जिला जन सम्पर्क केे आईने से
2 अक्टूबर को शुष्क दिवस घोषित
रतलाम 21 सितंबर 2024/आगामी 2 अक्टूबर महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर संपूर्ण दिवस के लिए जिले में शुष्क दिवस घोषित किया गया है। कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्री राजेश बाथम द्वारा जारी आदेश के अनुसार शुष्क दिवस पर संपूर्ण जिले में मदिरा विक्रय प्रतिबंधित रहेगा। उक्त दिवस में जिले की समस्त कंपोजिट मदिरा दुकान और उनसे संलग्न गोदाम मध्य भांडागार एवं वायनरी वाइन आउटलेट सि2 सि3 होटल, बार को पूर्णतः से बंद रखा जाएगा एवं मदिरा के व्यक्तिगत भंडारण पर तथा गैर लाइसेंस प्राप्त परिसर में मदिरा के भंडारण पर सख्ती से रोक लगाई जाएगी और किसी भी अधिकृत अनादिकृत स्थान से मदिरा का क्रय विक्रय और अवैध परिवहन नहीं होगा।
पशु घर गिरने से मृत दो गायों के प्रकरण में 77000 से अधिक
आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत
रतलाम 21 सितंबर 2024/कलेक्टर श्री राजेश बाथम के निर्देश पर एसडीएम रतलाम शहर श्री अनिल भाना ने ग्राम धबाईपाडा में पशु घर गिरने के कारण हुई दो गायों की मृत्यु के प्रकरण में संबंधित को 77100 रूपए की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की है।
बताया गया है कि ग्राम धबाईपाडा में श्रीमती कमली पति कांजी का पशु घर गिरने के कारण उनकी दो गायों की मृत्यु हो गई। इस प्रकरण में एसडीएम द्वारा राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के तहत आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की गई है।
आलोट आईटीआई में प्रवेश प्रारंभ
रतलाम 21 सितंबर 2024/शासकीय आईटीआई आलोट में सत्र 2024-25 में प्रवेश के लिए पहले आओ पहले पाओ राउंड हेतु फिटर, वेल्डर, कोपा सर्वेयर एवं डीजल मैकेनिक ट्रेड में सीटे रिक्त हैं।
संस्था के प्राचार्य ने बताया कि आवेदन की अंतिम तिथि आगामी 30 सितंबर है। आवेदकों के द्वारा प्रवेश पोर्टल www.dsd.mp.gov.in पर आवेदन हेतु नवीन रजिस्ट्रेशन अथवा रजिस्ट्रेशन में त्रुटि सुधार किया जा सकता है। उक्त व्यवसायों के प्राथमिक क्रम का चयन करना इच्छित संस्थाओं के प्राथमिक क्रम में त्रुटि सुधार किया जा सकता है। पूर्व में पंजीकृत आवेदक जिनका प्रवेश नहीं हुआ है वे भी अंतिम तिथि तक चॉइस फीलिंग कर प्रवेश ले सकते हैं। रजिस्ट्रेशन एवं अधिक जानकारी के लिए नजदीकी आईटीआई एवं शासकीय आईटीआई आलोट से संपर्क किया जा सकता है।
खुशियों की दास्ता
साइबर तहसील परियोजना से घर बैठे अरबाज का नामांतरण आसानी से हो गया
रतलाम 21 सितंबर 2024/मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव द्वारा लागू की गई साइबर तहसील परियोजना 2.0 ने आवेदकों के नामांतरण के कार्य को अत्यंत आसान कर दिया है। अब उनको तहसील कार्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ते हैं। रतलाम जिले के ताल के रहने वाले अरबाज मंसूरी भी खुश है क्योंकि उनको भूमि के नामांतरण में तहसील के चक्कर नहीं लगाना पड़ा। मात्र 15 दिन में घर बैठे उनका नामांतरण का काम हो गया।
अरबाज मंसूरी ने रजिस्ट्री के माध्यम से भूमि खरीदी रजिस्टार ऑफिस में रजिस्ट्री करवाई। साइबर तहसील परियोजना के अंतर्गत अरबाज का आवेदन रजिस्टार ऑफिस से सीधे साइबर तहसील में दर्ज हो गया। अरबाज को पृथक से तहसील कार्यालय में नामांतरण का आवेदन दर्ज करने नहीं जाना पड़ा और फिर घर बैठे ही 15 दिन के बाद रजिस्ट्री के आधार पर साइबर तहसील में नामांतरण हो गया। अब अरबाज द्वारा अपने नाम भूमि के खसरे की नकल भी उनके द्वारा वेब जीआईएस पोर्टल से प्राप्त कर ली गई है।
आवेदक अरबाज बहुत खुश हैं मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को धन्यवाद देते हैं उनका कहना है कि भूमि की रजिस्ट्री करवाने के पश्चात उनको नामांतरण के लिए तहसील ऑफिस के चक्कर नहीं लगाने पड़े जिससे उनके समय और धन की बचत हुई और घर बैठे काम हो गया। अरबाज का मोबाइल नंबर 81208 27171 है। रतलाम जिले में साइबर तहसील परियोजना 2.0 के अंतर्गत अब तक 2836 पंजीकृत आवेदन प्रकरण में से 2438 आवेदन प्रकरणों का निराकरण हो चुका है।