जगहों के पॉइंट का माने जाए तो लाखों रुपए का नुकसान हुआ होगा। जबकि मशीनों में ही गड़बड़ी थी। उल्टा दोष हमें दे रहे थे।

 सभी डिस्ट्रीब्यूटर ने गुप्ता के इस बयान पर आपत्ति दर्ज करवाते हुए यह कहा कि गुप्ता हमेशा ही झूठ बोलता है हम पहली बार धंधा नहीं कर रहे हैं जो हमें यह बता रहा है कि हम बाहर रख रहे हैं दूध इसके कारण फट रहा है जबकि इसके कारण हमारे ही माल का हजारों रुपए का नुकसान हो रहा है।

वही प्लांट पर 2 दिन बाद जानकारी लेने पहुंचे तो पता चला कि प्रबंधक तो छुट्टी लेकर इंदौर गए हैं, प्लांट पर गिरिजन टेक्नीशियन ने बताया कि प्लांट की लाइन लीकेज हो गई थी और गैस लीकेज हो रही थी अब सब ठीक करवा दिया गया है कुल्ड रूम में भी प्रॉब्लम थी उसे भी ठीक करवा दिया गया है। टेक्नीशियन की बातों से भी साफ प्रतीत हो रहा है कि प्रबंधक गुप्ता सांची पॉइंट वालों को बेवजह दोष दे रहा था क्योंकि टेक्नीशियन ने भी प्लांट में गड़बड़ी की बात कही है।

डिस्ट्रीब्यूटर ने बताई अपनी पीड़ा

डिस्ट्रीब्यूटर यहां तक कहा कि यदि हम हमारा नाम बता दे तो वह गुप्ता हमें हमारी सांची पॉइंट से हमें बेदखल कर दूसरों को हमारा पॉइंट अलाट कर सकता है इसके कारण हम हमारा नाम नहीं बता सकते हैं लेकिन गुप्ता द्वारा उल्टा चोर कोतवाल को डांटे की तर्ज पर हम लोगों पर झूठा आरोप लगा रहा है यह सरासर गलत है जबकि प्लांट में खराबी नहीं होती तो इतनी कर्मचारी को बुलवाकर के प्लांट ठीक करवाने की क्या जरूरत थी इससे साफ जाहिर होता है कि गुप्ता प्रबंधक हम लोगों पर उल्टा दोष दे रहा है। हमारा माल खराब होने के कारण हमारे ही हजारों रुपए का नुकसान और हमारी ग्राहकी की टूटने का हम पर संकट मंडरा रहा है। वहीं डिस्ट्रीब्यूटर को जो माल सेल करता है एजेंट देवेंद्र चौहान मैं उसने प्रतिनिधि को बताया कि गुप्ता कि गलत बता रहे हैं जबकि खबर प्रकाशित के बाद प्लांट के जिम्मेदार हरकत में आए और मशीनें ठीक करवा रहे हैं। मशीन में बायलर की खराबी के कारण दूध फट रहा है। डिस्ट्रीब्यूटर एजेंट हर कोई गुप्ता के इस बयान के कारण गुप्ता को दोष देते नजर आ रहे हैं।

प्लांट से निकालें कर्मचारी भी है नाराज

 राजेश गहलोत कर्मचारी जिसको प्लांट से कुछ समय पहले निकाल दिया है, गुप्ता ने हमारे कई काम करने वाले लोगों को निकाल दिया है, उसने यहां तक कहा गुप्ता के इस बयान से तो ऐसा लगता है कि गुप्ता कितना सही और कितने गलत है। गुप्ता के कार्यकाल की यदि सभी बिलों की जांच करवा ली जाए तो कई राज उजागर होंगे जो फर्जी बिलों की तरह लगाए हुए हैं कामकोड़ी का हुआ है और बिल हजारों रुपए के लगे हुए हैं इसकी जांच हो जाए तो गुप्ता पर बहुत बड़ी गाज भी

गिर सकती है। जबकि इसके इस झूठ से तो ऐसा लगता है कि इन्होंने जो इनाम (अवार्ड) जीते हैं वह भी कहीं झूठ बोलकर तो नहीं जीत लीये.? इसकी भी जांच होना चाहिए.? इनके कार्यकाल में लेबर कर्मचारियों के साथ भी इसके द्वारा तानाशाही जैसा कार्य करवाया जाता था जिसके कारण कई लेबर लोगों ने काम छोड़ दिया है। और कई लेबर लोग इसकी मनसा अनुरूप कार्य नहीं करते थे उन लोगों को रोजगार छिन करके उन गरीब कर्मचारियों को गुप्ता द्वारा रवानगी दे दी है वहीं इस के कार्यकाल में चलाई गई कई योजनाएं भी टाई-टाई फीश नजर आई है वर्तमान में इन्होंने 1 लीटर दूध थेली योजना चलाई थी वह 1 लीटर की थैली भी दूध की बंद हो गई है, जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण सांची के अधिकांश प्रोडक्ट बंद पड़े हैं मात्र गिनती का दूध व पनीर बिकता है, पनीर भी मात्र बस स्टैंड सांची पॉइंट पर है बिकता है।  बाकी अधिकांश प्रोडक्ट मार्केट में नहीं के बराबर चलते हैं सब इनकी गलतियों के कारण नुकसान उठाना पड़ता है। जिसकी जांच होना बहुत जरूरी है। 

पॉइंट संचालक बोले:- 

सांची पॉइंट की कोई गड़बड़ नहीं है दूध प्लांट से ही गड़बड़ हो रहा है और वह लोग हम पर दोष मंड रहे हैं।

पवन सारस्वत

स्टैंड सांची पॉइंट डिस्ट्रीब्यूटर

हम सालों से दूध को बेच रहे हैं जबकि त्रुटि वहीं से हैं वह बेवजह हमें दोष दे रहे हैं।

कमलेश पालीवाल जेल चौराहा सांची पॉइंट डिस्ट्रीब्यूटर

 

 

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