झाबुआ से राजेंद्र सोनी की रिपोर्ट
श्री गोवर्धननाथजी की हवेली के 151 वर्ष पूरे होने पर भव्य पाटोत्सव का होगा आयोजन
आयोजन में देश विदेश से भी श्रद्धालुजन करेगें शिरकत
झाबुआ । भगवान श्री गोवर्धननाथ जी की असीम कृपा एवं माता जमुना महारानी की कृपा से सद संकल्प सदैव ही पूर्ण होते है ।बृजधाम में बिराजित भगवान गोवर्धनधारी की बृज रज यात्रा में भक्तों को अलौकिक आनंद की प्राप्ति हुई है उसका वे शब्दो में वर्णन नही कर सकते है। उन्हे जो आत्मानुभूति प्राप्त हुई है वह आनंद की चरमोर्त्कष का ही आत्मीय अनुभव होता है । परमात्मा पर श्रद्धा रखने वालों की सभी मनोरथ पूरे होते ही इसमें किसी भी प्रकार की शंका नही होना चाहिये । प्रत्येक व्यक्ति जिन्होने बृजधाम चरणरज एवं दण्डवत यात्रा का लाभ लिया है उन्हे अपने पद के अनुरूप ही अभिठ की प्राप्ति होती ही है। हरिचरण वचनामृत का जिन्होने पान कर लिया है उनके लिये सभी लौकिक वस्तुयें तुच्छ प्रतीत होती है ।यदि मानव अलौकिक अर्थात प्रभू के प्रति मानव धर्म , सेवा धर्म को अंगीकार करे और लौकिक का त्याग करे और अलौकिक की और ही भागे तो लौकिक सुख भी सहज ही मिलेगा ही । जो व्यक्ति आधि-व्याधि सभी प्रभू चरणों में समर्पित करें तो अलौकिक सिद्ध हो जाता है और लौकिक सुख भी सहजता से प्राप्त होता ही है । भगवान कभी भी अपने जीव को दुखी नही देख सकता है। प्रभू के चरणों मे दृढता पूर्वक डटे रहे तो व्यक्ति लौकिक जीवन में भी आगे ही बढता जायेगा । उक्त सारगर्भित उदबोधन श्री गोवर्धननाथ मंदिर में वैणव जनों के सभी समाजों के लोगों एवं महिलाओं को संबोधित करते हुए पूज्यपाद गोस्वामी श्री 108 दिव्येकुमार जी महाराज नाथद्वारा इन्दौर द्वारा कही ।
श्री गोवर्धननाथ मंदिर में खचाखच भरे जन समुदाय द्वारा पूज्य श्री दिव्येशकुमार जी महाराज के आगमन पर आयोजित अभिनंदन समारोह में नगर के सभी वैषणव समाजों एवं महिला मंडलों की ओर से स्वागत समारोह का आयोजन किया गया । पूज्य देवकीनंदजी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के बाद यमुना महिला मंडल की महिलाओं द्वारा मंगलाचरण प्रस्तुत किया गया । इस अवसर पर नगर के विभिन्न समाजों एवं व्यक्तियों की ओर से पूज्यश्री का स्वागत किया गया । लक्ष्मीनारायण शाह, हरिश शाह, नपा अध्यक्ष मन्नुबेन डोडियार, रमेश त्रिवेदी, शरद पारिख, शेनारायण मालवीय, श्रीकिशन माहेशवरी, उमांकर मिस्त्री, अजय रामावत, किशोर भट्ट, गोकूले आचार्य, यशवंत भंडारी, राजेन्द्र अग्निहौत्री, जितेन्द्र शाह, राजेन्द्र सोनी, सौभाग्यसिंह चौहान, नानालाल कोठारी, अजय सोनी,, आसरा ट्रस्ट के राजेश नागर, सुधीर कुशवाह,मुकुल सक्सेना, संजय हरसौला, रामेशवर हरसौला, के अलावा नीमा समाज, सोनी समाज, माहेशवरी समाज, राजपूत समाज, पालीवाल समाज, दर्जी समाज, राठौर समाज, मालवीय समाज, बा्रह्मण समाज, नागर समाज, पोरवाल समाज, माली समाज, बृजवासी समाज, अरोडा