झाबुआ – एक ओर जहां पूरे विश्व में नैतिक मूल्यों का हास हो रहा है वहीं दूसरी और चारों तरफ लड़ाई, झगड़ा और अशांति का माहौल बनता जा रहा है इन बातों को ध्यान में रखते हुए तेरापंथ धर्मसंघ के 11 वे आचार्य श्री महाश्रमण जी ने नैतिकता, सद्भभावना, नशा मुक्ति के साथ साथ, विश्व शांति के उद्देश्य को लेकर Mission Peace यात्रा प्रारंभ की बात कही , जो 25 से अधिक देशों से होकर गुजरेगी, पदयात्रा के दौरान मुनिद्बय द्वारा आमजन को जागरूक किया जाएगा । इस मिशन पर विशेष रूप से मुनि अभिजीत कुमार व मुनि जागृत कुमार के नेतृत्व में यात्रा के उद्देश्यो को पूर्ण किया जाएगा तथा विश्व को एकता और शांति का संदेश दिया जाएगा ।
तेरापंथ समाज के 11 वे आचार्य श्री महाश्रमण जी ने 2014 में अहिंसा यात्रा प्रारंभ की थी जिसका मुख्य उद्देश्य था नैतिकता सद्भभावना व नशा मुक्ति । इस यात्रा के दौरान गुरुदेव ने करीब 50000 किलोमीटर से अधिक पद यात्रा कर जन-जन को यात्रा के उद्देश्यों से लाभान्वित किया । इसी कड़ी में अब जहां पूरे विश्व में अशांति का माहौल है तथा चारों तरफ लड़ाई ,झगड़ा, अनैतिकता व अनेकता आदि चरम पर है इसी को ध्यान में रखते हुए आचार्य श्री महाश्रमण जी ने Mission Peace यात्रा (प्रस्तावित) के माध्यम से आमजनों को जागरूक करने की बात पर जोर दिया है । इस यात्रा को लेकर तैयारियां पूर्ण हो चुकी है । यात्रा का लक्ष्य है विश्व स्तर पर अहिंसा की जागरूकता और टिकाऊ जीवन जीने में नैतिक सिद्धांतों और ध्यान की व्यावहारिक प्रासंगिकता को प्रदर्शित करना है। यात्रा का उद्देश्य है भारत से यूरोप और रूस तक अणुव्रत आंदोलन के साझा मूल्य के माध्यम से विविध संस्कृतियों को जोड़ना, प्रेक्षा ध्यान के अभ्यास के माध्यम से समझ और शांति को बढ़ावा देना और जीवन विज्ञान के शैक्षिक दर्शन को बढ़ावा देना है। वही यात्रा को लेकर यह दृष्टिकोण है कि संघर्षों और गलतफहमियों को कम करने के लिए दूसरों के साथ धैर्य विकसित करना । शांतिपूर्ण कार्यों और समावेशी कार्यों और समावेशी सोच को प्रेरित करने के लिए ज्ञान और जागरूकता को बढ़ावा देना ।विविधता को अपनाना और विभिन्न दृष्टिकोणों का सम्मान करना । सभी जीवित प्राणियों के प्रति दया और देखभाल का भाव रखना । शांतिपूर्ण व्यवहार का मार्गदर्शन करने के लिए मजबूत नैतिक सिद्धांतों को कायम रखना । इस यात्रा में मुनि अभिजीत कुमार व मुनि जागृत कुमार के नेतृत्व में पूर्ण की जाएगी । यह यात्रा करीब 2500 से अधिक देशों से होकर गुजरेगी । तथा यात्रा के दौरान करीब 2000 से अधिक गांवों व 500 से अधिक शहरों में यात्रा के माध्यम से शांति का संदेश जन-जन तक पहुंचाया जाएगा । विशेष रूप से यह यात्रा मुनिद्बय द्वारा पैदल रूप में की जाएगी तथा करीब 25000 किलोमीटर से अधिक पैदल यात्रा की जावेगी तथा इस यात्रा को पूर्ण करने में करीब 7 वर्ष का समय लगेगा । जैन धर्म के 1000 वर्ष के इतिहास में यह यात्रा अपने आप में अद्भुत भी इसलिए है कि विश्व शांति के लिए इस तरह की पैदल यात्रा अभी तक नहीं आयोजित हुई । इस यात्रा के प्रारंभ , आवागमन, प्रवास आदि पर कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है तथा यात्रा अंतर्गत वीजा ,आवागमन प्रवास आदि की व्यवस्थाओं के लिए उन 25 देश से संपर्क स्थापित कर लिया गया है । जगह-जगह कार्यक्रम अंतर्गत आमजनों को mission peace अंतर्गत शांति का संदेश दिया जाएगा । यात्रा को लेकर विभिन्न देशों की परिस्थितियों अनुसार फेरबदल भी किया जा सकता है ।
मुनि अभिजीत कुमार का झाबुआ में हुआ मंगल प्रवेश
तेरापंथ धर्म संघ के आचार्य प्रवर के निर्देशानुसार मुनि अभिजीत कुमार व मुनिजागृत कुमार जी का रविवार को झाबुआ में मंगल प्रवेश हुआ । दोनों ही मुनिद्बय संसार पक्षीय चचेरे भाई हैं वहीं मुनि अभिजीत कुमार की जन्मस्थली झाबुआ है तथा उनका जन्म 18 जनवरी 1986 को झाबुआ में हुआ । मुनि अभिजीत कुमार द्वारा संभवत 2 वर्ष तक शिक्षा भी झाबुआ में ही प्राप्त की । आपके पिता का नाम विक्रम मेहता व तथा माता का नाम पदमा मेहता है तथा आपका ननिहाल पक्ष झाबुआ के कोटडिया परिवार से हैं । प्रारंभ से ही आपकी धर्म के प्रति विशेष रुचि रही । वही कोटडिया परिवार से तेरापंथ धर्मसंघ में तीन दीक्षित हुए तथा धर्म संघ में मुनि अमृत कुमार, समणी निर्वाण प्रज्ञा जी व समणी चैतन्य प्रज्ञा जी से विशेष प्रेरणा पाकर अपने साधु जीवन स्वीकार किया तथा 17 वर्ष की आयु में वर्ष 2002-03 में अपने दीक्षा ग्रहण की । वही मुनि जागृत कुमार जी ने वर्ष 2012-13 में दीक्षा ग्रहण की । दोनों मुनिद्बय की संघ के प्रति कर्तव्य निष्ठा , गुरु इंगित को सर्वोपरि मानना व सेवा प्रकल्पों को ध्यान में रखते हुए गुरुदेव ने विशेष दृष्टि रखते हुए, मुनिद्बय को Mission Peace जैसे महत्वपूर्ण यात्रा के लिए चयन किया तथा करीब 7 वर्षों में 25 से अधिक देशों में यात्रा के उद्देश्यों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए कार्य सोपा । गुरुदेव का आदेश प्राप्त होते ही मुनि अभिजीत कुमार व मुनि जागृत कुमार जी सूरत से विहार कर रविवार को झाबुआ में मंगल प्रवेश हुआ। पश्चात झाबुआ से इंदौर, पश्चात दिल्ली की ओर रवाना होंगे तथा वहां Mission Peace यात्रा को लेकर विधिवत परमिशन व जानकारी पश्चात विश्व शांति को लेकर यात्रा प्रारंभ करेंगे ।
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