झाबुआ विधानसभा में कशमकश भरी स्थिति
यदि झाबुआ विधानसभा की बात की जाए तो झाबुआ विधानसभा में फिलहाल 4 प्रबल उम्मीद्वारों में जिसमें भाजपा से अधिकृत प्रत्याशी जीएस डामोर, कांग्रेस से अधिकृत प्रत्याशी डाॅ. विक्रांत भूरिया के साथ निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पूर्व विधायक रहे शांतिलाल बिलवाल एवं पूर्व विधायक जेवियर मेड़ा के बीच काटे-जोड़ की टक्कर है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भाजपा प्रत्याशी श्री डामोर सहित भाजपा के जिला पदाधिकारी जहां शांतिलाल बिलवाल को मनाकर उनका फार्म वापस लेने के लिए जहां मान-मनोव्वल कर रहे है वहीं कांग्रेस से अधिकृत उम्मीद्वार डाॅ. विक्रांत भूरिया के साथ सांसद कांतिलाल भूरिया एवं अन्य कांग्रेस पदाधिकारियों द्वारा उधर पूर्व विधायक जेवियर मेड़ा को मनाने के पूर-जोर प्रयास किए जा रहे है। अब 14 नवंबर को देखना यह है कि दोनो ही पार्टी पदाधिकारीे अपनी पार्टी के विरूद्ध जाकर खड़े हुए उम्मीद्वारों को कितना संतुष्ट कर एवं मनाकर उनसे नाम वापस करवा पाते है या नहीं !
जेवियर मेड़ा कर रहे तूफानी प्रचार-प्रसार
उधर जब इस संबंध में पूर्व विधायक जेवियर मेड़ा से इस प्रतिनिधि द्वारा चर्चा की गई तो उन्होंने साफ तौर पर कहा कि वह नाम वापस नहीं लेेंगे एवं निर्दलीय के रूप में ही चुनाव लड़कर भारी बहुमतों से जीतकर दिखाएंगे। उनका कहना है कि उनके साथ कार्यकर्ताओं एवं समर्थकों की लंबी फौज है, जिनके सहयोग एवं आशा के साथ वह चुनाव लड़ रहे है। यदि जेवियर मेड़ा के इन दिनों प्रचार-प्रसार की बात की जाए, तो वह पूरे विधानसभा क्षेत्र में धुंधाधार प्रचार-प्रसार में लगे हुए है। पिछले दिनों उनके द्वारा रानापुर, कल्याणपुरा, बाेरी में 50 से अधिक चार पहिया वाहनों के साथ प्रवेश कर यहां जनसंपर्क कर लोगों को आशीवाद मांगा। पिटाेल हाट बाजार में भी जेवियर मेडा और उनके कार्यकर्ताओं द्वारा सघन जनसंपर्क किया गया और लोगों से आशीर्वाद मांगा |इस दौरान उनके साथ उनके सैकड़ों कार्यकर्ता एवं समर्थक मौजूद थे। जनता की नजरों से इस बार झाबुआ में कांग्रेस के इस चुनाव को कांतिलाल भूरिया और जेवियर मेडा के बीच चुनावी मुकाबला माना जा रहा है इस बार इस विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस को मुख्य रूप से भाजपा से सीधा मुकाबला होने के साथ-साथ कांग्रेस से टिकट न मिलने के कारण निर्दलीय चुनाव लड़ रहे जेवियर मेडा से भी है इस तरह कांग्रेस के उम्मीदवार डॉक्टर विक्रांत भूरिया को दोनों से मुकाबला है क्योंकि जेवियर मेडा की जमीनी पकड़ व कार्यकर्ताओं की लंबी फौज है जो जमीनी रूप से कार्य भी कर रही है इससे ऐसा लगता है कि डॉक्टर विक्रांत भूरिया के लिए यह राह कठिन ही नजर आ रही है इसके अलावा जेवियर मेडा फेंस क्लब द्वारा रोजाना सोशल मीडिया पर जेवियर मेडा के पक्ष में पोस्ट भी डाली जा रही है पोस्ट में साफ शब्दों में लिखा है कि टाइगर अभी जिंदा है जिससे कांग्रेस के नेताओं का दिन का चैन और रात की नींद उड़ा दी है और जेवियर मेडा के तूफानी प्रचार प्रसार और मिलन सारिता से अपार जनसमर्थन भी मिल रहा है के कार्यकर्ताओं द्वारा रोजाना स्तर जोश भरा जा रहा है जिससे उनके द्वारा जनसंपर्क कर लोगों से आशीर्वाद के रूप में वोट मांगा जा रहा है इस तरह रोजाना जनसंपर्क से कांग्रेस के आला नेताओं में घबराहट है | यदि इसी तरह जेवियर मेडा का सघन जनसंपर्क चलता रहा तो कहीं न कहीं कांग्रेस के लिए यह एक बड़ी चुनौती साबित होगा जिस से पार पाना शायद काफी मुश्किल होगा |इस तरह कांग्रेस अपने आप से ही डरने लगी है
प्रचार-प्रसार में सबसे आगे जेवियर मेड़ा
यदि झाबुआ विधानसभा में इन दिनों लोगों से संघन जनसंपर्क एवं प्रचार-प्रसार की बात की जाए, तो जेवियर मेड़ा का नाम सबसे आगे है। वह विधानसभा क्षेत्र में सघन एवं धुआंधार प्रचार-प्रसार कर रहे है। उसके बाद प्रचार-प्रसार में भाजपा प्रत्याशी जीएस डामोर का नाम आता है। भाजपा प्रत्याशी श्री डामोर द्वारा शहर के काॅलेज मार्ग पर अपने चुनाव कार्यालय का शुभारंभ करने के साथ ही मंगलवार को आजाद चाैक के समीप भी कार्यालय का उद्घाटन किया गया। पैेलेस गार्डन पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के लाईव प्रसारण शो में भी उनकी सहभागिता रही। वहीं उनके समर्थन में मंगलवार को भाजपा पदाधिकारी वं कार्यकर्ताओं द्वारा शहर में दो पहिया वाहन रैली भी निकाली गई।