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झाबुआ

जिले में बढ़ता अवैध सट्टे का कारोबार और देह व्यापार………

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झाबुआ- पुलिस विभाग का यह प्रथम दायित्व होता है आमजन की रक्षा करें ,सुरक्षा करें व अवैध गतिविधियों पर नकेल कसे । शिकायती आवेदन को जांच कर तत्काल कार्यवाही करें तथा अपराधियों को पकडे । लेकिन झाबुआ जिले में पुलिस विभाग की लचीली कार्यप्रणाली के कारण जिले में अवैध रूप से  सट्टा का संचालन , अवैध रूप से शराब विक्रय , अवैध रूप से देह व्यापार तथा अनैतिक गतिविधियां भी अपने पैर पसार रही है पुलिस  विभाग की अनजान कार्यशैली के कारण अवैध कारोबार अपने पैर पसार रहे हैं …यह कैसी पुलिसिंग..…? 

अवैध रूप से सट्टे का  फलता फूलता कारोबार ..। झाबुआ जिले में अवैध सट्टे का कारोबार धीरे-धीरे फलता फूलता जा रहा है झाबुआ जिले के शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी अब तो सट्टे का कारोबार अपना पैर पसारते हुए नजर आ रहा है झाबुआ शहर में ही अनेक स्थानों पर सट्टे के कारोबारी आसानी से नजर आते हैं कई क्षेत्रों में यह सट्टा विगत कई वर्षों से लगातार जारी है कई समाचार पत्रों में एवं न्यूज़ पोर्टल पर सट्टे के कारोबार को लेकर लगातार खबरों का प्रकाशन किया गया ।.इन खबरों में सट्टे के कारोबारियों का नाम , मोबाइल नंबर तक दर्शाया गया था तथा किन किन गु्पों के माध्यम से यह व्यापार संचालित होता है यह भी खुले रुप से खबरों के माध्यम से प्रकाशित किया गया था ।लेकिन पुलिस विभाग को संभवतः इन  सट्टा कारोबारियों का कारोबार ही नजर नहीं आ रहा है । शहर के अलावा ,जिले के विभिन्न क्षेत्रों  व रहवासी क्षेत्रों में  यह सट्टे के कारोबारी आसानी से  सट्टा, मोबाइल के द्वारा संचालित करते हुए देखे जा सकते हैं  तथा कौन-कौन इन सटे के कारोबार मे शामिल है  वह भी जानकारी आमजन को तो है  पर पुलिस को है या नहीं  ….यह समझ से परे है ..?पुलिस कार्रवाई के अभाव में सट्टे के कारोबारी दिन दुगनी रात चौगुनी की तर्ज पर विकास कर रहे हैं । इनमें से कुछ सट्टे कारोबारी  तो अपने आप को समाजसेवी के रूप में  दर्शाने का प्रयास कर रहे हैं ।जहां तक जानकारी का सवाल है शहर के करीब-करीब आमजन से लेकर वार्ड वासियों तक को इन सटोरियों की जानकारी है तो पुलिस को क्यों नहीं ….? और यदि पुलिस को जानकारी है तो फिर यह सट्टे कारोबारी खुलेआम शहर में सट्टा लेते हुए क्यों नजर आ रहे हैं….? 

अवैध शराब का कारोबार…..

झाबुआ शहर के साथ-साथ जिले में भी अवैध रूप से शराब का कारोबार एफएमसीजी कंपनियों की तरह फैलता जा रहा है यह माना जा सकता है कि अवैध शराब पर कार्रवाई के लिए ,आबकारी विभाग का दायित्व है लेकिन यह भी सच है कि बिना पुलिस की सहमति से यह अवैध शराब का कारोबार संभव नहीं है झाबुआ शहर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी अब तो किराना की दुकानों पर भी दूध ,दही ,शक्कर, चाय पत्ती के अलावा आपको शराब भी ,इन दुकानों पर आसानी से उपलब्ध हो रही है जहां तक कार्रवाई का सवाल है पुलिस विभाग को भी इसकी संपूर्ण जानकारी है व आबकारी विभाग को भी,  लेकिन दोनों ही विभाग की गैर जिम्मेदार कार्यप्रणाली के कारण यह व्यापार जिले का सबसे बड़ा व्यापार के रूप में स्थापित हो रहा है ।सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि युवा पीढ़ी इस अवैध शराब के चुंगल में फंस कर अपने भविष्य को बिगड़ रही है लेकिन जिम्मेदार आंखें मूंद कर बैठे हैं….कयो…?

जिले में नशीली दवाइयों का विक्रय जारी।

झाबुआ जिले में नशीले पदार्थों का सेवन भी बढ़ता जा रहा है युवा पीढ़ी इन नशीली दवाइयों का सेवन लगातार कर रही है और लगातार अपने भविष्य के साथ खिलवाड़ भी कर रही है पूर्व में भी कई युवाओं ने, इन नशीली दवाइयों का सेवन कर अपने जीवन को समाप्त कर लिया था । यहां पर प्रश्न यह है कि यह नशीले पदार्थ जिले में कहां से आ रहे हैं और वह कौन है जो भविष्य की पीढ़ी को उपलब्ध करा रहा है

जिले में बढ़ता देह व्यापार………

झाबुआ जिला मुख्यालय के साथ ही जिले में अब देह व्यापार भी ,अवैध शराब के व्यापार की तरह ,बढ़ता जा रहा है जिला मुख्यालय पर ही कई होटलों और ढाबों में देह व्यापार का कारोबार जोर शोर से चल रहा है पुलिस विभाग की अनजान कार्यशैली के कारण या जानकर अनजान बनने के कारण ,देह व्यापार धीरे-धीरे अपने पैर पसार रहा है जिले मे व शहर से सटे कई ढाबों पर भी अवैध शराब के साथ साथ देह व्यापार जोर शोर से चल रहा है । शहर के कई मोहल्ले की महिलाएं रुपयों के लालच में मेहनत ,मजदूरी छोड़कर देह व्यापार में लिप्त होती जा रही है या यूं कहें कि यह व्यापार करने वाले लोग महिलाओं को लालच देकर यह देह व्यापार करवा रहे है कई महिलाएं तो आसपास के शहरों से आकर इन होटलों में और ढाबों में देह व्यापार में लिप्त हो रही हैं । आखिर इन होटल संचालकों व ढाबा संचालकों को किसका  संरक्षण प्राप्त हैं । आखिर शहर की जनता को इस तरह के अवैध व्यापार नजर आ रहे हैं लेकिन पुलिस को क्यों नहीं ….? क्या कारण है कि जिन अवैध व्यापार की सूचना आमजन को है लेकिन पुलिस को क्यों नहीं….?

पुलिस कप्तान को चाहिए कि इस ओर ध्यान देकर जिले में बढ़ रहे अनैतिक और अवैध गतिविधियों पर लगाम कसे । क्या पुलिस कप्तान इस ध्यान देकर कोई कार्रवाई करेंगे या फिर यह सब यू ही चलता रहेगा…..? और जिले मे अनैतिक और अवैध गतिविधियां अपने पैर पसारते रहेगी….।

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