समाज, भावसार समाज, सकल व्यापारी संघ संकल्प ग्रुप, मातंगीधाम महिला मंडल, गायत्री परिवार, सोनी समाज महिला मंडल, सर्व बा्रह्मण महिला मंडल, परहित संस्था, गीता जयंती समारोह समिति, गणेशोत्सव समिति, पेंशनर एसोसिएान ,कान्हा अरोडा, पंतजलि महिला योग समिति, लक्ष्मीकांत सोनी, चचंला सोनी, भारती सोनी, शिवकुमारी सोनी, मकरंद आचार्य, गंगा ऋषि मंडल, सहित सर्वसमाज की ओर से पूज्य श्री का स्वागत किया गया ।
इस अवसर पर श्री गोवर्धननाथ ट्रस्ट, रानापुर, श्री वल्लभ सेवा समाज , वल्लभ भक्तिरस मंडल सर्वोत्तम भक्ति मंडल रानापुर की ओर से पूज्य श्री को अभिनंदन पत्र प्रदान किया तथा शिल्ड उपहार स्वरूप दी गई । कार्यक्रम का संचालन करते हुए गोपाल हरसौला रानापुर द्वारा पुटिमार्गीय श्री वल्लभ संप्रदाय के दिव्येशकुमारजी के बारे मे विस्तार से सस्मरण सुनाते हुए कहा कि इनकी बृजधाम की यात्रा में 110 से अधिक श्रद्धालुओं ने जगन्नाथपुरी चंपारण यात्रा निकाली थी जिसमें 584 लोगों ने दण्डवत यात्रा कर ठाकुरजी के मनोरथ अनुषठानों को पूरा किया था । पूज्यश्री के सानिध्य में 584 लोगों की मनोरथ दण्डवती यात्रा को लंदन से वर्ल्ड रेकार्ड का दर्जा प्राप्त हुआ है । अभिनंदन पत्र के माध्यम से झाबुआ, दोहद, रानापुर , झाबुआ आदि के वैषणवजनों की ओर से पूज्यश्री का सम्मान करते हुए हम सभी गौरवान्वित है।
पूज्य दिव्येशकुमारजी ने इस अवसर पर झाबुआ नगर के सर्व समाज का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए जो प्रेम पकट किया है तथा पुटिमार्गीय परिपाटी के अनुरूप् जो प्रास्ति पत्र दिया है उसके लिये धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि नगर की इस धर्म धरा पर 6 जून से 16 जून तक 11 दिवसीय श्री गोवधननाथजी की हवेली के 151 र्वा होने पर आयोजन किया जारहा है जिसमें देश एवं विदेश से भी पुटिमार्ग के श्रद्धालुजन शामील होगें । उन्होने बताया कि इस महामहोत्सव में प्रभूजी के विभिन्न मनोरथ, श्रीमद भागवत कथा सप्ताह, वचनामृत, सम्प्रदाय सेवा श्रृंगार शिविर, गौसेवा, सास्कृतिक कार्यक्रम, स्वास्थ्य परीक्षण शिविर, अनाथोलयो में सेवा कार्य,के अलावा मुख्य कार्यक्रम बाडी में भगवानश्री को 56 भोग अर्पण का कार्यक्रम आयोजित होगा । 11 दिनों तक विभिन्न आयोजनों के माध्यम से नर सेवा नारायण सेवा तथा आध्यात्म एवं भक्ति का संगम प्रवाहित होगा । उन्होने मानवसेवा के कार्यो पर जोर देते हुए इस आयोजन में अधिक से अधिक लोगों को जुडने का आव्हान किया । प्रभू की कृपा से ही 151 र्वष पूर्ण होने पर यह कार्यक्रम नगर के लिये सौभाग्य का अवसर है। 11 दिवसीय आयोजन मे प्रभूजी के विभिन्न मनोरथों के साथ ग्वालियर के पुटिमार्गीय भगवतवेत्ता पण्डित शस्त्रीजी के श्रीमुख से भागवत कथा का आयोजन एक आध्यात्मिक छाप छोडेगा ।
कार्यक्रम के अंत में हरिशशाह ने आभार प्रर्दान कर नगरवासियों का धन्यवाद ज्ञापित किया ।